आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल अपने पंजाब दौरे के दूसरे दिन आज अमृतसर में टाउन हॉल मीटिंग करेंगे। इसके बाद वे जालंधर और लुधियाना में रोड शो करेंगे।
केजरीवाल इस समय पंजाब दौरे पर हैं। रविवार को उन्होंने फिरोजपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपको बिचौलिया कहते हैं, लेकिन हम आपको अपनी अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी मानते हैं। हमारे मन में आपके लिए बहुत सम्मान है। जिस तरह देश के विकास के लिए किसान और मजदूर महत्वपूर्ण हैं, उसी तरह व्यापारी, कारोबारी और उद्योगपति भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि आप सबके योगदान के बिना देश का समुचित विकास संभव नहीं है। हमारा उद्देश्य है कि आपके व्यवसाय को बिना किसी रुकावट के बढ़ने दिया जाए, ताकि आप निश्चिंत होकर अपनी मेहनत से देश को आगे बढ़ा सकें।
उन्होंने कहा कि पंजाब के तेज़ विकास के लिए मुझे आपके समर्थन की आवश्यकता है। मैं आपसे विनती करता हूँ कि हमारे हाथ मजबूत करें। यदि केंद्र में हमारी ताकत बढ़ेगी तो कोई भी पंजाब का फंड नहीं रोक पाएगा। राज्यपाल भी पंजाब के किसी बिल को नहीं रोक सकेंगे। वर्तमान में केंद्र सरकार ने पंजाब के करीब साढ़े आठ हजार करोड़ रुपये रोक रखे हैं। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि लोकसभा में हम कमजोर हैं। हमारी सरकार बनने से पहले पंजाब की इंडस्ट्री की हालत बहुत खराब थी। पिछले 75 साल से पंजाब की इंडस्ट्री परिवारवाद का शिकार रही है। व्यापारी राज्य छोड़कर राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात जैसे अन्य राज्यों में जा रहे थे। लेकिन पिछले दो साल से इंडस्ट्री के राज्य छोड़ने का सिलसिला खत्म हो गया है और अब इंडस्ट्री का पंजाब में वापस आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब को परेशान कर रही है। पंजाब की ओडिशा में एक कोयला खदान है, और जब हमने वहां से कोयला लाना शुरू किया तो केंद्र सरकार ने कहा कि श्रीलंका और गुजरात होकर अपना कोयला पंजाब लाओ। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसका विरोध किया, तब जाकर केंद्र सरकार ने कोयला लाने के लिए एक सीधी ट्रेन की व्यवस्था की। केजरीवाल ने यह भी कहा कि पंजाब के लोगों ने आजादी की लड़ाई में सबसे बड़ा योगदान दिया है। पंजाब के लोगों ने अपने खून-पसीने से इस देश को सींचा है। आज हमें इस राज्य के विकास के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह पंजाब को सहयोग दे, न कि उसे मुश्किलों में डाले। पंजाब का हक दिलाने के लिए हमें अपनी ताकत बढ़ानी होगी ताकि हम केंद्र से अपने अधिकार ले सकें और राज्य को प्रगति की राह पर ले जा सकें।