पंजाब में ट्रेनों के बीच भीषण टक्कर, एक दूसरे पर चढ़े डिब्बे पहिये खुलकर अलग हो गए

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पिछले साल 2 जून को हुए ओडिशा में बालासोर ट्रेन हादसे का मंजर अब भी हमें दिल से याद है। उस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक मालगाड़ी और दो पैसेंजर ट्रेनों की भयानक टक्कर में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। आज, इसी तारीख को पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में बालासोर जैसा हादसा होते-होते बच गया है। सुबह के समय फतेहगढ़ साहिब में दो मालगाड़ियों की भयानक टक्कर हो गई। इसके बाद, एक मालगाड़ी के कुछ डिब्बे पास के ट्रैक से गुजर रही एक पैसेंजर ट्रेन के साथ टकरा गए। यह घटना हमें फिर से हमारे पिछले साल के दुखद यादों को ताजगी से याद दिलाती है।

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हालांकि, इस हादसे में बहुत सावधानी बरती गई है। हादसे में पैसेंजर ट्रेन को कोई नुकसान नहीं हुआ है। ट्रेन में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। लेकिन दोनों मालगाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचा है। टक्कर के बाद मालगाड़ियों के डिब्बे और इंजन क्षतिग्रस्त होकर ट्रैक पर बुरी तरह से बिखर गए और एक-दूसरे पर चढ़ गए। इसके अलावा, एक मालगाड़ी के 2 लोको पायलट इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए तत्काल अस्पताल ले जाया गया है। इस हादसे के बावजूद, खुदाया ने हमें एक और बड़े आपदा से बचाया है।

फतेहगढ़ साहिब के माधोपुर के पास यह हादसा

सुना जा रहा है कि, यह हादसा रविवार सुबह तटस्थ समय के करीब 3:45 बजे के आसपास फतेहगढ़ साहिब के माधोपुर के पास अमृतसर-दिल्ली रेलवे लाइन पर घटित हुआ। दोनों मालगाड़ियां अंबाला की ओर से जा रही थीं। इसी बीच, पैसेंजर ट्रेन भी अंबाला की ओर ही रही थी। दोनों ट्रेनों के बीच टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि, मालगाड़ियों के डिब्बे और इंजन अचानक इधर-उधर जा गिरे और रेलवे ट्रैक को बाधित कर दिया। एक मालगाड़ी में कोयला भरा हुआ था, जो हादसे को और भी भयंकर बना दिया।

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हादसे के बाद, राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और रेलवे के अधिकारी अचानक गंभीरता से चिंगारीत हो गए। मौके पर पहुंचते ही, उन्होंने हादसे का जांच किया और राहत कार्य शुरू किया। हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है।

शुरुवाती रिपोर्टों के अनुसार, एक मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतर गया और इसके बाद एक और मालगाड़ी के साथ टक्कर हुई। इसके पश्चात एक पैसेंजर ट्रेन के साथ भी मालगाड़ी के डिब्बे टकरा गए। इस हादसे के परिणामस्वरूप, ट्रैक पर बाधा आ गई है, जिससे अन्य ट्रेनों के आवागमन पर असर पड़ा है। इस वजह से ट्रेनों को डायवर्ट किया जा रहा है ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। समुद्रीय एवं हवाई परिवहन के लिए वैकल्पिक रास्ते का उपयोग किया जा रहा है। वहीं, ट्रैक बहाली का कार्य भी अब शुरू किया गया है ताकि सामान्य सेवा जल्दी से फिर से शुरू की जा सके। इसके अलावा, हादसे में घायल लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए मेडिकल टीम्स भी तत्पर हैं।

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