इंग्लैंड के ‘बैज़बॉल’ क्रिकेट का भारतीय जवाब है ‘जैसबॉल’.
जी हाँ, भारत के बाएँ हाथ के युवा सलामी बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल ने मानो इंग्लैंड को उन्हीं की घुट्टी पिला कर आईसीयू में भेज दिया है जहां से मेहमान टीम की वापसी संभव नज़र नहीं आ रही है.
राजकोट टेस्ट के तीसरे दिन भारत को 322 रन की बढ़त मिल चुकी थी जबकि भारत ने दो ही विकेट गँवाए.
आज के दौर में फटाफट क्रिकेट की आक्रामकता के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट वाला क्लास एक ही खिलाड़ी में कम ही देखने को मिलता है.
टेस्ट और टी-20 क्रिकेट के बीच इतने बेहतरीन तरीक़े से सामंजस्य बिठाने वाला विश्व क्रिकेट में आज यशस्वी जायसवाल जैसा शायद ही कोई दूसरा खिलाड़ी हो.
यशस्वी ने इंग्लैंड के विरुद्ध दूसरी पारी में शुरुआत संभल कर की और पहले 39 गेंद में सिर्फ़ नौ रन बनाए. लेकिन उसके बाद जल्दी ही लय पकड़ ली और पॉवर हिटिंग का ज़बरदस्त प्रदर्शन किया.
स्पिनर्स पर जमकर बरसे यशस्वी जायसवाल
22 लाल के जायसवाल ने इंग्लैंड के अनुभवी गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन को निशाना बनाया.
27वें ओवर में एंडरसन की गेंद पर एक छक्का और दो चौके जड़े. स्पिनर टॉम हार्टले की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़ अपनी हाफ़ सेंचुरी पूरी की.
इंग्लैंड के गेंदबाज़ों के लिए जायसवाल को रोकना मुश्किल साबित हुआ. जो रूट और रेहान अहमद भी यशस्वी जायसवाल की आक्रामकता से बच नहीं पाए.
जायसवाल ने दोनों की गेंद पर छक्के जमाए. भले ही उनकी आक्रामकता में टी-20 की झलक थी लेकिन उनके शॉट्स कॉपी-बुक वाले थे. बिल्कुल सधे हुए और नाप-तौल के साथ.
यशस्वी ने 122 गेंदों पर अपने टेस्ट करियर का तीसरा शतक बनाया और सीरीज़ में लगातार दूसरा. विशाखापत्तनम टेस्ट में उन्होंने 209 रनों की पारी खेली थी.
यशस्वी ने ख़ासकर इंग्लैंड के स्पिनर्स की खूब धुनाई की.
उनके रिवर्स स्वीप और स्वीप शॉट बेहद खूबसूरत थे. उनकी पारी देख पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर लिखा, “यशस्वी जायसवाल के लिए शतक के बाद शतक. स्पिनर्स को वैसा ही ट्रीट कर रहे, जैसा उन्हें किया जाना चाहिए. दे दना दन.”
Read Also