NEET UG 2024 पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों उम्मीदवारों की मार्कशीट मिल गई है। उनके पास क्वेश्चन पेपर और आंसर होने के बावजूद उन्हें इतने कम अंक मिले हैं कि आप अपना सिर पकड़ लेंगे।
NEET UG 2024 पेपर लीक: यह कहावत बिलकुल सही बैठती है कि नकल करने के लिए भी अकल की जरूरत होती है। यह बिहार के एक नकलची छात्र अनुराग यादव पर सटीक बैठती है, क्योंकि उसने खुद ही पुलिस को बताया कि उसके पास NEET का प्रश्न पत्र था। इसके बाद भी, NEET एग्जाम के रिजल्ट में 21 साल के अनुराग यादव को 720 अंकों में से मात्र 185 अंक मिले हैं। इस मामले में बिहार पुलिस ने अब तक तीनों छात्रों को गिरफ्तार किया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिन छात्रों के पास NEET का पेपर होने का दावा किया जा रहा है, उनमें से कोई भी NEET का एग्जाम अच्छी तरह से नहीं कर पाया है। इसमें अभिषेक कुमार को 720 में से 581 अंक मिले हैं और तीसरे उम्मीदवार आयुष राज को 720 में से 300 अंक मिले हैं।
अनुराग ने अपने कबूलनामे में बताया कि वह कोटा के एलन कोचिंग सेंटर में नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके चाचा सिकंदर ने उसे बताया कि नीट परीक्षा 5 मई को होनी है और उसे कोटा से वापस आने को कहा, यह भी कहा कि परीक्षा का पेपर सेट हो गया है। अनुराग कोटा से वापस आ गया। परीक्षा से एक दिन पहले उसे नीट परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका दी गई और रात भर उत्तर याद करने को कहा गया।
अनुराग ने पुलिस को बताया कि उसका परीक्षा केंद्र डीवाई पाटिल स्कूल में था और जब वह परीक्षा देने गया, तो वही प्रश्न आए जो उसने याद किए थे। परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आ गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। अनुराग यादव परीक्षा से एक दिन पहले NHAI के गेस्ट हाउस में ठहरा था। उसके स्कोरकार्ड से पता चलता है कि उसे 720 में से केवल 185 अंक मिले। परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र और उत्तर मिलने और रात भर उत्तर याद करने के बावजूद भी उसके कम अंक आए हैं।
‘कबूलनामे’ में प्रश्नपत्र की कीमत का हुआ खुलासा
नीट पेपर लीक मामले में कथित मास्टरमाइंड अमित आनंद ने कबूल किया है कि परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र लीक हुआ था। उसने यह भी बताया कि उसने लीक हुए प्रश्नपत्रों को किस कीमत पर बेचा था। अमित आनंद के कबूलनामे की एक कॉपी में बताया गया है कि कैसे छात्रों को परीक्षा से एक दिन पहले उत्तर याद करवाए गए थे। लीक हुए प्रश्नों के बदले छात्रों से लाखों रुपये लिए गए थे।
अनुराग यादव को केवल 185 अंक मिले हैं। उसे फिजिक्स में 85.52 परसेंटाइल, बायोलॉजी में 51.04 परसेंटाइल और केमेस्ट्री में 5.04 परसेंटाइल अंक मिले हैं। इससे स्पष्ट होता है कि अनुराग ने केमेस्ट्री के पेपर की तैयारी नहीं की होगी या उसे इसका अवसर नहीं मिला होगा।
आयुष राज का परीक्षा केंद्र पटना के डीएवी बोर्ड कॉलोनी में था। उसे कुल 300 अंक मिले हैं। आयुष ने बायोलॉजी में 87.80 परसेंटाइल प्राप्त किए हैं, लेकिन फिजिक्स और केमेस्ट्री में उसका प्रदर्शन बहुत खराब रहा। उसे फिजिक्स में केवल 15.52 और केमेस्ट्री में 15.36 परसेंटाइल मिले हैं। ऐसा लगता है कि आयुष को केवल बायोलॉजी का पेपर ही मिला था और बाकी दो विषयों के उत्तर याद करने का समय नहीं मिला।
अभिषेक का परीक्षा केंद्र पटना के केडी कॉन्वेंट स्कूल में था और उसे चारों में सबसे अधिक अंक मिले हैं। अभिषेक को केमेस्ट्री में 95.99 परसेंटाइल, फिजिक्स में 96.40 परसेंटाइल और बायोलॉजी में 95.56 परसेंटाइल अंक प्राप्त हुए हैं।
गया जिले के निवासी शिवनंदन कुमार का परीक्षा केंद्र पाटलिपुत्र स्थित इंटरनेशनल कॉलेज में था। उन्हें कुल 483 अंक प्राप्त हुए हैं। बायोलॉजी में उन्होंने 90.27 परसेंटाइल, फिजिक्स में 89.75 परसेंटाइल, और केमेस्ट्री में 86.02 परसेंटाइल हासिल किए हैं। उनकी मेहनत और समर्पण से स्पष्ट होता है कि उन्होंने तीनों विषयों में अच्छा प्रदर्शन किया है और उच्च अंक प्राप्त किए हैं।
अब तक नीट पेपर लीक मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसमें दानापुर नगर पालिका के एक जूनियर इंजीनियर सिकंदर भी शामिल है।