पीयूष राय ने मुख्तार के बारे में कहा: “भगवान के दरबार में देर है, अंधेर नहीं। रमजान के पवित्र महीने में, अल्लाह या भगवान ने न्याय किया है। मेरे लिए वे एक ही हैं। उन्हें न्याय मिला है।” पीयूष ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि कर्म के दायरे से जब तुम उतरोगे, तो तुम्हें उसकी सजा तक तड़पना पड़ेगा।
हाइलाइट्स
मुख्तार की मौत पीयूष राय ने दिया बयान
पूर्व MLA कृष्णानंद राय के बेटे हैं पीयूष
रमजान के पवित्र महीने में हुआ इंसाफ
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की गई है। मुख्तार अंसारी का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। उनकी मौत के बाद कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने अपनी दुखभरी भावनाएं जताईं। उन्होंने कहा, “भगवान के दरबार में देर है, अंधेर नहीं।”
पीयूष राय ने मुख्तार अंसारी की मौत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनके अनुसार, भगवान के दरबार में देर हो सकती है, लेकिन अंधेरा नहीं। रमजान के पवित्र माह में अल्लाह या भगवान ने न्याय किया है। पीयूष के अनुसार, उनके लिए अल्लाह और भगवान एक ही हैं। भगवान के दरबार से उन्हें न्याय मिला है। पीयूष ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि कर्म के दायरे से जब तुम उतरोगे, तो उसकी सजा तुम्हें तड़पने तक नहीं छोड़ेगी।
हत्या 2005 में हुई थी
कृष्णानंद राय की हत्या उस समय हुई थी जब वह एक क्रिकेट मैच का उद्घाटन करने के लिए वापस आ रहे थे। 2005 के 29 नवंबर को उनकी हत्या हुई थी। याद दिलाते हैं कि कृष्णानंद राय के काफिले पर लगभग 500 गोलियाँ चलाई गई थीं।
कृष्णानंद के साथ अदावत थी
इस मामले में बताया जाता है कि 2002 में मुहम्मदाबाद सीट से विधायकी का चुनाव कृष्णानंद राय जीत गए थे। राय की जीत अंसारी को हार गुजरी। इस सीट पर मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी की हार हुई थी। इसी सियासी हार को अंसारी और राय के बीच दुश्मनी की बड़ी वजह बताई गई थी। इसके अलावा दोनों के बीच इलाकाई वर्चस्व की लड़ाई भी चल रही थी।