पंजाब में आगामी एक जून को चुनाव हैं और इस अवसर पर सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हैं। आज कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पटियाला में उम्मीदवार धर्मवीर गांधी के लिए चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे। उन्होंने नाभा के वैष्णो ढाबा में दही और मक्खन के साथ आलू के परांठे का स्वाद भी चखा। इस महत्वपूर्ण घटना के दौरान, राहुल गांधी ने उम्मीदवार के साथ मिलकर लोगों से बातचीत भी की।
नाभा के सर्कुलर रोड पर स्थित कटानी वैष्णो ढाबा में बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने दही और मक्खन के साथ आलू के परांठे का स्वाद लिया। उनके साथ पटियाला संसदीय सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. धर्मवीर गांधी भी मौजूद थे। इस अवसर पर, राहुल गांधी ने लोगों के साथ बातचीत की और उनके समस्याओं को सुना। यह घटना पंजाब के चुनावी माहौल को और गरमा देगी, जहां हर दल अपने नेताओं के माध्यम से जनता के बीच पहुंचने का प्रयास कर रही है। इस तरह की संदर्भ में, राहुल गांधी का भाषण और उनकी जनसम्पर्क यात्रा कांग्रेस को चुनावी अभियान में मजबूती दे सकती है।
वैष्णो ढाबे में लंच किया
राहुल गांधी ने मुल्लांपुर दाखा से नाभा की ओर अपने चुनावी जनसभा के लिए रवाना होते समय एक मौका बताया। नाभा पहुंचने के बाद, जब दोपहर की घड़ी तीन बज चुकी थी, तो राहुल गांधी ने लंच के लिए रुका। उन्होंने नाभा के कटानी वैष्णो ढाबा में अपना भोजन किया।
जब वहाँ पहुंचे, तो उनका सारा कार्यक्रम पूरी तरह से गुप्त रखा गया था। उनके आने की जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी नहीं थी, और किसी को भी इस बारे में कोई जानकारी देने की हिदायत दी गई थी। ऐसा महसूस हो रहा था कि यह सभी के लिए एक अच्छा संकेत है कि उनका आगमन एक गहरे रहस्य में लिप्त है।
सुबह 11 बजे ढाबे पर पहुंचे राहुल
ढाबे के संचालक ने बताया कि आज बुधवार को सुबह 11 बजे ही राहुल गांधी की टीम के स्टाफ के सदस्य उनके ढाबे पर पहुंच गए थे। राहुल गांधी खुद यहाँ दोपहर के करीब तीन बजे पहुंचे थे।
पहले ही डॉ. धर्मवीर गांधी, जो कांग्रेस के प्रत्याशी हैं, यहाँ पहुंच चुके थे और राहुल गांधी का इंतजार कर रहे थे। ढाबे के अंदर आकर, दोनों ने खाना खाया। खाने की तारीफ करते हुए, राहुल गांधी ने ढाबे के स्टाफ को खाने की गुणवत्ता के बारे में बड़ी प्रशंसा की। इसके साथ ही, उन्होंने स्टाफ को खाने की मानक बारीकियों पर ध्यान दिया और उनकी क्वालिटी को सराहा। उन्होंने इस अवसर पर खाने की सजावट और स्वाद की बात भी की, जिससे उनकी गुणवत्ता और परिष्कृतता की प्रशंसा हुई। यह घटना ढाबे के लोगों में खुशी और गर्व का वातावरण बनाती है, जो उनके सेवा और उत्कृष्टता की प्रतिष्ठा के लिए समर्पित हैं। इससे स्पष्ट होता है कि राहुल गांधी न केवल राजनीतिक बातचीत में शामिल होते हैं, बल्कि उन्हें समाज की आम जनता की जरूरतों और इच्छाओं को समझने और सम्मानित करने का भी बहुत गहरा ज्ञान है। उनकी इस बात से यह साबित होता है कि वे न केवल व्यक्तिगत संबंधों को महत्व देते हैं, बल्कि समाज के छोटे-मोटे उद्यमों को भी प्रोत्साहित करते हैं।
राहुल गांधी और उनकी टीम के सदस्यों ने लगभग 15 से 20 मिनटों तक नाभा ढाबे में विश्राम किया, जहां उन्होंने अपने रास्ते में एक छोटी सी विराजमानी ली। इसके बाद, उन्होंने लोगों को समझाया कि वे पटियाला के एक रैली के लिए अपनी यात्रा जारी रखेंगे। ढाबे में भोजन के बिल का भुगतान उनकी टीम ने राहुल गांधी के साथ सही से अदा किया।