Kaiserganj Lok Sabha Seat से सांसद और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया है कि उन्हें कांग्रेस में शामिल होने का प्रस्ताव मिला था|
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कांग्रेस को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के एक बड़े नेता ने हमसे कांग्रेस में शामिल होने के लिए संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि कैसरगंज लोकसभा सीट को गठबंधन में लेकर टिकट देने का ऑफर दिया था।
बृजभूषण के अनुसार मैंने कहा कि जो मेरे खिलाफ धरने पर बैठे थे क्या वह मामले खत्म हो गए, क्या आपकी मैडम से बात हो गई है जो आप शामिल होने का ऑफर दे रहे हैं, तो बड़े नेता ने कहा कि सारी बात हो गई है।
उन्होंने इस बयान से स्पष्ट किया कि उन्हें कांग्रेस की ओर से शामिल होने का ऑफर दिया गया था, जो कि सीधे उन्हें राजनीतिक मानदंडों पर प्रश्न उठाता है। सांसद ने व्यक्त किया- हमने कहा क्यों आज हम इतना अच्छे लगने लगे और ऐसा किया जा रहा है, उधर से जवाब आया कि सबको पता है अगर कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे तो यूपी में कांग्रेस मजबूत होगी, लेकिन मैं कांग्रेस के ऑफर को ठुकरा दिया।उन्होंने अपने निर्णय का कारण व्यक्त किया और इससे साफ़ होता है कि उनकी नेतृत्व और विचारधारा से उन्हें अच्छे मानक और विश्वास की प्राप्ति हो रही है।
कैसरगंज की जनता गुस्से में है…
बृजभूषण ने बताया कि उन्हें किसी व्यक्ति का फोन आया जिसमें किसी कांग्रेस के बड़े नेता ने उनसे संपर्क किया था। उन्होंने कहा कि वह कैसरगंज सीट पर अपने पास लेकर लड़ सकते हैं। मुझसे उन्होंने पूछा कि क्या उन लोगों ने जिन्होंने मेरे खिलाफ धरना दिया था, क्या सभी मुद्दे हल हो गए हैं। क्या मैडम के साथ बात हो गई है… ऐसा क्यों हो रहा है कि आज हमें इतना अच्छा लग रहा है। उससे उधर से जवाब मिला कि सबको पता है कि अगर बृजभूषण आ जाएंगे तो कांग्रेस की स्थिति बेहतर हो जाएगी।
चुनाव के मामले में बृजभूषण ने कहा कि कैसरगंज की जनता बेहद नाराज है। मुझे डेढ़ साल से षड्यंत्र का शिकार बनाया जा रहा है, और इसके कारण बस्ती, देवीपाटन, अयोध्या मंडल में लोगों में क्रोध है। लोग अपने आक्रोश को वोट देकर व्यक्त करेंगे।
जब उन्हें उनके राजनीतिक भविष्य के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वह केवल वही करेंगे जो लोग चाहेंगे। मैंने छह बार सांसद का कार्य निर्वाह किया है। और मेरी पत्नी एक बार। मेरा एक बेटा विधायक है और दूसरा सांसद बनेगा। मैं लोगों की सेवा करता रहूंगा। उन्होंने अपने निर्वाचनी वादों को मजबूत किया।