पंजाब लोकसभा सीट डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस जानकारी को एडवोकेट राजदेव सिंह खालसा ने दी है। अब खबर है कि खड़ूर साहिब सीट से शिअद अमृतपाल को समर्थन मिल सकता है। इससे पहले, 1989 में जेल में बंद सिमरनजीत सिंह मान को अकाली दल ने समर्थन दिया था।
HIGHLIGHTS
- खडूर साहिब के सियासी समीकरण बदल सकते हैं
- इस सीट से खालिस्तानी अमृतपाल ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है
- शिरोमणि अकाली दल अमृतपाल को समर्थन दे सकती है
पंजाब लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा हलका खड़ूर साहिब से पार्टी प्रत्याशी के रूप में धर्मवीर सिंह मल्हार, तरनतारन, शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने अपनी राजनीतिक रणनीति में परिवर्तन किया है, और अब वह टकसाली और पंथक कार्ड का इस्तेमाल कर रही है।
अमृतपाल सिंह को मिल सकता है SAD का समर्थन
पंजाब लोकसभा चुनाव 2024: खड़ूर साहिब क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण में बदलाव का संकेत खिला रहा है, क्योंकि अमृतपाल सिंह, वारिस पंजाब दे जत्थेबंदी के मुखी, के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनने की तैयारी जारी है। 1989 में जेल में बंद सिमरनजीत सिंह मान को अकाली दल ने समर्थन दिया था और उन्होंने करीब साढ़े चार लाख मतों से विजय हासिल की थी।
खडूर साहिब संसदीय क्षेत्र से आम आदमी पार्टी ने कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को प्रत्याशी बनाया था। भाजपा ने मनजीत सिंह मियांविंड को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस और शिअद अभी अपने प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं।
डिब्रूगढ़ जेल में बंद है अमृपाल
पंजाब के वारिस, अमृतपाल सिंह, डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। पूर्व सांसद राजदीप सिंह खालसा ने डिब्रूगढ़ जेल में मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने अमृतपाल सिंह को आजाद प्रत्याशी बनने का फैसला लिया है। अमृतपाल के आजाद तौर पर चुनाव मैदान पर उतरने की चर्चा के बाद, शिअद ने अपनी रणनीति में बदलाव शुरू कर दिया है।
खडूर साहिब सीट के लिए पहले बिक्रम सिंह मजीठिया, बीबी जागीर कौर, सुच्चा सिंह छोटेपुर, मनजीत सिंह और विरसा सिंह वल्टोहा के नाम पर लंबा चिंतन मंथन चल रहा था, परंतु अमृतपाल सिंह के चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा के बाद अकाली दल द्वारा समर्थन दिया जा सकता है।
अमृतपाल को लेकर सुखबीर से की वार्ता
अमृतपाल सिंह इन दिनों डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। यदि अकाली दल उन्हें समर्थन देता है, तो वहाँ एक जगह पर अकाली दल का वोट जमा रहने की उम्मीद होती है।
अमृतपाल को चुनाव मैदान में उतारने के लिए कई टकसाली नेता अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से बात कर चुके हैं। यहां ठोस नेता की कमी के कारण, अमृतपाल के नाम पर अकाली दल की स्वीकृति दी जा सकती है।
राणा गुरजीत सिंह हो सकते हैं कांग्रेस उम्मीदवार
अमृतपाल सिंह अगर खडूर साहिब से आजाद तौर पर चुनाव लड़ते हैं तो शिअद उन्हें समर्थन दे सकता है। इस संदर्भ में पूर्व मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने दोनों टेक कर ली है। राणा गुरजीत सिंह खडूर साहिब से संबंधित नेतृत्व के साथ विचार चर्चा में जुटे हैं।
राणा गुरजीत सिंह पहले आनंदपुर साहिब से सीट की मांग कर रहे थे, पर अब उन्होंने अपनी सियासी ध्यानाकर्षण खडूर साहिब हलके की ओर मोड़ दी है। वे वर्तमान में दिल्ली में विश्राम कर रहे हैं। यदि शिअद अमृतपाल को समर्थन देता है, तो राणा गुरजीत सिंह कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में उभर सकते हैं।