प्रदेश में अब पहली बार 85 साल से अधिक आयु के मतदाताओं को घर बैठे वोट डालने की सुविधा उपलब्ध की जाएगी। अब तक यह सुविधा केवल 80 साल से ऊपर के सीनियर सिटीजन्स के लिए थी। इन सीनियर सिटीजन्स को घर बैठे पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपना मतदान करने की अनुमति होगी। बीएलओ बुजुर्गों से एक फॉर्म भरवाकर, उन्हें बैलेट पेपर प्राप्त होगा। उसके बाद, बुजुर्ग उन मतों को डाक के माध्यम से संबंधित एआरओ को भेजेंगे।
पंजाब में युवा मतदाता एक ओर लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने के लिए पूरे उत्साह के साथ उत्सुक हैं, वहीं दूसरी ओर बुजुर्ग मतदाता भी अपने तजुर्बों और जोश से लोकतंत्र को और ताकतवर बनाने के लिए तैयार हैं।
इस बार चुनावी संघर्ष में 5,190 मतदाता होंगे जो 100 साल से अधिक उम्र के हैं। उनमें मतदान करने की ऊर्जा और जोश है। वे अपने मत के साथ प्रदेश की बदलती छवि के अनुरूप योजना बना रहे हैं। 5,190 मतदाताओं में 2,092 पुरुष और 3,098 महिलाएं हैं। वहीं, 60 से 99 वर्ष की आयु वर्ग में सीनियर सिटीजन मतदाताओं की संख्या 38,56,915 है। बुजुर्गों का कहना है कि युवा देश का भविष्य है। उन्हें बुजुर्गों के अनुभव से फायदा उठाना चाहिए और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम करना चाहिए।
40 से 99 साल की उम्र के प्रदेश में मतदाताओं की संख्या
उम्र पुरुष महिला थर्ड जेंडर कुल
40 से 49 साल 21,16,072 20,82,670 138 41,98,880
50 से 59 साल 15,70,549 15,84,411 91 31,55,051
60 से 69 साल 11,24,747 11,25,326 50 22,50,123
70 से 79 साल 5,71,385 5,87,349 16 11,58,750
80 से 89 साल 1,84,495 2,02,158 03 3,86,656
90 से 99 साल 26,977 34,408 01 61,386
कुल 55,94,225 56,16,322 299 1,12,10,846
वरिष्ठ नागरिकों के चुनावी मुद्दे
- इस बार चुनावी संघर्ष में, 5,190 मतदाता, जिनमें 100 से अधिक उम्र के लोग शामिल हैं, अपनी ऊर्जा से लोकतंत्र के महापर्व का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने प्रदेश की बदलती छवि के अनुसार अपना मत देने का संकल्प किया है। इनमें से 2,092 पुरुष और 3,098 महिलाएं हैं। इसके साथ ही, 60 से 99 वर्ष की उम्र के वरिष्ठ नागरिकों की संख्या 38,56,915 है।
- बुजुर्गों के लिए प्राथमिक सुविधाओं को निःशुल्क उपलब्ध कराना भी महत्वपूर्ण मुद्दा है। उन्होंने मांग की है कि पंजाब सरकार द्वारा कई स्वास्थ्य योजनाओं में निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध हो, जिनका वे लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इसलिए, उन्हें जनता दरबार या विशेष कैंप लगाकर उनके लिए कार्ड बनाने की मांग है।
- बुजुर्गों ने यह मांग की है कि पंजाब में सीनियर सिटीजन्स होम की संख्या बढ़ाई जाए। कई बुजुर्ग विदेश जा चुके हैं और उनके बच्चे वहां रहते हैं, इसलिए वे अकेले रहते हैं। इसके लिए उन्हें निःशुल्क सीनियर सिटीजन्स होम की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।
- जिन बुजुर्गों ने सेवानिवृत्ति के बाद भी काम करने की इच्छा जताई है, उन्हें प्रदेश के विभागों में कॉन्ट्रैक्ट पर रोजगार की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए, ताकि वे अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें|