रोपड़ और उसके आसपास के क्षेत्रों में, जहां ईडी द्वारा कुर्क की गई जमीन पर अवैध खनन का काम चल रहा था, वहां आपराधिक गतिविधियों का दौर चल रहा था। ईडी ने इस जमीन को भोला ड्रग्स मामले के तहत जांचा था, जिसमें अवैध गतिविधियों का उल्लेख किया गया था। इस घटना के बारे में साक्ष्यों और नजरबंद डॉक्यूमेंट्स के आधार पर, स्थानीय पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है।
लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण के पहले, प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई की। अवैध खनन मामले में ईडी ने पंजाब के रोपड़ (रूपनगर) जिले में 13 स्थानों पर छापेमारी की है, जहां से उन्होंने 3.5 करोड़ रुपये कैश बरामद किया है। ईडी की छापेमारी अभी भी जारी है और उन्हें अधिक नकदी की संभावना है। यह कार्रवाई चुनाव से पहले की गई है और इससे संबंधित सभी तरफ़ उत्तेजना है।
इस छापेमारी से संबंधित जानकारी के अनुसार, ईडी ने अवैध खनन के मामले में सख्त कार्रवाई की है। यह समय से पहले ही चुनाव निगरानी और नियमों के पालन के लिए राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के बीच उत्तेजना बढ़ाएगी। इसे लेकर स्थानीय अधिकारियों की भी कार्रवाई की जा रही है और उन्हें और भी कड़ी कार्रवाई करने की संभावना है।
क्या है मामला
आधारित के मुताबिक, रोपड़ के आसपास के इलाकों में और ईडी द्वारा कुर्क किया जा रहा था। इस जमीन को ईडी ने अवैध खनन मामले में कुख्यात भोला ड्रग्स मामले के अंतर्गत कुर्क किया था। भोला ड्रग्स मामला अत्यंत महत्वपूर्ण चरण में है जो विशेष अदालत पीएमएलए के समक्ष सुनवाई होगा।
इस मामले में नसीबचंद (खनन माफिया), श्री राम स्टोन क्रशर और कई अन्य व्यक्तियों का संलिप्त है। अब तक जांच के दौरान कुल 3.5 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया है। इस मामले के खुलासे से सामाजिक और न्यायिक स्तर पर बहुत सी सवालियों उठेंगे। यह मामला राजनीतिक दबाव के तहत बड़े प्रदर्शन की ओर बढ़ रहा है और इससे संबंधित विवादित मुद्दों की बहस जारी है। इसे लेकर स्थानीय प्रशासनिक और न्यायिक अधिकारियों की गहरी जांच चल रही है।