सूचना के अनुसार, एक खेड़ी गांव में ग्रामीणों ने इस बस के ड्राइवर को रोका था। उस समय भी उस ड्राइवर ने नशे की हालत में बस चलाई थी। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत स्कूल की प्रिंसिपल से की थी। हालांकि उस समय, स्कूल की प्रिंसिपल ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि अब वह ड्राइवर जाने दें, उसे हटा दिया जाएगा। लेकिन प्रिंसिपल ने ऐसा नहीं किया। यदि प्रिंसिपल ने उस समय ड्राइवर को हटा दिया होता, तो आज यह हादसा नहीं होता।

परिवहन मंत्री ने जांच के आदेश दिए महेंद्रगढ़ स्कूल बस हादसे पर हरियाणा के परिवहन मंत्री असीम गोयल ने बताया कि एक उच्च स्तरीय समिति घटना की जांच करेगी। स्कूल के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी। मार्च में अधूरे कागजात के कारण इस स्कूल बस पर 15,500 रुपये का जुर्माना लगाया गया था। इस मामले में स्कूल की लापरवाही स्पष्ट है। मैंने राज्य में सभी स्कूली वाहनों का फिटनेस परीक्षण कराने का निर्देश दिए हैं। इस हादसे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महेंद्रगढ़ के कनीना में स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से मैं बहुत आहत हूं। मेरी संवेदनाएं उन शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है। स्थानीय प्रशासन घायलों की देखभाल के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है। हादसे की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।