
लोकसभा चुनाव 2024
लोकसभा चुनाव 2024 ओपिनियन पोल: पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर AAP अकेले चुनाव लड़ रही है। बीजेपी ने भी अकाली दल से गठबंधन की कोशिश की, लेकिन यह समझौता हुआ नहीं। अर्थात, पंजाब में हर पार्टी अलग-अलग चुनाव लड़ रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 ओपिनियन पोल: चुनाव की घोषणा हो चुकी है। देशभर में चुनाव 7 चरणों में संपन्न होगा। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं। बीजेपी इस बार 400 से अधिक सीटों की जीत की दावेदारी कर रही है। अगर पंजाब की बात की जाए तो यहाँ लोकसभा की 13 सीटें हैं। AAP सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। केजरीवाल ने यहाँ कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं किया है। बीजेपी ने भी अकाली दल के साथ गठबंधन की कोशिश की, परंतु वह नाकाम रही। अर्थात, पंजाब में हर पार्टी अलग-अलग चुनाव लड़ रही है। पंजाब के लिए इंडिया टीवी ने एक ओपिनियन पोल आयोजित किया है। इस ओपिनियन पोल के अनुसार, पंजाब में AAP 6 सीटों पर जीत रही है। कांग्रेस 3 सीटों पर, बीजेपी 3 सीटों पर और शिअद 1 सीट पर विजयी हो रही है।
पंजाब की राजनीति तीन प्रमुख क्षेत्रों– माझा, दोआब और मालवा में विभाजित है। पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ते हुए वर्तमान पंजाब का माझा क्षेत्र, रावी और ब्यास नदियों के बीच स्थित है। फिर दोआबा, दो नदियों (दो आब) के बीच की भूमि, जिसका इलाका शुरू होता है, जो ब्यास नदी से शुरू होकर सतलुज नदी तक जाता है। सतलुज से परे क्षेत्र को मालवा कहा जाता है।
गुरदासपुर: इस सीट वर्तमान में बीजेपी के अधीन है। इस बार दिनेश सिंह बब्बू को बीजेपी द्वारा उम्मीदवार घोषित किया गया है। 2019 में इस सीट से बीजेपी के सनी देओल ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस के सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा और बीजेपी के विनोद खन्ना ने भी इस सीट से सांसदीय पद पर कार्य किया है। ओपिनियन पोल के अनुसार, यहां एक बार फिर बीजेपी को बड़ी संख्या में मत मिलने की संभावना है।
अमृतसर: गुरजीत सिंह औजला दो बार से कांग्रेस का सांसद हैं। 2019 के चुनाव में औजला ने हरदीप सिंह पुरी को हराया था। अमृतसर सीट से नवजोत सिंह सिद्धू तीन बार सांसद बन चुके हैं। इस बार बीजेपी ने तरणजीत सिंह संधू को उम्मीदवार बनाया है। AAP ने कुलदीप सिंह धालीवाल को चुनावी अभियान में उतारा है। कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। ओपिनियन पोल के अनुसार, यह सीट बीजेपी को जीत दिख रही है।
खड़ूर साहिब: 2019 में इस सीट पर कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल ने जीत हासिल की थी। इससे पहले, यहां दो बार अकाली दल के पास रही है। 2024 में, यहां पर कांग्रेस और अकाली दल दोनों ही पार्टियों को पीछे छोड़ दिया गया है। आम आदमी पार्टी ने लालजीत सिंह भुल्लर को उम्मीदवार घोषित किया है और वह चुनाव में अग्रणी दिखाई दे रहे हैं।
जालंधर (SC): कांग्रेस के लिए यहां स्थिर समर्थन का केंद्र है। कांग्रेस ने यहां 15 बार विजय हासिल की है, परंतु वर्तमान चुनाव अद्वितीय है। 2023 के उपचुनाव में, AAP के सुशील कुमार रिंकू जीते थे। जालंधर से AAP के वर्तमान सांसद सुशील रिंकू को पार्टी ने फिर से उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन उन्होंने बाद में बीजेपी में शामिल हो गए और उन्हें बीजेपी ने भी जालंधर से उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन सुशील रिंकू की जालंधर सीट पर विजय की संभावना कम लग रही है। यह सीट कांग्रेस के पक्ष में दिख रही है, हालांकि कांग्रेस ने अभी तक यहां के उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है।
होशियारपुर (SC): 2019 में बीजेपी के सोम प्रकाश ने यहां विजय हासिल की। 2014 में बीजेपी के विजय सांपला सांसद चुने गए थे। इस सीट से 1996 में कांशीराम और 1980 में पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह भी सांसद रहे हैं। ओपिनियन पोल के अनुसार, यहां बीजेपी को फिर से विजयी होने की संभावना है।
लोकसभा चुनाव 2024
आनंदपुर साहिब: यह मनीष तिवारी की सीट है। 2019 में कांग्रेस के मनीष तिवारी यहां से विजयी रहे थे। पंजाब की पार्टियों ने इस सीट के लिए अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, लेकिन ओपिनियन पोल के अनुसार, इस बार यहां फिर से कांग्रेस को जीत का मौका मिल सकता है।
लुधियाना: यहां कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू हैं, जो दो बार से पद पर हैं। चुनाव से ठीक पहले, बिट्टू ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। रवनीत सिंह बिट्टू पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं और 2014 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। उन्हें राहुल गांधी के करीबी माना जाता था। ओपिनियन पोल के अनुसार, यहां से कांग्रेस की जीत का अनुमान है।
फतेहगढ़ साहिब (SC): 2019 में कांग्रेस के डॉ. अमर सिंह ने चुनाव जीता। 2014 में यहां AAP ने विजय हासिल की थी। ओपिनियन पोल के अनुसार, मालवा क्षेत्र की इस सीट पर आम आदमी पार्टी की जीत की संभावना है।
फरीदकोट (SC): मालवा का एक और सीट जो आम आदमी पार्टी जीत सकती है। बीजेपी के हंसराज हंस और AAP के करमजीत अनमोल के बीच सीधी टक्कर दिख रही है। 2019 में यहां से कांग्रेस के मोहम्मद सादिक ने चुनाव जीता। इस सीट से प्रकाश सिंह बादल एक बार और सुखबीर सिंह बादल तीन बार सांसद रहे हैं। ओपिनियन पोल के अनुसार, यह सीट AAP जीत सकती है।
फिरोजपुर: सुखबीर सिंह बादल की सीट है। यहां से 6 बार तक अकाली दल के सांसद बने हैं। 2019 के चुनाव में सुखबीर बादल जीते थे। ओपिनियन पोल के अनुसार, इस बार यहां से आम आदमी पार्टी जीत दर्ज कर सकती है।
बठिंडा: यहां शिरोमणि अकाली दल का मजबूत बस्ता है। हरसिमरत कौर बादल यहां से तीन बार सांसद रही हैं। AAP ने यहां से गुरमीत सिंह खुडियां को उम्मीदवार घोषित किया है। बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। ओपिनियन पोल के अनुसार, एक बार फिर यहां सीट अकाली दल के खाते में जा सकती है।
संगरूर: 2019 में इस सीट से भगवंत मान जीते थे, जो अब पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। AAP ने इस बार गुरमीत सिंह मीत हेयर को उम्मीदवार बनाया है, जो पंजाब सरकार में मंत्री हैं। भगवंत मान के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनावों में यहां से अकाली दल के सिमरनजीत सिंह मान जीते और सांसद बने। ओपिनियन पोल के अनुसार, यह सीट AAP के खाते में जा सकती है।
पटियाला: इस सीट से परनीत कौर सांसद हैं। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी यहां से सांसद रह चुके हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए तो परनीत कौर कांग्रेस में ही रह गई थीं। 24 के चुनाव से ठीक पहले परनीत कौर भी बीजेपी में शामिल हो गईं और बीजेपी ने उनको टिकट दे दिया। पटियाला की सीट 2014 में आम आदमी पार्टी ने जीती थी। ओपिनियन पोल के मुताबिक, एक बार फिर से ये सीट AAP जीत सकती है। AAP ने यहां से डॉ. बलवीर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। डॉ. बलवीर सिंह पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री हैं।