आम आदमी पार्टी अब अरविंद केजरीवाल के राहत को जनता के बीच ले जाने की तैयारी कर रही है, उनके सुस्त पड़े कार्यकर्ताओं को ऊर्जा से भरने के लिए।
अरविंद केजरीवाल को 50 दिनों की जेल वाले समय के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने एक जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। इससे अब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को चुनाव प्रचार में नई ऊर्जा मिल सकती है। पहले तो आम आदमी पार्टी ने जनता को अरविंद केजरीवाल की कथाएँ सुनाई थीं, अब केजरीवाल भी इसे करेंगे और केंद्र सरकार पर निशाना साधेंगे। आम आदमी पार्टी ने इसे लोकतंत्र, संविधान और जनता की जीत के लिए बड़ी राहत बताया है। केजरीवाल को 21 मार्च को शराब घोटाले में गिरफ्तार किया गया था|
अब क्या होगी आम आदमी पार्टी की रणनीति?
आम तौर पर यह सूचना मिल रही है कि आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल की राहत को जनता के बीच ले जाने की तैयारी में है। अरविंद केजरीवाल की भावनात्मक अपील से आम आदमी पार्टी के निस्तब्ध कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का विकास हो सकता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के कुछ बड़े नेता संयुक्त रैलियों का आयोजन कर सकते हैं। केजरीवाल जनता के बीच उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर सकते हैं जिन्हें विपक्ष निरंतर उठाता रहा है। जब तक अरविंद केजरीवाल को जमानत नहीं मिली थी, आम आदमी पार्टी ने अपने हर सभाओं में उनकी जेल में बंद फोटो का इस्तेमाल कर अपना चुनाव प्रचार किया था। उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल हर चुनावी सभा में अपने पति पर ‘जुल्म’ किए जाने की बात कह रही थीं। अब केजरीवाल, केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा विपक्षी दलों पर हमला किए जाने का मुद्दा जोरशोर से उठाएंगे।
केजरीवाल यहां करेंगे प्रचार
आम आदमी पार्टी दिल्ली की चार लोकसभा सीटों, हरियाणा के गुरुग्राम की एक और पंजाब की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इन 18 लोकसभा सीटों पर अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने का अवसर मिल गया है। जबकि असम और गुजरात में उन्हें चुनाव प्रचार करने का मौका नहीं मिला। पार्टी को इसका कितना नुकसान हुआ, यह चुनाव परिणाम आने के दिन ही पता चलेगा। आने वाले समय में इंडिया गठबंधन के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ संयुक्त रैलियां का आयोजन करने की कोशिश की जा सकती है।
आम आदमी पार्टी दिल्ली की चार लोकसभा सीटों, हरियाणा के गुरुग्राम की एक और पंजाब की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इन 18 लोकसभा सीटों पर अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने का अवसर मिल गया है। जबकि असम और गुजरात में उन्हें चुनाव प्रचार करने का मौका नहीं मिला। पार्टी को इसका कितना नुकसान हुआ, यह चुनाव परिणाम आने के दिन ही पता चलेगा। आने वाले समय में इंडिया गठबंधन के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ संयुक्त रैलियां का आयोजन करने की कोशिश की जा सकती है।
अंतरिम जमानत मिली है, छूट नहीं- भाजपा
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उदाहरण दिया कि अरविंद केजरीवाल को यह याद रखना चाहिए कि यह अंतरिम जमानत है। जिस तरह दूसरे मामलों में अपराधियों को अंतरिम जमानत या पैरोल मिलती है, उसी तरह अरविंद केजरीवाल को उसी तरह कुछ दिनों के लिए जमानत मिली है। इससे यह साबित हो जाता है कि इस मामले में अभी उन्हें कोई छूट नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि इससे चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा और भाजपा हर हाल में सभी सीटों पर पिछले चुनावों से बड़ी जीत हासिल करेगी। उन्होंने भी जोड़ा कि यह अंतरिम जमानत अरविंद केजरीवाल को केवल कुछ दिनों के लिए मिली है और वे इस मामले में अभी भी निष्पक्ष जांच का परिणाम देखना चाहेंगे। वे भी उत्साहित करते हैं कि भाजपा निष्पक्षता और कानून के अधीन चुनाव को लेकर सचेत है|