बदायूं मामला
बदायूं मामला: 21 मार्च को बदायूं की बाबा कॉलोनी में दो मासूम बच्चों की हत्या से जुड़े कई पहलुओं का खुलासा एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने किया था। उस दिन साजिद के मानसिक बीमार होने की जानकारी मिली। उसका बचपन में मानसिक इलाज चल रहा था और वह शहर की जियारतों पर भी जाता था।
जब विनोद कुमार और उनके परिवार वालों को यह पता चला, तो उन्होंने हैरानी जताई और पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाए। विनोद कुमार ने कहा कि अगर साजिद मानसिक बीमार था तो पहले उसने किसी की गर्दन क्यों नहीं काटी।
उन्होंने पुलिस के खुलासे पर असंतोष जताते हुए आत्महत्या की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि वे छत से कूदकर आत्महत्या कर लेंगे, लेकिन इसके बाद उन्होंने कोई बयान नहीं दिया।
बदायूं मामला: दादी ने कहा – “आग तो बाइक में लगी है, पर मेरा कलेजा सुलग रहा है”
उधर, होमगार्ड दादी मुन्नी देवी तबाह हैं उनके दो छोटे-छोटे नातियों की हत्या से। उन्होंने बताया कि उनके दो नातियों की मौत हो गई है। उनकी चिंता बढ़ गई है। उनके बेटे ने बाइक में आग लगा दी है, परन्तु उनका दिल जल रहा है। यदि उन्हें पता होता, तो वह स्वयं भी आग में बैठ जातीं।
बदायूं मामला: घर में सीसीटीवी कैमरे लगवा रही पुलिस