योगी सरकार जहां पेपर लीक को लेकर कड़ा कानून लेकर आई है और शुचितापूर्ण सिपाही भर्ती कराने की तैयारियों में जुटी हुई है, वहीं सहयोगी दल के विधायक का पेपर लीक को लेकर वायरल वीडियो ने सत्ताधारी भाजपा के लिए असहज स्थितियां पैदा कर दी हैं। सोशल मीडिया पर बेदी राम का ताजा वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद मामला सियासी रंग ले चुका है। इस घटना ने भाजपा को मुश्किल स्थिति में डाल दिया है, क्योंकि सरकार की छवि और विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।
इस प्रकरण ने न केवल विपक्ष को सरकार पर निशाना साधने का मौका दिया है, बल्कि जनता के बीच भी असंतोष बढ़ा है। योगी सरकार को अब इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करनी होगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनकी सख्त नीतियों का पालन हो और दोषियों को सजा मिले|
पेपर लीक में एनडीए के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक बेदी राम का नाम सामने आने के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को तलब किया। योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा की गई तस्वीर में इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने बेदी राम के वायरल वीडियो को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए राजभर से कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
मुख्यमंत्री योगी ने इस मामले को लेकर राजभर को साफ संदेश दिया कि पेपर लीक जैसी घटनाएं सरकार की छवि को धूमिल करती हैं और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपेक्षा की कि वे अपने दल के सदस्यों को अनुशासन में रखें और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इस प्रकरण ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और भाजपा के साथ-साथ सुभासपा की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। योगी सरकार अब इस मुद्दे पर कठोर कार्रवाई करते हुए दोषियों को सजा देने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचायतीराज और अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री ओम प्रकाश राजभर से विधायक बेदी राम के खिलाफ पार्टी स्तर पर कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जांच में विधायक की पेपर लीक में संलिप्तता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। आज मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान ओम प्रकाश राजभर के बेटे और सुभासपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव डॉ. अरविंद राजभर भी मौजूद थे।
बेदी राम का वीडियो वायरल
योगी सरकार जहां पेपर लीक को रोकने के लिए कड़े कानून लेकर आई है और निष्पक्ष सिपाही भर्ती कराने की तैयारियों में लगी हुई है, वहीं सहयोगी दल के विधायक का पेपर लीक से जुड़ा वीडियो सत्ताधारी भाजपा के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है। सोशल मीडिया पर बेदी राम का ताजा वीडियो वायरल होने के बाद मामला राजनीतिक रूप से और अधिक गंभीर हो गया है।
कांग्रेस-सपा ने भाजपा पर बोला सीधा हमला
प्रकरण में पहले कांग्रेस और फिर गुरुवार को सपा ने बेदी राम को लेकर भाजपा पर सीधा हमला किया है। दोनों दलों ने सुभासपा विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाते हुए भाजपा को घेरने की कोशिश की है। आगामी विधानसभा उपचुनाव से पहले विपक्ष इस मुद्दे को भुनाकर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने का पूरा प्रयास कर रहा है। सहयोगी दल के विधायक पर उठ रहे सवालों के चलते भाजपा भी बैकफुट पर नजर आ रही है। भाजपा नेता इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
ओपी राजभर ने साधी चुप्पी
गौर करने वाली बात यह है कि योगी और राजभर की मुलाकात की जो तस्वीर वायरल हुई है, उस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। वहीं, पूरे प्रकरण में राजभर की चुप्पी भी भीतरखाने कुछ अलग पकने की ओर इशारा कर रही है। मीडियाकर्मियों के सवालों पर राजभर ने प्रकरण को लेकर बेदी राम से ही सवाल करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। इसे राजभर का अपने विधायक से किनारा करने के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। वीडियो सामने आने के बाद बुधवार को बेदी राम मीडिया से बचते रहे, लेकिन गुरुवार को तो वह कहीं दिखाई भी नहीं दिए।