बेंगलुरु के प्रसिद्ध रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को हुए ब्लास्ट में 9 लोग घायल हो गए। कर्नाटक के DGP आलोक मोहन ने बताया कि यह बम विस्फोट था। उन्होंने कहा कि जिसने भी यह किया है, हम उसे पहचान लेंगे। NIA और IB को इसकी जानकारी दी गई है।
रामेश्वरम कैफे बेंगलुरु का प्रसिद्ध कैफे है, जो वाइटफील्ड के ब्रुकफील्ड इलाके में स्थित है। यहां हुए आईईडी ब्लास्ट ने लोगों को पुणे के जर्मन बेकरी कांड की याद दिला दी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘CCTV फुटेज की जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि यह IED ब्लास्ट है। जांच हो रही है। कैफे के कैशियर से पूछताछ की जा रही है, क्योंकि एक व्यक्ति ने कैशियर से टोकन लिया और खाना खाया…उसी ने बैग रखा था।’
चेहरे पर था मास्क
पुलिस के मुताबिक, एक महिला और 6 अन्य लोग कैफे में बैठी थीं। तभी उनके पीछे रखा बैग फट गया। प्रारंभिक जांच से पता चला कि कथित हमलावर 25-30 साल का शख्स है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘वह रेस्तरां के पास एक बस से उतरते हुए और उसमें चलते हुए दिखाई दे रहा है।’ उसके चेहरे पर मास्क था। वह कैफे में आया और कैश काउंटर पर पेमेंट किया और रवा इडली के लिए एक टोकन लिया। इडली खाने के बाद, उसने कूड़ेदान के पास एक बैग छोड़कर बाहर निकल गया।
रेस्तरां में 7 मिनट तक रहा
रेस्तरां में ब्लास्ट के आरोपी ने लगभग 7 मिनट बिताए। उनके बाहर निकलने के लगभग एक घंटे बाद वहां बम फटा। इस ब्लास्ट को रामेश्वर कैफे में घटित माना जा रहा है, जहां पर टाइमर बम का इस्तेमाल किया गया था। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने सीसीबी को इस मामले की जांच का आदेश दिया है और उम्मीद है कि आरोपी को एक-दो दिनों में पकड़ा जाएगा। शिवकुमार ने बताया कि आठ टीमें गठित की गई हैं जो संदिग्ध की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही हैं। सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान की जा रही है।
’पहले लगा फटा सिलिंडर’
एक चश्मदीद एडिसन ने कहा, ‘मैं कैफे के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहा था, तभी अचानक हमने जोरदार ब्लास्ट की आवाज सुनी। हम डर गए कि यह क्या हुआ। कैफे में लगभग 35-40 लोग थे। सभी बाहर भागने लगे और अफरातफरी मच गई। सभी कह रहे थे कि सिलिंडर फट गया, लेकिन हमें नहीं पता कि असल में क्या हुआ?’ पास की एक कंपनी में काम करने वाले अमृत ने कहा, ‘मैं ऑर्डर देने के बाद कैफे के बाहर इंतजार कर रहा था और ब्लास्ट हो गया। हमने घायलों को देखा। थोड़ी देर में ही एम्बुलेंस आ गई। पुलिस ने लोगों को बचाया।’