लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के बाद, एनडीए की सरकार का गठन सुनिश्चित हो गया है। जानकारी के अनुसार, इसी सप्ताह के अंत में 8 जून को नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। बुधवार को दिल्ली में हुई सहयोगी दलों की बैठक में नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना गया था। अब यह जानकारी भी सामने आई है कि किन-किन देशों के नेता प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले हैं। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में।
किन-किन देशों के प्रमुख को न्योता?
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के कई पड़ोसी देशों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित करने की योजना है। सूत्रों के मुताबिक, इस भव्य आयोजन में बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और मॉरीशस के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किए जाने की प्रबल संभावना है। इन देशों के नेताओं की उपस्थिति से समारोह की गरिमा और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। इसके साथ ही, यह भी संभावना जताई जा रही है कि अन्य महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय हस्तियों को भी इस विशेष अवसर पर आमंत्रित किया जा सकता है, जिससे भारत की कूटनीतिक संबंधों को और सुदृढ़ता मिलेगी। इस प्रकार के आयोजनों से भारत न केवल अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करता है, बल्कि वैश्विक मंच पर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शाता है।
यह समारोह भारत की विदेश नीति और कूटनीति के दृष्टिकोण को भी उजागर करेगा, जो मित्रवत संबंधों और सहयोग को प्राथमिकता देता है। ऐसे अवसरों पर अंतरराष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति न केवल भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करती है, बल्कि विभिन्न देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग को भी बढ़ावा देती है। इससे भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को एक नई दिशा और मजबूती मिलेगी, जिससे क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर शांति और समृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा।
इन नेताओं ने स्वीकारा निमंत्रण
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय ने जानकारी दी है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इसके अलावा, मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी फोन पर बातचीत की और उन्हें इस विशेष अवसर के लिए आमंत्रित किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, शेख हसीना ने भी निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार कर लिया है। इन दोनों नेताओं की उपस्थिति से शपथ ग्रहण समारोह की शोभा और बढ़ जाएगी। इसके साथ ही, यह आयोजन भारत के पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। समारोह में अन्य पड़ोसी देशों के नेताओं के भी शामिल होने की संभावना है, जिससे भारत की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को एक नई ऊंचाई मिलेगी।
पहले और दूसरे शपथ ग्रहण में भी आए थे विदेशी मेहमान
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी नेताओं का शामिल होना पहले भी देखा गया है। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के पहले शपथ ग्रहण समारोह में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के नेताओं ने भाग लिया था। इस आयोजन ने भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को नया आयाम दिया। 2019 में, जब नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तो बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) देशों के नेता इस समारोह में शामिल हुए। यह कदम भारत के पड़ोसी और क्षेत्रीय देशों के साथ सहयोग और संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास था।
इस बार भी, प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में विभिन्न देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है, जिसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इन नेताओं की उपस्थिति से समारोह की गरिमा और बढ़ जाएगी और यह भारत के विदेश नीति के दृष्टिकोण को और सुदृढ़ करेगा। इस आयोजन से भारत के कूटनीतिक प्रयासों को बल मिलेगा और पड़ोसी देशों के साथ आपसी सहयोग और सद्भावना को बढ़ावा मिलेगा। समारोह में अन्य पड़ोसी देशों के नेताओं की भागीदारी भी अपेक्षित है, जिससे यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण बन जाएगा।