भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा का एक वीडियो कुछ दिनों पहले वायरल हुआ था। वीडियो में रोहित हाथ जोड़कर रिकॉर्डिंग न करने का अनुरोध कर रहे थे, लेकिन फिर भी स्टार स्पोर्ट्स ने इसे टीवी पर प्रसारित कर दिया। इस घटना से नाराज रोहित शर्मा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर स्टार स्पोर्ट्स पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
नई दिल्ली: भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा का एक वीडियो कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में रोहित शर्मा केकेआर के मेंटर अभिषेक नायर से बात कर रहे थे। केकेआर ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था, लेकिन बाद में इसे डिलीट कर दिया। इस वीडियो की खूब चर्चा हुई। इसके बाद, लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैच से पहले रोहित अपने पुराने दोस्त धवल कुलकर्णी से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान स्टार स्पोर्ट्स उनका वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था। रोहित ने कैमरे के सामने हाथ जोड़कर रिकॉर्डिंग न करने का अनुरोध किया, लेकिन इसके बावजूद यह वीडियो टीवी पर प्रसारित हो गया और तेजी से वायरल हो गया।
इस घटना से रोहित शर्मा काफी नाराज हुए और उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तिगत क्षणों का सम्मान किया जाना चाहिए और बिना अनुमति के उन्हें सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए। रोहित ने यह भी बताया कि खिलाड़ियों के लिए मैच से पहले अपने दोस्तों और साथियों से बातचीत करना कितना महत्वपूर्ण होता है और इस तरह की घटनाओं से उनका ध्यान भटक सकता है। स्टार स्पोर्ट्स ने बाद में इस मुद्दे पर रोहित से माफी मांगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने का आश्वासन दिया। इस पूरी घटना ने खेल की दुनिया में खिलाड़ियों की व्यक्तिगत गोपनीयता के महत्व को एक बार फिर से उजागर किया है।
ऑडियो रिकॉर्ड करने से मना किया था
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा का एक नया वीडियो हाल ही में वानखड़े स्टेडियम पर रिकॉर्ड किया गया, जहां वे अपने पुराने दोस्त धवल कुलकर्णी से बात कर रहे थे। बातचीत के दौरान रोहित ने देखा कि कैमरा उनकी रिकॉर्डिंग कर रहा है। इसे देखकर उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा, “भाई यार, ऑडियो बंद कर भाई। एक ऑडियो ने तो मेरा वाट लगा दिया है।” यहां रोहित उस वायरल वीडियो का जिक्र कर रहे थे जिसमें वे केकेआर के मेंटर अभिषेक नायर से बात कर रहे थे।
अभिषेक नायर के साथ बातचीत वाले वीडियो में रोहित की बातों से ऐसा लग रहा था कि वे मुंबई इंडियंस टीम में हार्दिक पंड्या के कप्तान बनाए जाने के बाद हो रहे बदलावों पर चर्चा कर रहे हैं। रोहित और नायर काफी पुराने दोस्त हैं और उन्होंने मुंबई के लिए एक साथ घरेलू क्रिकेट खेला है।
रोहित की इस प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया कि वे अपनी निजी बातचीत को सार्वजनिक किए जाने से कितने असहज थे। यह भी दर्शाता है कि खिलाड़ियों के बीच के आपसी संबंध और उनके निजी क्षणों का सम्मान कितना महत्वपूर्ण है। यह घटना उन चुनौतियों को उजागर करती है जिनका सामना खिलाड़ी अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन के संतुलन को बनाए रखने में करते हैं।
रोहित का यह रिएक्शन और उनकी नाराजगी सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गई। कई प्रशंसकों और क्रिकेट प्रेमियों ने इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की, जिसमें उन्होंने खिलाड़ियों की गोपनीयता के महत्व को रेखांकित किया। इस घटना ने खेल की दुनिया में खिलाड़ियों की व्यक्तिगत सीमाओं का सम्मान करने की आवश्यकता को फिर से स्पष्ट किया है।
नाराज रोहित स्टार स्पोर्ट्स पर भड़के
अपना वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने स्टार स्पोर्ट्स पर नाराजगी जाहिर की। रोहित ने इसे निजता का उल्लंघन बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा, “क्रिकेटरों की जिंदगी में इतनी दखलंदाजी हो गई है कि कैमरे अब हमारी हर हरकत और उन निजी बातों को भी रिकॉर्ड कर रहे हैं, जो हम दोस्तों और साथियों के साथ ट्रेनिंग के दौरान या मैच में करते हैं। मैंने स्टार स्पोर्ट्स से मेरी बातचीत रिकॉर्ड न करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने रिकॉर्डिंग की और उसे दिखा दिया। यह निजता में दखल है।”
रोहित ने आगे लिखा, “आजकल अधिक खास कंटेंट पाने और सिर्फ व्यूज पर ध्यान देने की वजह से एक दिन फैंस, क्रिकेटरों और क्रिकेट के बीच का भरोसा टूट जाएगा। समझदारी से काम लिया जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाएं खिलाड़ियों के मनोबल पर बुरा असर डाल सकती हैं और उनके निजी जीवन में दखलंदाजी कर सकती हैं।
रोहित का यह बयान उन सभी क्रिकेट प्रेमियों और खेल प्रशंसकों के लिए एक संदेश था, जो खेल से जुड़े लोगों की निजता का सम्मान करने की आवश्यकता को समझते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि खिलाड़ियों का भी एक निजी जीवन होता है, जिसे सार्वजनिक रूप से उजागर नहीं किया जाना चाहिए।
यह घटना न केवल खिलाड़ियों की निजता की रक्षा करने की जरूरत को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि मीडिया और प्रसारक अपनी जिम्मेदारियों को समझें और खिलाड़ियों के निजी क्षणों का सम्मान करें। इस प्रकार की घटनाओं से भविष्य में मीडिया और खिलाड़ियों के बीच बेहतर समझ और सहयोग की संभावना भी बढ़ती है, जिससे खेल का माहौल और अधिक सकारात्मक और सहायक बन सकता है।