मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों के लिए 10 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जिसके अनुसार पंजाब के कईं जिलों में अत्यधिक गरमी की स्थिति बनेगी। यह सूचित किया गया है कि तापमान में वृद्धि होगी और अधिकतम तापमान 48 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। इस अलर्ट के बाद, लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है और उन्हें धूप से बचने के लिए समय-समय पर पानी पीने और ठंडे प्रदर्शन का ध्यान रखने का सुझाव दिया जा रहा है|
पंजाब में गर्मी की तीव्रता बढ़ती जा रही है। प्रदेश के तापमान में सामान्य से 4.1 डिग्री अधिकता दर्ज की गई है। बुधवार को, बठिंडा में 46.6 डिग्री का रिकॉर्डी तापमान पाया गया। हालांकि, तापमान में थोड़ी सी कमी आई है, जैसे कि अधिकतम तापमान में 1.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 0.6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन आने वाले दिनों में गर्मी कम होने की संभावना कम है। इसके साथ ही, पंजाब के न्यूनतम तापमान में भी 2.6 डिग्री की अधिकता दर्ज की गई है।
यह अत्यंत गर्मी की स्थिति लोगों के लिए असहनीय हो सकती है। इससे बचाव के लिए, लोगों को धूप से बचने के लिए अधिक से अधिक पानी पीने, ठंडे प्रदर्शनों का ध्यान रखने, और धूप से बचने के लिए ऊनी कपड़े पहनने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा, लोगों को गर्मी के इलाज, जैसे कि आलोवेरा और नींबू के रस का उपयोग भी करना चाहिए।
पंजाब में तापमान बढ़ रहा है। अमृतसर में तापमान 43.8 डिग्री पहुंच गया है, जो सामान्य से 3.7 डिग्री अधिक है, और लुधियाना में 42.8 डिग्री (सामान्य से 4.0 डिग्री अधिक) है। पटियाला में तापमान 41.7 डिग्री है, जो सामान्य से 1.6 डिग्री अधिक है। पंजाब में सबसे कम तापमान रोपड़ में 23.2 डिग्री दर्ज किया गया है। अमृतसर में न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री है, जो सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक है, और लुधियाना में भी 25.6 डिग्री (सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक) है। पटियाला में 27.0 डिग्री है, जो सामान्य से 2.0 डिग्री अधिक है।
पंजाब के अन्य क्षेत्रों में भी तापमान बहुत ऊपर चल रहा है। पठानकोट में तापमान 43.6 डिग्री है, जबकि बरनाला में 43.8 डिग्री और एसबीएस नगर में 39.7 डिग्री है। गुरदासपुर में 41.0 डिग्री, फिरोजपुर में 44.3 डिग्री, और जालंधर में 42.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। इस समय, पंजाब में जल्द ही अधिक उच्च तापमान के संभावनाएं हैं और आम लोगों को ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। उन्हें अधिक पानी पीने और धूप से बचने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, बारिश की संभावना भी कम है, इसलिए लोगों को धूप से बचने के लिए अपने कार्यों को समय पर आयोजित करने की सलाह दी जाती है।