दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि बिभव ने मुंबई में अपना फोन फॉर्मेट करने की बात कही है। आमतौर पर फोन फॉर्मेट करने से पहले लोग डाटा हार्ड डिस्क या कंप्यूटर में सेव कर लेते हैं। डाटा को रिकवर करने के लिए उसे मुंबई ले जाना पड़ेगा। पुलिस बिभव पर सबूतों से छेड़छाड़ की धारा भी जोड़ सकती है।
श्रीवास्तव ने कहा, चूंकि आरोपी की पहुंच घर के अंदर तक है इसलिए सीसीटीवी से छेड़छाड़ के तथ्य को स्पष्ट किया जाना जरूरी है। इसके लिए आरोपी की रिमांड जरूरी है। उन्होंने कहा, आरोपी ने एक आईफोन सौंपा है लेकिन यह भी बताया कि उसने एक दिन पहले ही मुंबई में इसे फॉर्मेट किया है। आरोपी फोन का और उसमें इंस्टॉल एप्स का पासवर्ड नहीं बता रहा है।
यह बेहद सामान्य सी बात है कि फोन को फॉर्मेट करते समय कोई भी सामान्य पृष्ठभूमि का व्यक्ति फोन के डाटा की एक कॉपी किसी अन्य हार्डडिस्क या कंप्यूटर में सुरक्षित रखता है। इसलिए आरोपी को मुंबई ले जाकर इस तथ्य की जांच करना और डिलीट किए गए डाटा को रिकवर करना भी जरूरी है। इसके अलावा मालीवाल की पिटाई के समय जिस हाथियार का इस्तेमाल किया गया उसे भी बरामद किया जाना है।
एक ही व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर कई बार वोट डाले जाने के वायरल हो रहे वीडियो मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना की एफआईआर एटा जिले के नयागांव थाने में आईपीसी की धारा 171-एफ और 419, आरपी एक्ट 951 की धारा 128, 132 और 136 के तहत दर्ज की गई है। वहीं वीडियो में कई बार वोट करते दिख रहे व्यक्ति की पहचान खिरिया पमारान गांव निवासी राजन सिंह पुत्र अनिल सिंह के रूप में हुई है और उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह घटना उत्तर प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियों को लेकर एक नई चरम पर पहुंचा दिख रहा है। लोगों में इसकी चर्चा हो रही है और सोशल मीडिया पर इसका वायरल होना चर्चा का केंद्र बन गया है। व्यक्ति के पहचान करने के बाद पुलिस ने त्वरित कदम उठाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है, जिससे मामले में स्पष्टता आ सके।