ईवीएम को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है। एलन मस्क के एक पोस्ट के चलते विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। दूसरी ओर, भाजपा की ओर से अमित मालवीय और राजीव चंद्रशेखर ने इस मुद्दे पर मोर्चा संभाल लिया है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर एक बार फिर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। पहले देश के भीतर ही ईवीएम पर सवाल उठाए जाते थे, लेकिन इस बार विदेश से हमला किया गया है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या ईवीएम को हैक किया जा सकता है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद इस बार विपक्ष ने ईवीएम पर चुप्पी साध रखी थी, लेकिन एक रिपोर्ट ने उन्हें सरकार पर हमला करने का एक और मौका दे दिया। दरअसल, ईवीएम पर सियासी बवाल की शुरुआत टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बयान से हुई है।
पहले जानते हैं लोकसभा चुनाव के परिणाम के बारे में
हमारे देश में लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं और अब कई राज्यों में विधानसभा और उपचुनाव की तैयारियां हो रही हैं। लेकिन एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा चर्चा में आ गया है। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे चार जून को घोषित हुए थे। इस चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा, क्योंकि पार्टी अपने दम पर 272 सीटों यानी बहुमत के जादुई आंकड़े को पार नहीं कर पाई। हालांकि, एनडीए को कुल 292 सीटें मिलीं। इसके बावजूद, नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ली। दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन ने सभी अनुमानों को गलत साबित करते हुए 234 सीटों पर जीत दर्ज की। जानकारी के अनुसार, भाजपा ने 240 और कांग्रेस ने 99 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त की है।
क्या परिणाम के बाद ईवीएम पर उठे सवाल?
लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद इस बार किसी भी पार्टी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर सवाल नहीं उठाए थे। सभी अपनी-अपनी जीत का जश्न मना रहे थे। विपक्षी गठबंधन इंडिया सरकार बनाने में सफल नहीं हुआ, लेकिन वह इस बात की खुशी मना रहा था कि इस चुनाव में भाजपा को कई राज्यों में वोट प्रतिशत का नुकसान हुआ। साथ ही, अपने अच्छे प्रदर्शन के लिए विपक्ष संतुष्ट था।
मस्क ने ऐसा क्या कहा कि बढ़ गया विवाद?
अब सवाल यह उठता है कि चुनाव नतीजों के इतने दिनों बाद देश में ईवीएम को लेकर क्यों शोर मचा है। वास्तव में, दुनिया की सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठा दिया था। उन्होंने 16 जून को चौंकाने वाला दावा किया था। उनका कहना था कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने अमेरिकी चुनावों से ईवीएम को हटाने की मांग की थी।
मस्क के बयान पर राहुल गांधी का वार
टेस्ला के सीईओ मस्क के पोस्ट को टैग करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी देश में ईवीएम के जरिए हो रहे चुनाव पर तंज कसा। उन्होंने शनिवार को कहा था, ‘भारत में ईवीएम एक ‘ब्लैक बॉक्स’ की तरह है, जिसकी जांच करने की अनुमति किसी को भी नहीं है। हमारे देश की चुनावी प्रक्रिया के पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है।’
विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
अमित मालवीय ने कहा कि एलन मस्क या जिसे भी ऐसा लगता है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है, वह भारत के चुनाव आयोग के पास जाकर इस पर बात कर सकता है। उन्होंने इस विषय पर विचार करने का सुझाव दिया। वहीं, राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ईवीएम सुरक्षित है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है। उन्होंने इस बात का दृढ़ता से समर्थन किया।