पंजाब लोकसभा चुनाव 2024: शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बताया कि वे पंजाबी आम आदमी पार्टी और उसके नेतृत्व से ठगे गए महसूस कर रहे हैं। उनके मुख्यमंत्री भगवंत मान पर सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं|
2024 के पंजाब लोकसभा चुनाव: शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सोमवार को (13 मई) बताया कि इस बार केंद्र में बीजेपी (BJP) सरकार नहीं बना पाएगी। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उत्तर भारत में बीजेपी का सफाया हो रहा है। मौजूदा राजनीति के अनुसार, महाराष्ट्र और बिहार में क्षेत्रीय दल मजबूत होकर उभरेंगे। शिअद के अध्यक्ष ने बंठिडा में पत्रकारों के साथ बात करते हुए यह दावा किया।
सुखबीर सिंह बादल ने बीजेपी के खिलाफ उत्तेजना भरा बयान दिया, कहा- ‘प्रधानमंत्री के भाषणों से पार्टी की घबराहट की भावना प्रकट हो रही है। वे अब विशेष समुदायों पर सीधे हमले कर रहे हैं और तकनीकी रूप से यह कह रहे हैं कि मंगलसूत्र (महिलाओं से) छीना जाएगा और दूसरों को दिया जाएगा। ऐसा पिछले 70 वर्षों में कभी नहीं हुआ और न ही कभी होगा।’ उन्होंने इसके अलावा कहा कि बीजेपी ने अभी तक किसी भी देश की तरह किसी को विशेषाधिकार नहीं दिए हैं। यह समझौता पूरे देश को एक साथ लाने के लिए होता है।
‘इस बार आएंगे हैरान करने वाले नतीजे’
उन्होंने आगे कहा कि ‘पंजाब के लोगों को यह लगता है कि शिअद अकेले ही सभी समुदायों को अपने साथ लेकर चल सकता है और सर्वांगीण विकास के साथ-साथ शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को सुनिश्चित कर सकता है। पार्टी की ‘पंजाब बचाओ यात्रा’ को काफी समर्थन मिल रहा है। हर निर्वाचन क्षेत्र में लोग शिअद के साथ भावनात्मक तौर से जुड़ रहे हैं। इससे लगता है कि पंजाब में इस बार हैरान करने वाले नतीजे आएंगे। इस प्रकार, वे आमतौर पर लोगों के भावनात्मक और सामाजिक संबंधों को मजबूत करने के लिए शिअद की पहुंच को महत्वपूर्ण मानते हैं।’
सुखबीर सिंह बादल ने बठिंडा लोकसभा सीट पर बोलते हुए कहा कि ‘यहां विकास एक बड़ा मुद्दा है, क्योंकि पिछली कांग्रेस सरकार और राज्य में मौजूदा आप शासन ने यहां के लोगों के साथ भेदभाव किया है। जबकि अकाली दल शासन के दौरान यहां एम्स, केंद्रीय विश्वविद्यालय, रिफाइनरी, कैंसर अस्पताल और हवाई अड्डा समेत शुरू किया गया था। इसके साथ ही विकास के कई परियोजनाओं को भी लौटाया गया था। इसलिए, यहां के लोग एक बार फिर विकास की राह पर अग्रसर होना चाहते हैं। हमें हरसिमरत कौर बादल को डेढ़ से दो लाख वोटों से जीत सुनिश्चित करना होगा ताकि हम फिर से विकास और प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो सकें।’
सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और पूर्व मंत्री हरसिमरत कौर बादल भी बठिंडा से चुनाव लड़ रही हैं। पंजाब में सभी 13 सीटों पर आखिरी चरण में 1 जून को मतदान होगा और रिजल्ट 4 जून को घोषित किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण चुनाव में हरसिमरत कौर बादल का उत्तराधिकारी बठिंडा के लोगों की आशाओं और विकास की अपेक्षाओं को समझने का महत्वपूर्ण कार्य होगा। यहां तक कि इस चुनाव में उन्हें लगभग सभी पार्टियों के उम्मीदवारों के साथ मुकाबला करना होगा। जनता का विश्वास जीतने के लिए उन्हें साकारतम मामलों और नई प्रतिबद्धताओं के साथ आगे बढ़ने की जरूरत होगी।
पीएम पर साधा निशाना
सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब में लोगों के मूड के सावल पर अपनी बात कहते हुए कहा कि ‘पंजाबी आम आदमी पार्टी और उसके नेतृत्व से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान से उनकी सारी उम्मीदें खत्म हो गई हैं। साथ ही, लोगों को यह भी एहसास हो गया है कि आप और कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों दल अपने बीच दोस्ताना रख रहे हैं, क्योंकि वो राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं।’
सुखबीर सिंह बादल ने यह भी उजागर किया कि लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए उन्हें समाजिक और आर्थिक सुधार के लिए विशेष प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि पंजाब में अब विकास की नई दिशा के लिए नई राजनीतिक दलों की आवश्यकता है, जो न केवल विकास को प्राथमिकता दें, बल्कि सामाजिक न्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में भी सजग रहें। उन्होंने आगे कहा कि नए विचारधारा और क्रियात्मक पहल के माध्यम से ही पंजाब के लोगों के विश्वास को फिर से प्राप्त किया जा सकता है।