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बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: शूटर शिवा ने STF से किया खुलासा बताया कि ……..लॉरेंस बिश्नोई के भाई ने…….

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा ने एसटीएफ को बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी की तीन दिनों तक रेकी की। दशहरे के दिन, उचित मौका पाते ही उन्होंने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी। इस हत्या के लिए लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने उन्हें दस लाख रुपये का इनाम देने का वादा किया था। यह योजना काफी सोच-समझकर और रणनीति के साथ बनाई गई थी, ताकि सिद्दीकी की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और सही समय पर हमला किया जा सके।

महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और फिल्म अभिनेता सलमान के करीबी जियाउद्दीन उर्फ बाबा सिद्दीकी की हत्या के मुख्य आरोपी शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा को उत्तर प्रदेश एसटीएफ और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने बहराइच से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, नेपाल भागने में शिवा की मदद करने के आरोप में चार अन्य व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया गया।

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा ने एसटीएफ को बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी की तीन दिनों तक रेकी की और दशहरे के दिन मौका मिलते ही उनकी हत्या कर दी। घटना के दौरान दो हत्यारोपी मौके पर ही लोगों के हत्थे चढ़ गए, जबकि शिवा अपना फोन फेंककर वहां से भाग निकला और पुणे पहुंच गया। पुणे से होते हुए वह झांसी और लखनऊ के रास्ते बहराइच आ गया। यात्रा के दौरान उसने किसी यात्री के फोन से अनुराग कश्यप से संपर्क किया, जिसने उसे बताया कि अखिलेन्द्र, ज्ञान प्रकाश और आकाश ने उसके नेपाल में छिपने की व्यवस्था कर दी है।

बाबा सिद्दीकी

दशहरे वाले दिन हुई थी हत्या

दशहरे के दिन, 12 अक्टूबर को तीन शूटरों ने गोलियां चलाकर बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी थी। इस वारदात में ऑस्ट्रेलिया में निर्मित पिस्टल का उपयोग किया गया था। इसके बाद, मुंबई पुलिस ने दो आरोपियों, धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन शिवा फरार होकर बहराइच पहुंच गया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बाबा सिद्दीकी की हत्या लारेंस बिश्नोई के निर्देश पर की थी।

महाराष्ट्र निवासी शुभम लोनकर और पंजाब के जालंधर निवासी मोहम्मद यासीन अख्तर शूटरों के हैंडलर थे। इन्हीं दोनों ने शूटरों को बाबा सिद्दीकी की लोकेशन और हत्या के लिए हथियार मुहैया कराए थे। गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों ने पुलिस को शिवा के बारे में जानकारी दी थी, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने शिवा की गिरफ्तारी में सहयोग के लिए एसटीएफ से संपर्क किया। मुंबई क्राइम ब्रांच की एक टीम लखनऊ आई और एसटीएफ के साथ मिलकर शिवा की लोकेशन का पता लगाया। शिवा की लोकेशन बहराइच के नानपारा क्षेत्र में पाई गई, और जानकारी मिली कि वह नेपाल भागने की कोशिश में है। इसके बाद एसटीएफ की टीम ने नानपारा से शिवा को गिरफ्तार कर लिया।

हत्या के बदले मिलने वाले थे 10 लाख

शिवा ने बताया कि वह और दूसरा शूटर धर्मराज एक ही गांव के रहने वाले हैं। मुंबई में वह कबाड़ का कारोबार करता था, और उसकी तथा शुभम लोनकर की दुकानें पास-पास थीं। शुभम ने उसे स्नैपचैट के जरिए लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से मिलवाया था। हत्या के लिए दस लाख रुपये देने का वादा किया गया था, और यह भी कहा गया था कि हत्या के बाद हर महीने कुछ न कुछ राशि मिलती रहेगी। शिवा ने बताया कि हत्या के लिए शुभम और यासीन ने उसे हथियार, मोबाइल फोन और सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। हत्या के बाद संपर्क के लिए भी उसे अलग मोबाइल फोन और सिम दिए गए थे।

क्या अकेलेपन का शिकार हैं अर्जुन कपूर? जानें उनकी खुद की ज़बानी..

अर्जुन कपूर ने स्वीकार किया कि पिछले कुछ सालों में उन्होंने अपने काम में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन अपने निजी जीवन में संतुलन बनाए रखने की कोशिश की।

बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर अक्सर फिल्म जगत में अकेलेपन, शोहरत और खुद को लेकर बनी गलत धारणाओं पर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में, उन्होंने अपने निजी जीवन के बारे में बात करते हुए बताया कि पहले वे अकेलापन महसूस करते थे, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने खुद पर ध्यान देना शुरू किया और अपने जीवन में चीजों के साथ खुद को जोड़ने लगे।

अर्जुन कपूर

सिंघम में दिखेंगे अर्जुन?

सिंघम अभिनेता ने साझा किया कि जीवन के विभिन्न चरणों में कई घटनाएँ घटीं, लेकिन अब वह पहले की तरह अकेलापन महसूस नहीं करते और लगातार बेहतर हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वक्त के साथ उन्होंने खुद को समझा और अब वह मानसिक रूप से ज्यादा मजबूत महसूस करते हैं। उनका मानना है कि जीवन के उतार-चढ़ाव ने उन्हें और परिपक्व बना दिया है। उनकी अगली फिल्म की बात करें तो वह रोहित शेट्टी की सिंघम अगेन में दिखाई देंगे। इस फिल्म में उनके साथ अजय देवगन, टाइगर श्रॉफ, करीना कपूर, रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण भी प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे। फिल्म में एक्शन और ड्रामा का शानदार मिश्रण देखने को मिलेगा, और इसमें पुलिस की भूमिका में अर्जुन कपूर का किरदार दर्शकों को आकर्षित करेगा। यह फिल्म रोहित शेट्टी के द्वारा बनाई गई एक और बड़े एक्शन थ्रिलर का हिस्सा होगी, जिसे लेकर फैंस में खासा उत्साह है।

सफल होना भी नहीं कर पाया अकेलापन दूर

हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में अर्जुन कपूर से पूछा गया कि एक बातचीत के दौरान उन्होंने अकेलेपन का ज़िक्र किया था। तो क्या मलाइका अरोड़ा के साथ अपने रिश्ते के बाद भी उन्हें वही भावनाएं महसूस हुईं? इस पर अर्जुन ने जवाब दिया कि उन्होंने इस विषय पर 2014 में बात की थी, क्योंकि उस समय वह अपनी मां और बहन को खोने के गम से गुजर रहे थे। मां और बहन के चले जाने के बाद जब वह एक खाली घर में लौटते थे, तो उन्हें गहरा अकेलापन महसूस होता था। अर्जुन ने 2012 में परिणीति चोपड़ा के साथ फिल्म इश्कजादे से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 2 स्टेट्स और गुंडे में भी उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया। इतनी सफलता के बावजूद, जब वह घर लौटते, तो उन्हें अकेलेपन का एहसास होता था।

अर्जुन कपूर

काम में भी आये कई उतार चढ़ाव

अर्जुन कपूर ने स्वीकार किया कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन निजी जीवन में उन्होंने चीजों को संतुलित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अब मुझे सिर्फ खुद का ख्याल रखने की जरूरत है। स्वार्थी होने को गलत तरीके से देखा जाता है, लेकिन मुझे लगता है कि यह स्वार्थ नहीं है। यह ऐसा था कि कुछ और कारणों से मैं ठीक नहीं था। यह अकेलापन नहीं था, बल्कि वह कुछ था जो मेरे जीवन और रिश्तों में बहुत कुछ घटित हुआ था।” अर्जुन ने कहा कि अगर किसी को अकेलापन असहज लगे, तो उसका समाधान निकालना जरूरी है। उन्होंने आगे कहा, “अगर आप किसी रिलेशनशिप में हैं, तो उसपर बात करना मुश्किल हो सकता है। मुझे लगता है कि चीजें जैसी हैं, मुझे उनका सम्मान करना चाहिए। मैं किसी कारण से विवरण में नहीं जाना चाहता, लेकिन मैं कभी भी दो चीजों को अलग-अलग नहीं करूंगा। मुझे लगता है कि मेरी शुरुआती समस्याओं का इस बात से कोई संबंध नहीं है कि मैं आज कहां हूं।”

 

डोनाल्ड ट्रम्प के आने से भारत पर क्या होगा असर ?

ट्रंप के दोबारा चुने जाने पर दुनियाभर में चर्चा हो रही है कि उनकी विदेश नीति कैसी होगी। भारत के लिए भी यह महत्वपूर्ण है कि ट्रंप दक्षिण एशिया को किस तरह से संभालते हैं।

दक्षिण एशिया पर ट्रंप की विदेश नीति का क्या प्रभाव पड़ेगा और भारत इसका किस प्रकार से सामना करेगा।

दक्षिण एशिया में भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश और मालदीव जैसे देश शामिल हैं। विश्व बैंक के अनुसार इस क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 1.94 अरब है। इस इलाके में भारत एक तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और दुनिया की पाँचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है।

डोनाल्ड ट्रम्प

क्या होगा नया कार्यालय?

राजीव डोगरा, जो इटली, पाकिस्तान और ब्रिटेन में भारत के राजनयिक रह चुके हैं, का कहना है कि ट्रंप का सबसे बड़ा नारा “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” है, और उनकी नीतियाँ इसी सोच से प्रेरित हैं। डोगरा बताते हैं कि इसके तहत, यदि किसी देश पर टैरिफ लगाना या अन्य कड़े कदम उठाना पड़े, तो ट्रंप इसमें कोई संकोच नहीं करेंगे।

डोगरा का कहना है कि ट्रंप को ताकतवर देश और उनके नेताओं की ओर आकर्षण है। ट्रंप को उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के साथ भी बातचीत करने में कोई आपत्ति नहीं थी और उन्होंने उत्तर कोरिया के साथ भी संबंध बढ़ाने की कोशिश की थी।

ट्रंप के कार्यकाल में भारत और अमेरिका के रक्षा संबंध कई महत्वपूर्ण चरणों तक पहुंचे थे, जिसमें क्वॉड समूह को पुनर्जीवित करना भी शामिल था। इस समूह में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान हैं, और इसे कई विशेषज्ञ चीन के खिलाफ एक मोर्चे के रूप में देखते हैं।

वाइस एडमिरल गिरीश लूथरा (सेवानिवृत्त) ने बीबीसी को बताया कि 2020 में जब भारत और चीन के सैनिक पूर्वी लद्दाख में आमने-सामने थे, तब यह खबर आई थी कि चीन से निपटने के लिए अमेरिका और भारत के बीच चर्चा हुई थी, और उस समय ट्रंप राष्ट्रपति थे।

लूथरा कहते हैं कि भारत-अमेरिका संबंधों में अब एक प्रकार की स्थिरता आ गई है, जिससे राष्ट्रपति बदलने से बड़ा असर नहीं पड़ता। वे मानते हैं कि बाइडन के कार्यकाल से बहुत बड़ा अंतर देखने को नहीं मिलेगा, लेकिन ट्रंप के पहले कार्यकाल और संभावित दूसरे कार्यकाल की नीतियों को जोड़कर देखते समय सतर्कता बरतनी चाहिए।

“ट्रंप के चुनाव हारने के बाद दुनिया में काफी बदलाव आ चुके हैं। अब इसराइल ग़ज़ा के अलावा कई मोर्चों पर युद्धरत है, रूस-यूक्रेन का संघर्ष जारी है, ग्लोबल साउथ की आवाज़ मुखर हो गई है, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव बढ़ रहा है। ऐसे में ट्रंप की नीतियों को उनके पहले कार्यकाल के आधार पर आंकना तर्कसंगत नहीं होगा।”

डोनाल्ड ट्रम्प

वे मुद्दे जिन पर भारत की असहजता बढ़ सकती है

लेकिन ट्रंप के आने से भारत के लिए इमिग्रेशन और व्यापार के मामलों में असहजता बढ़ सकती है।

पिछले महीने ही ट्रंप ने टैरिफ के मुद्दे पर चीन, भारत और ब्राज़ील को निशाना बनाया था। ट्रंप भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ा सकते हैं और वे अक्सर इस बात का उल्लेख करते रहे हैं कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर अधिक टैरिफ लगाता है।

वॉशिंगटन डीसी स्थित थिंक टैंक हडसन इंस्टीट्यूट की रिसर्च फेलो अपर्णा पांडे, जो दक्षिण एशिया पर गहरी पकड़ रखती हैं, कहती हैं, “आपको याद होगा कि अपने पहले कार्यकाल में राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के लिए जो जीएसपी (जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस) था, उसे समाप्त कर दिया था, जिससे कुछ भारतीय उत्पाद अमेरिका में बिना शुल्क के प्रवेश कर सकते थे। इसके अलावा, एच1बी वीज़ा पर भी ट्रंप की सख्त नज़र रही है।”

“इसका सबसे अधिक लाभ भारतीयों को मिलता था। साथ ही, कई रिपोर्टें भी हैं जिनमें बताया गया है कि बड़ी संख्या में भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप के लिए यह एक रेड लाइन है।” हालांकि, अपर्णा पांडे बताती हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्रंप के अच्छे संबंध हैं और इसका फायदा भारत को मिल सकता है।

पांडे कहती हैं, “भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों में रिपब्लिकन पार्टी के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है, और यह मौजूदा समय में भारत के लिए सहायक हो सकता है।” ट्रंप के पहले कार्यकाल में पाकिस्तान के साथ संबंधों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था।

 

अल्मोड़ा बस एक्सीडेंट : ड्राइवर की परेशानी बनी 36 ज़िंदगियों की दुश्मन

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए बस हादसे में 36 लोगों की जान चली गई, जिससे पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। जो लोग इस हादसे में जीवित बचे, उनकी आंखों के सामने अब भी वह भयावह दृश्य ताजा है, जिसे वे शायद ही कभी भूल पाएं। घायल यात्रियों ने बताया कि उस दुखद घटना के दौरान क्या हुआ था, और कैसे पल भर में सब कुछ बदल गया।

अल्मोड़ा

अल्मोड़ा बस हादसे में 36 लोगों की जान चली गई। इस दुखद दुर्घटना का शिकार हुई बस में ज्यादातर वे लोग थे, जो दिवाली का त्योहार मनाने अपने गांव आए थे। छुट्टियां खत्म होने पर जल्दी घर पहुंचने की जल्दबाजी में पहले से भरी हुई बस में लोग सवार हो गए। किसी ने भी सोचा नहीं था कि मंजिल तक पहुंचने से पहले ही यह भयानक हादसा उनकी जिंदगी का अंत कर देगा।

अल्मोड़ा जिले के सल्ट विकासखंड के मरचूला क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर लगभग 150 फुट गहरी खाई में जा गिरी। हादसे के तुरंत बाद वहां चीख-पुकार मच गई। सबसे पहले कूपी गांव और आसपास के क्षेत्र के कुछ युवक मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया। साथ ही उन्होंने प्रशासन को भी इस दुर्घटना की जानकारी दी। घायलों को निजी वाहनों की मदद से देवायल और रामनगर के अस्पतालों में उपचार के लिए भेजा गया।

बस चालक दिनेश सिंह, जो भैरंगखाल, सल्ट का निवासी था, मानसिक रूप से परेशान था। उसे बार-बार पैसों के लिए फोन आ रहे थे। यह जानकारी रामनगर अस्पताल में भर्ती घायल हरीश चंद्र पोखरियाल ने दी। हरीश चंद्र पोखरियाल, जो चालक के पास वाली सीट पर बैठे थे, ने बताया कि जब उन्होंने चालक को तनाव में देखा तो यात्रियों ने उससे इसका कारण पूछा। चालक ने बताया कि उसे ढाई लाख रुपये किसी को देने हैं, जिससे वह परेशान है। यात्रियों ने उसे साहस बंधाया, लेकिन तनाव के बीच एक मोड़ पर उसने वाहन से नियंत्रण खो दिया और बस खाई में जा गिरी।

अल्मोड़ा

हादसे की सूचना मिलते ही रामनगर, काशीपुर, अल्मोड़ा सहित विभिन्न क्षेत्रों से प्रशासनिक अधिकारी, एसडीआरएफ, पुलिस और पीएसी के जवान मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। इस दुर्घटना में 36 यात्रियों की जान चली गई, जबकि 19 अन्य घायल हो गए हैं। मृतकों में कई बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं।

फिटनेस व परमिट 12 मार्च 2025 तक के लिए वैध

दुर्घटनाग्रस्त बस पौड़ी आरटीओ में पंजीकृत है। आरटीओ पौड़ी के द्वारिका प्रसाद ने जानकारी दी कि बस में 43 सीटें हैं और इसकी फिटनेस व परमिट 12 मार्च 2025 तक वैध हैं। आरटीओ ने बताया कि दूरस्थ क्षेत्रों में बसों की नियमित रूप से जांच की जा रही है। इस साल आरटीओ की टीम ने 113 बसों, टैक्सी और मैक्सी के फिटनेस आदि के अपडेट न मिलने पर सीज और चालान की कार्रवाई की है।

जनपद के दूरस्थ ब्लॉक नैनीडांडा के किनाथ से रामनगर जा रही बस के सारड़ बैंड के पास दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना पर पौड़ी जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। डीएम डॉ. आशीष चौहान ने जिला आपदा परिचालन केंद्र में सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और दुर्घटना के प्रभावितों के लिए तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम लैंसडौन और चौबट्टाखाल को घटनास्थल पर शीघ्र पहुंचने के लिए कहा। साथ ही, राजस्व और विकास विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों और कर्मचारियों को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने का आदेश दिया।

अल्मोड़ा

अल्मोड़ा में हुए बस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके शोक व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, “उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए सड़क हादसे में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। साथ ही, मैं सभी घायलों की जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हर संभव प्रयास में जुटा है।”

 

Delhi VS Lucknow 2.0 ….किस IPS अधिकारी के मुद्दे पर योगी सरकार पर बरसे अखिलेश?

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में डीजीपी चयन प्रक्रिया को लेकर योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को स्थायी पद पर नियुक्त करने के लिए नियमों में बदलाव किया है। अखिलेश का कहना है कि सुना है, सरकार ने किसी बड़े पुलिस अधिकारी को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से नियमावली को मंजूरी दी है। उन्होंने इसे प्रशासनिक प्रक्रिया में धांधली करार देते हुए सरकार की नीयत पर सवाल उठाए हैं।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने डीजीपी चयन प्रक्रिया में बदलाव करते हुए एक महत्वपूर्ण नियमावली को मंजूरी दे दी है। इस नए नियम के तहत अब राज्य सरकार यूपीएससी की सिफारिशों पर निर्भर हुए बिना अपनी पसंद के आईपीएस अधिकारी को डीजीपी के पद पर नियुक्त कर सकेगी। सोमवार देर रात कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को पारित किया गया, जिसके बाद से इस मुद्दे पर राजनीतिक माहौल गरमा गया है।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार अपने चहेते अधिकारियों को ऊंचे पदों पर बैठाने के लिए नियमों में बदलाव कर रही है, जिससे सरकारी तंत्र की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं। अखिलेश का कहना है कि यह फैसला योगी सरकार की मंशा को दर्शाता है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया और पारदर्शिता के खिलाफ है। उन्होंने इस फैसले को प्रशासनिक धांधली बताते हुए इसे लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला करार दिया है।

अखिलेश यादव ने अपने X अकाउंट पर लिखा, “सुना है कि एक बड़े पुलिस अधिकारी को स्थायी पद देने और उनका कार्यकाल 2 साल बढ़ाने की तैयारी की जा रही है… सवाल यह है कि जो यह व्यवस्था बना रहे हैं, वे खुद अगले 2 साल तक रहेंगे या नहीं। क्या यह दिल्ली से लगाम छीनकर उसे अपने हाथ में लेने की कोशिश है? दिल्ली बनाम लखनऊ 2.0।”

Lucknow

Delhi VS Lucknow 2.0 : प्रशांत कुमार के नाम की चल रही है चर्चा

इस वक्त प्रशांत कुमार उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी हैं, और राज्य को पिछले तीन वर्षों से स्थायी डीजीपी नहीं मिल पाया है। प्रशांत कुमार अगले साल मई में सेवानिवृत्त होने वाले हैं, और फिलहाल उनके रिटायरमेंट में छह महीने का वक्त बचा है। सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चाएं हो रही हैं कि प्रशांत कुमार को ही पूर्णकालिक डीजीपी नियुक्त किया जा सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रशांत कुमार का नाम लिए बिना, उन्हीं के बहाने योगी सरकार पर निशाना साधा है।

प्रशांत कुमार, कार्यवाहक डीजीपी बनने से पहले कई वर्षों तक उत्तर प्रदेश में एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) के पद पर तैनात थे और उनके कार्यकाल में राज्य के कानून व्यवस्था को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए थे। राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि योगी सरकार द्वारा नियमावली में बदलाव का उद्देश्य प्रशांत कुमार को स्थायी डीजीपी के रूप में नियुक्त करना हो सकता है। अखिलेश यादव ने इसे लेकर सरकार पर आरोप लगाया है कि यह फैसला पारदर्शिता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विपरीत है, और इसे प्रशासनिक मनमानी करार दिया है।

मारुती को कड़ी टक्कर देने आ रही है TATA SUMO 2025 मॉडल

भारतीय बाजार में जल्द ही मारुति को कड़ी टक्कर देने के लिए Tata Sumo 2025 मॉडल लॉन्च होने जा रहा है। इस नए मॉडल में आपको आकर्षक डिजाइन के साथ शक्तिशाली इंजन मिलेगा। नमस्कार दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक शानदार कार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अगले साल भारतीय बाजार में धूम मचाने के लिए तैयार है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह कार बेहतरीन माइलेज, पावरफुल इंजन और कई अत्याधुनिक फीचर्स के साथ आएगी, जिससे ड्राइविंग का अनुभव और भी शानदार हो जाएगा।

सबसे पहले अगर इस नए मॉडल में मिलने वाले इंजन की बात करें, तो आपको बता दें कि इसमें बेहद पावरफुल इंजन का उपयोग किया जा रहा है। टाटा कंपनी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस नई Tata Sumo 2025 में 2.0 लीटर का डीजल इंजन विकल्प उपलब्ध होगा। इसके अलावा, इसमें 1.5 लीटर का पेट्रोल इंजन विकल्प भी दिया जाएगा, जिससे ग्राहकों को दोनों ईंधन विकल्पों में से चुनने की सुविधा मिलेगी।

 TATA SUMO

साथ ही, इस मॉडल को 6-स्पीड ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन के साथ पेश किए जाने की भी संभावना है, जो ड्राइविंग अनुभव को और अधिक सहज और रोमांचक बनाएगा। इंजन की पावर और ट्रांसमिशन की इन खूबियों के साथ, यह कार न केवल प्रदर्शन में बल्कि ईंधन दक्षता में भी बेहतरीन साबित होने की उम्मीद है।

TATA SUMO 2025: आकर्षक डिजाइन के साथ दमदार मिलेगा इंजन

Tata Sumo 2025 को जल्द ही 2025 में लॉन्च किया जाएगा, और यह अपने आकर्षक फीचर्स के साथ बाजार में धमाल मचाने के लिए तैयार है। इसमें बोल्ड और आक्रामक हेडलाइट्स दिए गए हैं, जो इसे एक दमदार लुक देते हैं। इसके साथ ही, एलईडी डीआरएल्स (डेटाइम रनिंग लाइट्स) और फॉग लाइट्स भी उपलब्ध हैं, जो रात में और खराब मौसम में बेहतर विजिबिलिटी प्रदान करेंगे।

अंदर की तरफ, इस कार में ट्विन-पीपल स्टाइल का स्टीयरिंग व्हील और डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर देखने को मिलेगा, जो इसे आधुनिक और प्रीमियम फील देगा। इसके अलावा, इसमें टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम भी होगा, जो एप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो की सुविधा के साथ आएगा, जिससे आप अपने स्मार्टफोन को कार के सिस्टम से आसानी से कनेक्ट कर सकेंगे।

इन सभी शानदार फीचर्स के साथ, Tata Sumo 2025 ड्राइविंग के अनुभव को और भी बेहतर बनाएगी और इसे बाजार में एक मजबूत दावेदार के रूप में पेश करेगी।

इसमें आपको कई शानदार फीचर्स मिलेंगे, जैसे कि पैनोरमिक और मिक्स सनरूफ, जो कार के इंटीरियर्स को और भी आकर्षक बनाते हैं। इस दमदार कार में 360 डिग्री कैमरा की सुविधा भी शामिल होगी, जिससे पार्किंग और अन्य मुश्किल स्थितियों में ड्राइविंग आसान हो जाएगी। इसके साथ ही, जलवायु नियंत्रण प्रणाली भी उपलब्ध होगी, जिससे आपको हर मौसम में आरामदायक ड्राइविंग का अनुभव मिलेगा।

 TATA SUMO

अगर हम इसकी कीमत की बात करें, तो Tata Sumo 2025 को लगभग 15 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किए जाने की संभावना है। इस कीमत पर, यह कार न केवल बेहतरीन फीचर्स और प्रदर्शन के साथ आएगी, बल्कि यह बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त भी प्रदान करेगी। ग्राहक इस कार को खरीदने के लिए उत्सुक हैं, क्योंकि यह उनके सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।

क्या है लेप्टोस्पायरोसिस जिसने घेर लिया पंजाब के CM मान को ?

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को बैक्टीरियल संक्रमण लेप्टोस्पायरोसिस हो गया है, जिसके चलते उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल द्वारा जारी किए गए स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, मुख्यमंत्री की स्थिति इस समय स्थिर है और उन्हें एंटीबायोटिक्स के जरिए इलाज किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री को तेज बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उनके लक्षणों को ध्यान में रखते हुए खून की जांच की। जांच रिपोर्ट में उनके लेप्टोस्पायरोसिस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही डॉक्टरों ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री को पल्मोनरी आर्टरी प्रेशर और ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, फिलहाल उनकी हालत नियंत्रण में है और वे उपचार के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

लेप्टोस्पायरोसिस एक संक्रामक बीमारी है, जो लेप्टोस्पाइरा नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह संक्रमण मुख्य रूप से चूहों के माध्यम से इंसानों तक पहुंचता है। संक्रमित जानवरों के मूत्र से दूषित भोजन, पानी या मिट्टी के संपर्क में आने से, जब यह नाक, मुंह, आंखों या किसी घाव वाली त्वचा से संपर्क करता है, तो यह बीमारी फैल सकती है।

एक अनुमान के मुताबिक हर साल एक मिलियन (10 लाख) से अधिक लोग इस संक्रमण की चपेट में आते हैं। आइए इस संक्रामक रोग के बारे में जानते हैं।
 लेप्टोस्पायरोसिस

लेप्टोस्पायरोसिस के बारे में जानिए

आप लेप्टोस्पाइरा बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकते हैं यदि आपकी त्वचा पर कोई खरोंच या कट हो, या फिर यह बैक्टीरिया आंखों, नाक या मुंह के संपर्क में आ जाए। लेप्टोस्पायरोसिस एक जूनोटिक बीमारी है, जिसका मतलब है कि यह जानवरों से इंसानों में फैल सकती है। बारिश के मौसम में जलभराव वाली जगहों पर इस बैक्टीरिया का प्रसार अधिक होता है।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की केरल इकाई के डॉ. राजीव जयदेवन बताते हैं कि लेप्टोस्पायरोसिस से संक्रमित होने वाले 10 प्रतिशत लोगों की मौत हो जाती है। इसलिए यदि किसी व्यक्ति में इस संक्रमण के लक्षण दिखाई दें, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर उचित इलाज कराना चाहिए। यदि समय पर इस बीमारी की पहचान और उपचार न हो, तो यह गंभीर और जानलेवा रूप ले सकती है।

लेप्टोस्पायरोसिस संक्रमण की क्या पहचान है?

लेप्टोस्पायरोसिस संक्रमण की शुरुआती अवस्था में रोगियों में आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में यह आंतरिक रक्तस्राव और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। प्रारंभिक लक्षणों में तेज बुखार, आंखों में संक्रमण या लालिमा, सिरदर्द, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, दस्त और पीलिया शामिल हो सकते हैं। जबकि गंभीर स्थिति में खांसी के साथ खून आना (हेमोप्टाइसिस), छाती में दर्द, सांस लेने में कठिनाई और पेशाब में खून आने जैसे आंतरिक रक्तस्राव के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।

किडनी और लिवर फेलियर का भी खतरा

लेप्टोस्पायरोसिस संक्रमण कुछ मामलों में अत्यधिक गंभीर और जानलेवा हो सकता है। यदि समय पर उचित इलाज न मिले या संक्रमण बहुत बढ़ जाए, तो मरीजों को सांस लेने में कठिनाई और मेनिन्जाइटिस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मेनिन्जाइटिस में मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की सुरक्षा करने वाली झिल्लियों में सूजन हो जाती है, जो काफी खतरनाक स्थिति मानी जाती है।

इसके अलावा, संक्रमण के गंभीर मामलों में किडनी और लिवर फेलियर का जोखिम भी बढ़ जाता है, जो प्रायः घातक साबित हो सकता है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण नजर आते ही मरीज तुरंत चिकित्सा सलाह लें, ताकि संक्रमण को गंभीर होने से रोका जा सके और जीवन को खतरे से बचाया जा सके।

लेप्टोस्पायरोसिस

संक्रमण से कैसे करें बचाव?

लेप्टोस्पायरोसिस एक बैक्टीरियल संक्रमण है, इसलिए कुछ एंटीबायोटिक दवाओं से इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सभी को संक्रामक रोगों से बचाव के लिए लगातार सावधानी बरतनी चाहिए।

संक्रमण के जोखिम से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप दूषित पानी के संपर्क से दूर रहें और जानवरों के सीधे संपर्क से बचें। पीने के लिए हमेशा साफ पानी का इस्तेमाल करें या पानी को उबालकर ठंडा करके पिएं। अगर आपके शरीर पर कहीं चोट या घाव है, तो उसकी उचित देखभाल और सफाई जरूर करें ताकि संक्रमण से बचा जा सके।

हरियाणा में आप-कांग्रेस गठबंधन फेल, जारी आप प्रत्याशियों की सूची

हरियाणा में गठबंधन को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच बातचीत जारी थी, जिसमें कांग्रेस की ओर से दीपक बाबरिया और AAP की ओर से राघव चड्ढा प्रमुख रूप से चर्चा कर रहे थे। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी 10 से अधिक सीटों की मांग कर रही थी, लेकिन कांग्रेस इस पर सहमत नहीं थी और तीन से अधिक सीटें देने को तैयार नहीं थी। इस खींचतान के चलते दोनों दलों के बीच बातचीत में गतिरोध बना हुआ था, जो गठबंधन की संभावनाओं पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा था।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन की चर्चा आखिरी समय तक होते-होते रुक गई। दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन सकी, जिसके कारण गठबंधन की संभावनाओं पर पूर्ण विराम लग गया। आखिरकार, आम आदमी पार्टी ने सोमवार को अपने 20 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। हैरानी की बात यह है कि इनमें से 11 सीटों पर कांग्रेस पहले ही अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी थी। आप द्वारा सूची जारी किए जाने के बाद कांग्रेस की ओर से गठबंधन पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस बीच, आप नेताओं का दावा है कि वे जल्द ही अपनी दूसरी सूची भी जारी करेंगे, जिससे यह साफ होता है कि आप अब अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। इस घटनाक्रम से हरियाणा की राजनीति में नई उठापटक शुरू हो गई है, और दोनों दलों के बीच संभावित गठबंधन के टूटने से चुनावी समीकरणों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच पिछले पांच दिनों से हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन की बातचीत जारी थी। कांग्रेस की ओर से दीपक बाबरिया और आप के राघव चड्ढा के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर लगातार चर्चा हो रही थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आप 10 से अधिक सीटों की मांग कर रही थी, जबकि कांग्रेस तीन से ज्यादा सीटें देने पर राजी नहीं थी। आप पिहोवा, कलायत, गुहला चीका, पानीपत ग्रामीण, जींद के अलावा गुड़गांव और फरीदाबाद जैसी प्रमुख सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक थी। हालांकि, कांग्रेस इन सीटों को आप को देने के लिए तैयार नहीं थी, क्योंकि इनमें से कई सीटें ऐसी थीं जहां कांग्रेस पिछले चुनाव में दूसरे स्थान पर रही थी और उसे उम्मीद थी कि इस बार वह वहां से जीत दर्ज कर सकती है।

कांग्रेस का मानना था कि यदि ये महत्वपूर्ण सीटें आप के पास चली जातीं तो पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता था, जिससे उसकी चुनावी संभावनाएं प्रभावित होतीं। सीटों के बंटवारे पर मतभेद के कारण गठबंधन पर सहमति नहीं बन पाई, और इस मामले में दोनों दलों के बीच कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। यह गतिरोध अब यह संकेत देता है कि दोनों पार्टियां अपने-अपने दम पर चुनावी मैदान में उतर सकती हैं, जिससे हरियाणा की राजनीतिक स्थिति और भी दिलचस्प हो गई है।

हरियाणा

हरियाणा कांग्रेस के नेताओं की गठबंधन में रुचि नहीं थी

हालांकि राहुल गांधी ने राष्ट्रीय राजनीति को ध्यान में रखते हुए गठबंधन के संकेत दिए थे, लेकिन हरियाणा कांग्रेस के नेता शुरुआत से ही इस गठबंधन के विरोध में थे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और अजय यादव ने भी आप के साथ गठबंधन नहीं करने का समर्थन किया था। कांग्रेस नेताओं का मानना था कि अगर आप को पांच से छह सीटें भी दी जातीं, तो इसका नुकसान सीधे तौर पर कांग्रेस को ही उठाना पड़ता। राज्य में इस समय माहौल कांग्रेस के पक्ष में है, इसलिए गठबंधन की जरूरत महसूस नहीं की गई।

आप द्वारा जारी प्रत्याशिओं की सूची

आप के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता ने सोमवार सुबह कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गठबंधन पर आलाकमान से कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिली, तो पार्टी शाम तक अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर देगी। आप नेताओं का मानना है कि वे पिछले कई महीनों से हरियाणा में चुनाव की तैयारी कर रहे हैं और कई नेताओं को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार भी कर चुके हैं। हालांकि, कांग्रेस गठबंधन के प्रति गंभीर नहीं दिखाई दे रही थी, जिससे आप के उम्मीदवारों में असमंजस और बेचैनी थी, क्योंकि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि नजदीक आ रही थी। उम्मीदवार लगातार पार्टी पर दबाव बना रहे थे।

सूची जारी होने के बाद, आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि गठबंधन की संभावना अब कम होती दिख रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आम आदमी पार्टी एक राष्ट्रीय दल है और हरियाणा में उसका जनाधार मजबूत है। सभी सीटों पर आप की तैयारी पूरी हो चुकी है, जिससे साफ संकेत मिलता है कि पार्टी अकेले चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।

20 सीटों पर घोषित किये उमीदवार

आम आदमी पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने 20 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें विभिन्न सीटों से प्रमुख उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है। कलायत से अनुराग ढांडा, नारायणगढ़ से गुरपाल सिंह, पूंडरी से नरेंद्र शर्मा, घरौंडा से जयपाल शर्मा, असंध से अमनदीप जुंडला, समालखा से बिट्टू पहलवान, उचाना कलां से पवन फौजी, डबवाली से कुलदीप गदराना, रानिया से हैप्पी रानिया, भिवानी से इंदु शर्मा, महम से विकास नेहरा, रोहतक से बिजेंद्र हुड्डा, बहादुरगढ़ से कुलदीप छिक्कारा, बादली से रणबीर गुलिया, बेरी से सोनू अहलावत शेरिया, महेंद्रगढ़ से डॉ. मनीष यादव, नारनौल से रविंद्र मटरू, बादशाहपुर से वीर सिंह सरपंच, सोहना से धर्मेंद्र खटाना और बल्लभगढ़ से रविंद्र फौजदार को चुनावी मैदान में उतारा गया है।

आप ने इन उम्मीदवारों के जरिए हरियाणा में अपनी चुनावी रणनीति को मजबूती देने की कोशिश की है। उम्मीदवारों का चयन क्षेत्रीय जनाधार और स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रखकर किया गया है, जिससे पार्टी को विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। आप नेताओं का कहना है कि इन उम्मीदवारों की मदद से पार्टी राज्य में एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरने का प्रयास कर रही है, और हरियाणा के मतदाताओं के बीच अपनी जगह बनाने की तैयारी कर चुकी है।

New महिंद्रा XUV 200, नए फीचर्स के साथ बिंदास लुक और जबरदस्त माइलेज

एडवांस फीचर्स के साथ नए अंदाज में लॉन्च हुई है New Mahindra XUV 200, जो कम कीमत में शानदार माइलेज देने का वादा करती है।

अगर आप भी इन दिनों एक लग्जरी फोर व्हीलर गाड़ी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो महिंद्रा ने आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प पेश किया है। हाल ही में महिंद्रा ने अपनी नई SUV, New Mahindra XUV 200, को भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में लॉन्च किया है।

XUV 200

यह गाड़ी न सिर्फ अपने दमदार डिजाइन और बेहतरीन फीचर्स के लिए जानी जाएगी, बल्कि इसकी किफायती कीमत भी इसे खास बनाती है। इसमें आपको उन्नत सुरक्षा फीचर्स, शानदार इंटीरियर और दमदार इंजन का कॉम्बिनेशन मिलेगा, जो इसे अपने सेगमेंट में एक आदर्श विकल्प बनाता है। कंपनी ने इस गाड़ी को खासतौर पर उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाया है, जो कम बजट में बेहतरीन परफॉर्मेंस और माइलेज वाली कार खरीदना चाहते हैं। तो आइए, विस्तार से जानते हैं इस गाड़ी की सभी खासियतें और फीचर्स, जो इसे अन्य गाड़ियों से अलग बनाते हैं।

XUV 200

Mahindra XUV का शानदार इंजन

महिंद्रा ने अपनी इस लग्जरी फोर व्हीलर, New Mahindra XUV 200, में दमदार 1.02 लीटर का टर्बो पेट्रोल इंजन पेश किया है। यह इंजन 110 HP की अधिकतम पावर और 200 NM का टॉर्क उत्पन्न करने में सक्षम है, जो इसे न केवल पावरफुल बनाता है बल्कि ड्राइविंग अनुभव को भी बेहतरीन बनाता है। इस इंजन की बदौलत यह गाड़ी शहर की सड़कों से लेकर लंबी यात्राओं तक में शानदार परफॉर्मेंस देती है।

महिंद्रा XUV 200 अपने सेगमेंट में एक किफायती और भरोसेमंद विकल्प के रूप में उभरी है, जो ग्राहकों को बेहतरीन माइलेज और पावर के साथ लग्जरी अनुभव भी प्रदान करती है। इसके अलावा, कंपनी ने इसमें उन्नत तकनीक और फीचर्स का इस्तेमाल किया है, जिससे ड्राइविंग और भी सुगम और सुरक्षित बन जाती है। इस गाड़ी में सुरक्षा, कंफर्ट और स्टाइल का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है, जो इसे परिवार और व्यक्तिगत उपयोग दोनों के लिए आदर्श बनाता है। Mahindra XUV 200 उन लोगों के लिए एक शानदार विकल्प है जो कम बजट में एक पावरफुल और स्टाइलिश SUV की तलाश कर रहे हैं।

New Mahindra XUV 200 के फीचर्स

अगर हम Mahindra XUV 200 के फीचर्स की बात करें तो महिंद्रा ने इसमें कई एडवांस और यूनीक फीचर्स शामिल किए हैं जो इसे इस सेगमेंट में और भी खास बनाते हैं। इस नई SUV में डिजिटल स्पीडोमीटर, डिजिटल ओडोमीटर, डिजिटल ट्रिप मीटर जैसे आधुनिक टेक्नोलॉजी वाले फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा, इसमें ब्रांडेड इंटीरियर्स का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे एक प्रीमियम लुक और फील प्रदान करते हैं।

महिंद्रा XUV 200 में ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल जैसी सुविधाएं भी हैं, जिससे आपके सफर के दौरान तापमान का सही नियंत्रण बना रहता है। इसके साथ ही, इस SUV में 360 डिग्री कैमरा दिया गया है, जो ड्राइविंग और पार्किंग को बेहद आसान और सुरक्षित बनाता है। पार्किंग सेंसर की मदद से तंग जगहों पर भी पार्किंग करना अब और भी सुविधाजनक हो गया है।

महिंद्रा ने इसमें सुरक्षा और आराम का भी खास ध्यान रखा है, जिससे यह गाड़ी न सिर्फ पावरफुल है बल्कि अत्याधुनिक फीचर्स के साथ आ रही है। इन शानदार फीचर्स के कारण Mahindra XUV 200 उन लोगों के लिए एक परफेक्ट चॉइस है जो लग्जरी और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वाली कार की तलाश कर रहे हैं।

XUV 200

New Mahindra XUV 200 की कीमत

बता दें कि महिंद्रा ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अपनी New Mahindra XUV 200 की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत मात्र 8 लाख रुपये तय की है। यह किफायती कीमत इसे अन्य SUVs के मुकाबले एक बेहतरीन विकल्प बनाती है।

महिंद्रा ने इस गाड़ी को विशेष रूप से उन ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया है, जो कम बजट में एक लग्जरी और पावरफुल SUV की तलाश में हैं। XUV 200 अपनी दमदार परफॉर्मेंस, आधुनिक फीचर्स और स्टाइलिश लुक्स के कारण भारतीय बाजार में खासा आकर्षण बटोर रही है। यह गाड़ी न केवल आपके बजट में फिट होती है, बल्कि आपको शानदार ड्राइविंग अनुभव भी प्रदान करती है।

8 लाख रुपये की शुरुआती कीमत के साथ, यह SUV उन लोगों के लिए एक शानदार विकल्प है, जो एक मजबूत, टिकाऊ और फीचर-लोडेड कार खरीदना चाहते हैं, और इसके साथ ही अपने सफर को आरामदायक और सुरक्षित बनाना चाहते हैं।

Scorpio: डीज़ल इंजन के साथ बेहतरीन लुक के साथ आ गयी है Scorpio, जानें कीमत

Scorpio: 2184cc डीजल इंजन के साथ शानदार लुक में महिंद्रा स्कॉर्पियो एक बार फिर से बाजार में धूम मचा रही है। महिंद्रा अपनी दमदार गाड़ियों के लिए भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में हमेशा चर्चा का विषय रहती है। इस एसयूवी सेगमेंट में हाल ही में एक बड़ा बदलाव देखा गया है। जून 2024 में, महिंद्रा स्कॉर्पियो ने फिर से शीर्ष स्थान पर कब्जा कर लिया, टाटा सफारी और टाटा हैरियर जैसी गाड़ियों को पीछे छोड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया। स्कॉर्पियो में न केवल पावरफुल इंजन है, बल्कि इसमें बेहतरीन फीचर्स भी दिए गए हैं, जो इसे इस सेगमेंट में खास बनाते हैं।

Scorpio

Scorpio की Speciality

महिंद्रा स्कॉर्पियो 2024, 2184cc के पावरफुल डीजल इंजन और मैन्युअल ट्रांसमिशन विकल्प के साथ उपलब्ध है। यह एसयूवी 4 वेरिएंट्स में आती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विकल्प चुनने का मौका मिलता है। सुरक्षा के लिहाज से, स्कॉर्पियो में 2 एयरबैग्स दिए गए हैं, जो सफर के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं। इस गाड़ी का ग्राउंड क्लीयरेंस 209 मिमी है, जिससे यह ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर भी आसानी से चल सकती है। स्कॉर्पियो 5 आकर्षक रंगों में उपलब्ध है, जिससे ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार रंग चुन सकते हैं। माइलेज की बात करें तो उपयोगकर्ताओं के अनुसार यह एसयूवी 15.08 किमी प्रति लीटर का माइलेज देती है, जो इसे इस सेगमेंट में एक बेहतरीन विकल्प बनाती है। स्कॉर्पियो की मजबूत बनावट और दमदार परफॉर्मेंस के साथ इसे भारतीय सड़कों पर पसंद किया जा रहा है।

Scorpio Price

महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक की कीमत 13.59 लाख रुपये से शुरू होती है और यह 17.35 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है। इस एसयूवी को दो वेरिएंट्स, एस और एस11, में पेश किया गया है, जिससे ग्राहकों को अपनी जरूरतों और बजट के अनुसार विकल्प चुनने की सुविधा मिलती है। सीटिंग कैपेसिटी के मामले में, स्कॉर्पियो क्लासिक 7 सीटर और 9 सीटर कॉन्फ़िगरेशन में उपलब्ध है, जो इसे बड़े परिवारों या ग्रुप्स के लिए एक आदर्श विकल्प बनाती है। इस कार की मजबूत बनावट, दमदार इंजन और आरामदायक सीटिंग इसे लंबे सफर और हर तरह के रास्तों पर परफेक्ट बनाती है। स्कॉर्पियो क्लासिक न केवल अपनी पावरफुल परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है, बल्कि इसका स्टाइलिश लुक और फीचर्स भी इसे इस सेगमेंट में खास बनाते हैं।

Scorpio कार डिटेल्स

यह शानदार कार कुल पांच वेरिएंट्स में उपलब्ध है, जिसमें पेट्रोल और डीजल दोनों विकल्प दिए गए हैं। स्कॉर्पियो 2024 में 6 और 7 सीटों के कॉन्फ़िगरेशन का विकल्प मिलता है, जिससे यह परिवारों और ग्रुप्स के लिए एक आदर्श एसयूवी बनती है। सुरक्षा के मामले में, यह कार बेहतरीन साबित हुई है, जिसे Global NCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है, जो इसे सुरक्षा के लिहाज से एक भरोसेमंद विकल्प बनाती है। इस कार की शुरुआती कीमत 17.21 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है, जो इसे अपने सेगमेंट में एक प्रतिस्पर्धी विकल्प बनाती है। वहीं, इसका टॉप मॉडल डीजल वेरिएंट में आता है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 31.07 लाख रुपये है। यह कार न सिर्फ शानदार परफॉर्मेंस देती है, बल्कि इसके प्रीमियम फीचर्स और शानदार लुक्स इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।

Scorpio

Scorpio कार की कीमत में बढ़ोतरी

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने हाल ही में भारतीय बाजार में अपने सबसे लोकप्रिय पैसेंजर वाहन, स्कॉर्पियो-एन, के पेट्रोल और डीजल वेरिएंट्स की कीमतों में वृद्धि की है। स्कॉर्पियो-एन के पेट्रोल मैनुअल वेरिएंट्स की कीमतों में 34 हजार रुपये से लेकर 30 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। वहीं, पेट्रोल ऑटोमैटिक वेरिएंट्स की कीमतों में 17 हजार रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक की वृद्धि की गई है।

डीजल इंजन ऑप्शंस में भी कीमतों में बदलाव किया गया है। स्कॉर्पियो-एन के डीजल मैनुअल वेरिएंट्स की कीमतों में एक हजार रुपये से लेकर 39 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है, जबकि डीजल ऑटोमैटिक वेरिएंट्स की कीमतों में 11 हजार रुपये से लेकर 26 हजार रुपये तक की वृद्धि की गई है। यह मूल्यवृद्धि विभिन्न वेरिएंट्स में विशेष फीचर्स और उन्नत तकनीकों के अतिरिक्त मूल्य को दर्शाती है। ग्राहक अब बेहतर सुविधाओं और सुरक्षा के साथ इस प्रतिष्ठित एसयूवी का आनंद ले सकेंगे।