दिल्ली के कमला मार्केट थाने में भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत पहली एफआईआर दर्ज की गई है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज के नीचे बाधा उत्पन्न करने और तंबाकू बेचने के आरोप में एक रेहड़ी-पटरी वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज के नीचे तंबाकू की अवैध बिक्री पर यह कार्रवाई की गई है।
इस एफआईआर में आरोप है कि रेहड़ी-पटरी वाले ने फुटओवर ब्रिज के नीचे अवरोध पैदा कर यातायात में बाधा डाली और तंबाकू बेचने का अवैध कार्य किया। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई इसलिए की गई है ताकि सार्वजनिक स्थानों पर अवैध गतिविधियों को रोका जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। अधिकारियों ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत इस मामले की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कमला मार्केट थाने में भारतीय न्याय संहिता के तहत पहली एफआईआर दर्ज की गई है। नई दंड संहिता के तहत यह कार्रवाई एक रेहड़ी-पटरी वाले के खिलाफ की गई है। आरोपी पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज के नीचे अवरोध पैदा करने और तंबाकू बेचने का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि यह एफआईआर भारतीय न्याय संहिता 2023 के प्रावधानों के तहत दर्ज की गई है, जो हाल ही में लागू की गई है। इस मामले में रेहड़ी-पटरी वाले ने फुटओवर ब्रिज के नीचे तंबाकू बेचकर न केवल अवरोध उत्पन्न किया, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा किया।
अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाईयों का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर अवैध गतिविधियों को रोकना और नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना है। इस मामले में आगे की जांच जारी है और दोषी पाए जाने पर उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
एफआईआर के अनुसार, आरोपी की पहचान बिहार के बाढ़ निवासी पंकज कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने एफआईआर में बताया कि पंकज कुमार मुख्य सड़क के पास एक ठेले पर तंबाकू और पानी बेच रहा था, जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को असुविधा हो रही थी। उस इलाके में गश्त कर रही पुलिस ने जब पंकज कुमार से अपना ठेला हटाने को कहा, तो उसने अधिकारियों की बात अनसुनी कर दी और ठेला हटाने से इनकार कर दिया।
इस घटना के बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पंकज कुमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत मामला दर्ज किया। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की अवैध गतिविधियाँ न केवल यातायात में बाधा उत्पन्न करती हैं, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करती हैं। पुलिस का यह कदम सार्वजनिक स्थानों पर नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
पुलिस ने यह भी बताया कि इस मामले में आरोपी पर और भी आरोप लगाए जा सकते हैं, क्योंकि उसने अधिकारियों के आदेश का उल्लंघन किया है। इस घटना के बाद इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे कानून का पालन करें और सार्वजनिक स्थलों पर अवैध गतिविधियों से बचें।
बता दें कि आज, यानी एक जुलाई से, देशभर में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन नए कानून लागू कर दिए गए हैं। अब इनकी जगह भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम ने ले ली है।
इन नए कानूनों का उद्देश्य पुराने कानूनों में सुधार करना और उन्हें आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना है। भारतीय न्याय संहिता का उद्देश्य अपराधों के लिए अधिक प्रभावी और समयबद्ध न्याय प्रणाली प्रदान करना है, जबकि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता का उद्देश्य नागरिक अधिकारों और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। भारतीय साक्ष्य अधिनियम, जो अब अद्यतन किया गया है, का उद्देश्य न्यायालयों में प्रमाण और साक्ष्यों के प्रबंधन को सरल और पारदर्शी बनाना है।
इन नए कानूनों के लागू होने से न्याय प्रणाली में अधिक पारदर्शिता और प्रभावशीलता की उम्मीद की जा रही है। सरकार का मानना है कि इन सुधारों से न्यायालयों में मामलों का निपटान तेज होगा और न्याय प्रक्रिया अधिक सुलभ और निष्पक्ष होगी। इसके साथ ही, यह कदम देश में विधिक ढांचे को अधिक आधुनिक और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
नए कानूनों के तहत पहला मामला दिल्ली के कमला मार्केट थाने में दर्ज किया गया है, जो इस बदलाव का प्रत्यक्ष उदाहरण है। यह घटना देश में न्यायिक प्रणाली में बदलाव की शुरुआत का प्रतीक है और इससे यह संकेत मिलता है कि अब नियमों का सख्ती से पालन होगा और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।