पंजाब पुलिस ने बहुत समय तक खोज के बाद, 23 अप्रैल, 2023 को अमृतपाल सिंह को राज्य के मोगा जिले से गिरफ्तार किया था।
अमृतसर: ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह को असम की जेल से पंजाब की जेल में स्थानांतरित करने की मांग पर प्रस्तावित मार्च से एक दिन पहले रविवार को उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया गया। सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था और उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था। सिंह और उसके नौ साथी वर्तमान में असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। पुलिस उपायुक्त आलम विजय सिंह ने रविवार को बताया कि अमृतपाल की मां बलविंदर कौर को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
डीसीपी ने बताया कि उन्हें सावधानी से हिरासत में लिया गया है। अधिकारी ने इस बारे में अधिक विवरण प्रदान नहीं किया। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि वे इस मामले में जांच कर रहे हैं और विवरणों को सार्वजनिक नहीं करेंगे जब तक वे पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हों।
सेल में प्राप्त हुए थे गैजेट्स
अलगाववादी समूह ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े कैदियों से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए गए थे। पंजाब पुलिस ने कई हफ्तों की तलाश के बाद 23 अप्रैल, 2023 को अमृतपाल सिंह को राज्य के मोगा जिले से गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसको डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लाया गया था। अलगाववादी अमृतपाल पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम यानी एनएसए के तहत आरोप लगाए गए हैं। उसके नौ सहयोगियों पर भी एनएसए के तहत आरोप लगाए गए हैं। असम की डिब्रूगढ़ जेल 1859-60 में बनी थी और यह पूर्वोत्तर की सबसे पुरानी और सबसे उच्च सुरक्षा वाली जेलों में से एक है।
अमृतपाल सिंह को हुआ था अरेस्ट