लोकसभा चुनाव के नतीजे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं और एनडीए इस समय बढ़त बनाए हुए है। वहीं, इंडिया गठबंधन भी चुनाव में पहले से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। एनडीए 299 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि इंडिया गठबंधन की स्थिति भी मजबूत होती दिख रही है। इसके अलावा, नीतीश कुमार को उपप्रधानमंत्री पद का ऑफर मिला है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी दिलचस्प हो गया है। चुनावी गणित में यह नया मोड़ कई संभावनाओं को जन्म दे सकता है और आने वाले दिनों में राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
लोकसभा चुनाव के नतीजे धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं और इस समय एनडीए आगे चल रही है। हालांकि, इंडिया गठबंधन ने भी इस चुनाव में पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है। एनडीए 299 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जिसमें जेडीयू की 14 सीटें शामिल हैं। ऐसे में सरकार बनाने में जेडीयू की महत्वपूर्ण भूमिका उभर कर सामने आई है। इस बीच, सूत्रों के अनुसार, इंडिया गठबंधन ने नीतीश कुमार को उप-प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया है। यह प्रस्ताव राजनीति के समीकरणों में बड़ा बदलाव ला सकता है और आने वाले दिनों में सत्ता संतुलन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल को और भी रोचक बना दिया है, जिससे आगामी फैसलों और रणनीतियों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
इससे पहले सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने भी नीतीश कुमार से बातचीत की है। हालांकि, जेडीयू की ओर से स्पष्ट किया गया है कि वह एनडीए का ही हिस्सा बनी रहेगी। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि जब नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन की सरकार चला रहे थे, जिसमें कांग्रेस और आरजेडी भी शामिल थे, तो उन्होंने विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें शुरू की थीं। बावजूद इसके, बाद में उन्होंने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया और एनडीए में वापसी कर ली। इस पूरे घटनाक्रम ने नीतीश कुमार की राजनीतिक रणनीतियों को और भी जटिल बना दिया है। उनके इस निर्णय से राजनीतिक पटल पर नई चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है, जिसमें उनके भविष्य के कदमों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। अब देखना यह है कि वे एनडीए के साथ अपने संबंधों को कैसे मजबूत बनाए रखते हैं और आने वाले समय में उनकी भूमिका क्या होती है।
यही नहीं, महागठबंधन का साथ छोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी से हाथ मिला लिया था और एनडीए का हिस्सा बन गए थे। यही कारण है कि वर्तमान समय में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
रुझानों के मुताबिक, इस समय बीजेपी 238 सीटों पर आगे चल रही है और 3 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन 228 सीटों पर आगे है। इस प्रतिस्पर्धा ने चुनावी माहौल को और भी रोमांचक बना दिया है।
इससे पहले, दिल्ली दौरे पर आए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना रवाना होने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ फोन पर लंबी बातचीत की थी। इसके अलावा, सोमवार को ही दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनकी मुलाकात हुई थी। पीएम आवास पर प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात और इसके कुछ घंटे बाद ही बीजेपी के रणनीतिकार एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ फोन पर हुई नीतीश कुमार की बातचीत को मंगलवार को होने वाली काउंटिंग और चुनावी नतीजों के बाद बनने वाली सरकार के गठन के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। यह बातचीत आगामी राजनीतिक निर्णयों और सरकार के गठन की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। नीतीश कुमार की इन मुलाकातों और बातचीत से राजनीतिक परिदृश्य में नए समीकरण उभरने की संभावना है, जिससे देश की राजनीति में नए अध्याय की शुरुआत हो सकती है।