
सामग्री: रूस-यूक्रेन और इजराइल-गाजा टकराव, वैश्विक अर्थव्यवस्था में धीमी गति, और प्रमुख बाजारों में विदेशी मुद्रा संकट के बीच वर्ष 2023-24 में दोपहिया, तिपहिया, और कमर्शियल वाहनों के निर्यात में कमी आई है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) ने आज यह सूचना दी। यात्री वाहनों के निर्यात में भी योजनाबद्ध इजाफा हुआ है। इस अवधि में भारत से लगभग 6.72 लाख यात्री वाहनों का निर्यात हुआ, जिसमें पिछले साल की तुलना में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
भारत ने 2023-24 में 34.58 करोड़ दोपहिया का निर्यात किया, जो सालाना आधार पर 5.3 फीसदी की गिरावट दर्शाता है। तिपहिया का निर्यात 3 लाख रहा, जो सालाना आधार पर 18 फीसदी की गिरावट बताता है। सायम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा कि निर्यात में गिरावट के पीछे भूराजनीतिक कारक हैं। युद्ध चल रहा है। वैश्विक हालात भी अच्छे नहीं हैं।
जिन देशों को दोपहिया निर्यात व कमर्शियल वाहनों के निर्यात में हमें मजबूती मिली हुई थी, वे देश विदेशी मुद्रा से जुड़े मसलों का सामना कर रहे हैं। ये मुख्य कारक हैं। हालांकि जनवरी-मार्च तिमाही में हमने निर्यात में अच्छा सुधार देखा है। इसलिए हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में स्थिति सुधरेगी।
वह कहा, यदि आप दोपहिया के निर्यात को देखें, तो पिछली तिमाही में अच्छी बढ़त देखने को मिली है। यह करीब 30 फीसदी रहा। अग्रवाल ने निर्यात पर पड़े लाल सागर के संकट के असर पर भी बात की। उन्होंने कहा, जहां तक लाल सागर के संकट का सवाल है, मुझे लगता है कि हमने इस मसले पर काम किया है।
जहाज अब सामान्य मार्ग के बजाय थोड़ा लंबा मार्ग चुनकर जा रहे हैं। इसमें लगने वाला समय 15-20 फीसदी बढ़ गया है। पहले आठ हफ्ते लगते थे, जो अब करीब 10 हफ्ता हो गया है। ज्यादा समय इन्हीं वजहों से लग रहा है और लागत भी थोड़ी बढ़ी है। इसके साथ ही हालात का समाधान निकाल लिया गया है।
लाल सागर में संकट 19 नवंबर, 2023 में शुरू हुआ था, जब ईरान समर्थित हूती ने यमन में मर्चेंट शिप पर पहला हमला किया। अब तक कम से कम 25 हमले हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय यात्री वाहनों की बिक्री में वृद्धि 2024-25 में एक अंक में रह सकती है। हम फंडामेंटल के आधार पर वृद्धि के अच्छे परिदृश्य को लेकर काफी सकारात्मक हैं। हम अर्थव्यवस्था में अच्छी वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।
हम अच्छे मॉनसून की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम चुनाव का देश में वाहन बिक्री पर अस्थायी असर होगा, जिसके मतों की गिनती 4 जून को होगी। उन्होंने कहा, चुनाव के सीजन के दौरान विभिन्न परियोजनाओं का क्रियान्वयन सामान्य तौर पर धीमा हो जाता है क्योंकि सरकारी मशीनरी चुनाव की प्रक्रिया में व्यस्त हो जाती है। इसलिए हम उम्मीद कर रहे हैं कि जून के पहले हफ्ते में नई सरकार के गठन के बाद दबी हुई मांग काफी ज्यादा रहेगी। ऐसे में अस्थायी असर रहेगा। कुल मिलाकर आप चुनाव के बाद अच्छी स्थिति देखेंगे|