पिच को लेकर भारतीय कोच राहुल द्रविड़ की भविष्यवाणी सच होती दिख रही है। उन्होंने पहले ही टी20 विश्व कप के खेलों के लिए टीम को आगाह किया था कि वेस्टइंडीज की पिचों पर खेलना आसान नहीं होगा। उनके विचारों को सही साबित करते हुए, टीम ने उस मैच में उत्कृष्टता प्रदर्शित की और वांछित जीत हासिल की।
राहुल द्रविड़ की भविष्यवाणी के माध्यम से खिलाड़ियों को सही दिशा और तकनीक का मार्गदर्शन मिला। उनके उत्कृष्ट कोचिंग से खिलाड़ियों की संतुलित मानसिकता और खेलने की दृष्टि में सुधार हुआ। इससे टीम का संदर्भ और मजबूत हो गया है और वे अपनी प्रतिभा को बेहतरीन ढंग से प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 का आगाज हो चुका है, लेकिन अमेरिका और वेस्टइंडीज की पिचों को लेकर कई क्रिकेटर असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। लगातार मैदान की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ भी इस विषय पर अपनी राय व्यक्त कर चुके हैं। उनका कहना है कि यहां की जमीन थोड़ी नरम और स्पंजी है, जिससे हैमस्ट्रिंग और पिंडलियों पर असर महसूस हो सकता है।
वेस्टइंडीज बनाम पापुआ न्यू गिनी मैच के दौरान इसका प्रमाण भी देखने को मिला। मैच के दौरान, गेंद को रोकने के प्रयास में पापुआ न्यू गिनी के एक खिलाड़ी ने जब मैदान में डाइव लगाई, तो उसका पैर गीली जमीन में फंस गया। इस वजह से वह सीमा रेखा के पास मुंह के बल गिर गया और बुरी तरह से चोटिल हो गया। इस घटना ने मैदान की स्थिति को लेकर खिलाड़ियों की चिंताओं को और बढ़ा दिया है। कई खिलाड़ी इस पर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और पिच की गुणवत्ता में सुधार की मांग कर रहे हैं।
खिलाड़ी की चोट की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब वह मैदान में गिरा, तब उसे कुछ देर तक दर्द से कराहते हुए देखा गया। इस दौरान वह खुद से उठ भी नहीं पाया और दूसरे खिलाड़ी को गेंद फेंकनी पड़ी।
खिलाड़ी को चोटिल देख टीम के फिजियो तुरंत मैदान में पहुंचे और उपचार प्रक्रिया शुरू की। हालांकि, राहत की बात यह रही कि क्रिकेटर के चोटिल होने के बावजूद खेल पर इसका कोई असर नहीं पड़ा और मैच जारी रहा। इस घटना ने मैदान की स्थिति को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई क्रिकेट विशेषज्ञ और खिलाड़ी अब पिच की गुणवत्ता और सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की बात कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और खिलाड़ी सुरक्षित रह सकें।
वेस्टइंडीज को मिली जीत
गुयाना में वेस्टइंडीज की टीम ने टॉस जीतकर विपक्षी टीम को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया था। पापुआ न्यू गिनी की टीम ने मिले निमंत्रण को स्वीकार करते हुए 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 136 रन बनाए में कामयाब हुई थी।
विपक्षी टीम की तरफ से मिले 137 रन के लक्ष्य को मेजबान टीम ने 1 ओवर शेष रहते 5 विकेट के नुकसान पर आसानी से प्राप्त कर लिया। टीम की जीत में रोस्टन चेज (42*) का अहम योगदान रहा, जिसके लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
रोस्टन चेज के इस शानदार प्रदर्शन के साथ-साथ, टीम के बाकी खिलाड़ियों ने भी अपने कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वेस्टइंडीज की टीम ने संयुक्त प्रयास करते हुए पापुआ न्यू गिनी को पराजित कर उत्कृष्ट जीत हासिल की। यह जीत टीम के मोराल को और भी मजबूत करेगी और उन्हें आगे के मैचों के लिए प्रेरित करेगी।
इस मैच के दौरान टीम ने अपनी क्षमताओं को प्रकट किया और उत्कृष्टता की ओर एक कदम और आगे बढ़ा। इससे पता चलता है कि विपक्षी टीम ने खिलाड़ियों के बीच सहयोग और टीमवर्क की भावना को मजबूत किया है। यह जीत उन्हें अपनी क्षमताओं को और भी विकसित करने का मौका देगी।