तीसरी बार केकेआर चैंपियन शाहरुख़ खान ने ख़ुशी से चूमा गंभीर का माथा

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केकेआर ने हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर आईपीएल 2024 का खिताब तीसरी बार अपने नाम कर लिया। केकेआर की इस शानदार जीत में उनके गेंदबाजों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

केकेआर ने आईपीएल 2024 के फाइनल (IPL Final KKR vs SRH) में हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर तीसरी बार खिताब अपने नाम कर लिया। केकेआर की इस शानदार जीत में उनके गेंदबाजों का अहम योगदान रहा, जिसने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया। आंद्रे रसेल ने 3 विकेट लिए, जबकि मिचेल स्टार्क ने 2 विकेट चटकाए। इसके अलावा, हर्षित राणा ने भी 2 विकेट अपने नाम किए। केकेआर के गेंदबाजों ने जिस तरह की गेंदबाजी की, उसने सभी का दिल जीत लिया।

केकेआर

चेन्नई में खेले गए इस मैच में हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, जो बाद में गलत साबित हुआ। केकेआर के गेंदबाजों ने हैदराबाद के बल्लेबाजों को सस्ते में समेट दिया और टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया। इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत केकेआर ने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया और आईपीएल 2024 का खिताब अपने नाम कर लिया।

कोई भी बल्लेबाज जमकर नहीं खेल पाया

केकेआर के गेंदबाजों ने पिच का पूरा फायदा उठाया, जिसके चलते हैदराबाद के बल्लेबाज ज्यादा देर तक क्रीज पर टिक नहीं पाए। मार्करम से लेकर हेनरिक क्लासेन तक सभी बल्लेबाजों का बल्ला खामोश रहा। पिच का प्रभाव साफ दिखा। शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिली और बाद में स्पिनरों ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली। हैदराबाद के बल्लेबाज खुलकर खेल नहीं पा रहे थे और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि इस पिच पर बल्लेबाजी करना उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है।

टॉस जीतकर भी अपनी किस्मत से हारे पैट कमिंस

हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस ने फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था। इस पूरे सीजन में हैदराबाद की बल्लेबाजी उनकी ताकत और कमजोरी दोनों रही है। ऐसे में फाइनल में कमिंस ने अपनी बल्लेबाजी पर भरोसा करके पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन यह रणनीति पूरी तरह असफल साबित हुई। केकेआर के गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने सबसे पहले अभिषेक शर्मा को बोल्ड कर जबरदस्त शुरुआत दिलाई। अभिषेक स्टार्क की ऐसी गेंद पर आउट हुए जिसे खेल पाना किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल होता।

स्टार्क ने अपनी इस विकेट से आलोचकों को जवाब दिया है, जो कह रहे थे कि केकेआर ने उन्हें 24.75 करोड़ रुपये देकर गलती कर दी है। लेकिन बड़े खिलाड़ी बड़े मैचों में ही काम आते हैं। स्टार्क ने क्वालीफायर 1 और फाइनल में अपनी गजब की गेंदबाजी से एक बार फिर दिखा दिया कि उन्हें दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में क्यों गिना जाता है। स्टार्क के बाद वैभव अरोड़ा ने भी शानदार प्रदर्शन किया और ट्रेविस हेड को आउट कर हैदराबाद की कमर तोड़ दी। पूरे सीजन में हैदराबाद अपनी ओपनिंग बल्लेबाजी के दम पर मैच जीतता आया था, और फाइनल में भी उन्हें अपने ओपनर्स से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हेड के आउट होते ही हैदराबाद की टीम पर हार का खतरा मंडराने लगा।

पैट कमिंस ने बनाए 24 रन

हैदराबाद की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज कप्तान पैट कमिंस रहे, जिन्होंने 24 रन बनाए। कमिंस का विकेट आखिरी के रूप में गिरा, और इसके साथ ही हैदराबाद की उम्मीदें भी धराशायी हो गईं। जिस बल्लेबाजी के दम पर हैदराबाद ने फाइनल तक का सफर तय किया था, वही बल्लेबाजी उन्हें फाइनल में निराश कर गई। केकेआर के गेंदबाजों ने खिताबी जीत की तस्वीर पहले ही साफ कर दी थी। हैदराबाद की टीम ने पहले खेलते हुए केवल 18.3 ओवर में 113 रन बनाए थे।

हैदराबाद के बल्लेबाजों को केकेआर के गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव में रखा। मिचेल स्टार्क और वैभव अरोड़ा की घातक गेंदबाजी ने हैदराबाद की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। स्टार्क ने अपने पहले ही ओवर में अभिषेक शर्मा को बोल्ड किया, जबकि अरोड़ा ने ट्रेविस हेड का महत्वपूर्ण विकेट लिया। इसके बाद आंद्रे रसेल और हर्षित राणा ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए दो-दो विकेट झटके।

केकेआर की गेंदबाजी ने हैदराबाद को कभी भी खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया, और उनके बल्लेबाज लगातार पिच पर संघर्ष करते रहे। अंत में, हैदराबाद का स्कोर 113 रन पर ही सिमट गया, जिससे केकेआर की खिताबी जीत की राह आसान हो गई। हैदराबाद की टीम के निराशाजनक प्रदर्शन ने फाइनल में उनके समर्थकों को मायूस कर दिया।

कप्तान के साथ मिलकर वेंकटेश ने केकेआर को जीताया

गुरबाज के आउट होने के बाद क्रीज पर कप्तान श्रेयस अय्यर आए। वेंकटेश अय्यर के साथ मिलकर श्रेयस ने केकेआर को खिताबी जीत दिलाई। 10 साल से टीम इस इंतजार में थी कि वह फिर से आईपीएल की चमचमती ट्रॉफी उठाए, और आखिरकार एक दशक के बाद केकेआर ने आईपीएल का खिताब जीत लिया। केकेआर के खिलाड़ियों की खुशी सातवें आसमान पर थी। डगआउट में बैठे खिलाड़ी कप्तान श्रेयस और वेंकटेश को गोद में उठाने के लिए दौड़ पड़े। टीम के मेंटर गौतम गंभीर भी अपनी खुशी नहीं छिपा पा रहे थे। गंभीर के चेहरे पर मुस्कान थी। वहीं, दर्शक दीर्घा में टीम के मालिक शाहरुख खान भी झूम रहे थे। शाहरुख अपने ट्रेडमार्क स्टाइल में हाथ फैलाकर जीत की खुशी मना रहे थे। केकेआर के फैन्स गदगद थे।

केकेआर ने शुरू किया लक्ष्य की पीछा, गुरबाज़ और वेंकटेश की शानदार बल्लेबाजी

114 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए सुनील नरेन और रहमानुल्लाह गुरबाज़ क्रीज पर उतरे थे। लक्ष्य बिल्कुल आसान था, लेकिन हैदराबाद के गेंदबाज भी किसी से कम नहीं थे। लेकिन फाइनल में बोर्ड पर रन का न होना हैदराबाद के गेंदबाजों के लिए भी कुछ करने के लिए नहीं था। हालांकि नरेन को हैदबाद ने जल्द आउट कर मैच को बनाने की कोशिश की थी। लेकिन इसके बाद वेंकटेश अय्यर और रहमानुल्लाह गुरबाज़ ने मिलकर शानदार बल्लेबाजी की, दोनों ने इसके बाद विकेट गिरने नहीं दिया। केकेआर का पहला विकेट 11 रन पर गिरा था। यहां से हैदराबाद की टीम वापसी कर सकती थी, लेकिन गुरबाज और वेंकटेश की समझदारी भरी बल्लेबाजी ने केकेआर के लिए मैच बना दिया। दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 91 रन की मैच विजयी साझेदारी की थी। अय्यर ने मात्र 26 गेंदों पर नाबाद 52 रन में चार चौके और तीन छक्के लगाए। रहमानउल्लाह गुरबाज़ ने 32 गेंदों पर 39 रन में पांच चौके और दो छक्के लगाए। बाद में गुरबाज दूसरे विकेट के रूप में 102 रन के स्कोर पर आउट हो गए, लेकिन तबतक केकेआर मैच को जीतने के करीब पहुंच गई थी।

 

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