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12 जून को चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, कैबिनेट में कुल 25 मंत्री होंगे शामिल

चंद्रबाबू नायडू 12 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उनकी नई कैबिनेट में कुल 25 मंत्रियों को शामिल किया गया है। इनमें से 4 मंत्री जनसेना से और 2 मंत्री बीजेपी से होंगे। इस कैबिनेट में नायडू ने अनुभव और नए चेहरों का संतुलन बनाने का प्रयास किया है, ताकि विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके। शपथ ग्रहण समारोह में कई वरिष्ठ नेता और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।

आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की सरकार बनने जा रही है। बुधवार, 12 जून को चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। विजयवाड़ा के ए कन्वेंशन सेंटर में नायडू ने NDA के सभी 164 विधायकों के साथ बैठक की। नायडू की कैबिनेट में कुल 25 मंत्री शामिल होंगे, जिनमें TDP से 19, जनसेना से 4 और BJP से 2 मंत्री होंगे। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में NDA ने 175 सीटों में से बड़ी जीत हासिल की। इस चुनाव में TDP के 135, एक्टर पवन कल्याण की पार्टी जनसेना के 21 और BJP के 11 विधायक चुने गए।

चंद्रबाबू नायडू

सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे चंद्रबाबू नायडू

बैठक के बाद TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा, “भाजपा, जनसेना और TDP के सभी विधायकों ने मुझे NDA सरकार में आंध्र प्रदेश का आगामी मुख्यमंत्री बनने के लिए अपनी सहमति दे दी है।” TDP से पार्टी अध्यक्ष अच्चन नायडू, BJP से पुरंदेश्वरी और जनसेना से पवन कल्याण राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं। वे राज्यपाल को NDA विधायक दल के नेता के रूप में चंद्रबाबू नायडू के चयन का प्रस्ताव देंगे। इसके बाद वे राज्यपाल से मिलकर आंध्र प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद नायडू ने मीडिया से बातचीत में विश्वास व्यक्त किया कि उनकी सरकार राज्य के विकास और जनकल्याण के लिए प्रभावी कदम उठाएगी। NDA की इस एकजुटता को उन्होंने जनता के भरोसे और समर्थन का प्रमाण बताया।

चंद्रबाबू नायडू

PM मोदी भी होंगे शामिल

जानकारी के अनुसार, विजयवाड़ा एयरपोर्ट के पास बुधवार को सुबह 11:27 बजे चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस महत्वपूर्ण शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे, जिससे इस कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ जाएगी। यह लगभग निश्चित है कि नायडू की कैबिनेट में कुल 25 मंत्री होंगे, जिनमें TDP से 19, जनसेना से 4 और BJP से 2 मंत्री शामिल होंगे। इस अवसर पर अनेक प्रमुख नेता और गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहेंगे। नई सरकार के गठन से आंध्र प्रदेश में विकास कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है। चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की जनता को आश्वासन दिया है कि वे राज्य के हर वर्ग के विकास और कल्याण के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।

पवन कल्याण के डिप्टी CM  बनने को लेकर ये बात आई सामने

पहले ऐसी खबरें थीं कि पवन कल्याण डिप्टी सीएम बनेंगे, लेकिन अब बताया जा रहा है कि बड़े अभिनेता होने के नाते उन्होंने कई फिल्मों के अनुबंध पहले से ही साइन कर रखे हैं। ऐसे में संभावना है कि वे फिलहाल नायडू कैबिनेट का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। इस बार चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश के भी मंत्री बनने की प्रबल उम्मीद है। कहा जा रहा है कि नायडू की अगुवाई में हुई बैठक के बाद उनके घर पर एक और बैठक होगी, जिसमें केवल उन्हीं विधायकों को बुलाया जाएगा जो नायडू मंत्रीमंडल का हिस्सा बनेंगे।

चंद्रबाबू नायडू

इसके अलावा, नई सरकार की प्राथमिकताएं भी निर्धारित की जाएंगी, जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विकास योजनाओं को लागू करने पर जोर दिया जाएगा। चंद्रबाबू नायडू ने स्पष्ट किया है कि वे आंध्र प्रदेश के सभी वर्गों के कल्याण के लिए समर्पित हैं और वे राज्य को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके नेतृत्व में, राज्य की शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और रोजगार के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद की जा रही है। साथ ही, नई कैबिनेट में महिलाओं और युवा विधायकों को भी महत्व देने की योजना बनाई जा रही है, जिससे सरकार में विविधता और संतुलन बना रहे।

रियासी Terror Attack : बस ड्राइवर ने दिखाई बहादुरी, खाई में बस गिरने से बच गयी कई श्रद्धालुओं की जान

रियासी में हुए आतंकी हमले (Reasi Terror Attack) ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस बर्बर हमले में 10 लोगों की जान चली गई है, जबकि 41 अन्य लोग घायल हो गए हैं। हमले के समय बस ड्राइवर को गोली लग गई, जिससे बस का नियंत्रण खो गया और वह गहरी खाई में गिर गई। आतंकी बस के खाई में गिरने के बाद भी गोलियां बरसाते रहे, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई। इस हमले ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और देशभर में आक्रोश और शोक का माहौल है। अधिकारियों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है, और घायल यात्रियों को निकटतम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश तेज कर दी गई है।

रियासी

HIGHLIGHTS

  1. आइएसआइ की शह पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने रचा था षड्यंत्र
  2. बस खाई में न गिरी होती तो आशंका थी कि आतंकी किसी भी श्रद्धालु को नहीं छोड़ते
  3. ग्रामीणों के अनुसार आतंकियों ने सेना जैसी पोशाक पहनी थी

रियासी में शिवखोड़ी से लौट रही श्रद्धालुओं की बस पर हुए आतंकी हमले (Reasi Terror Attack) ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में 10 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जबकि 41 अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद से ही देशभर के प्रमुख राजनीतिक नेताओं, समाजसेवियों और अभिनेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। सूत्रों के अनुसार, इस हमले का षड्यंत्र पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की शह पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने रचा था। इस हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गहन चिंता जताई है और सरकार ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ने और न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। इस घटना ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की जरूरत को और भी मजबूती से उजागर किया है।

रियासी

रियासी में शिवखोड़ी से लौट रही श्रद्धालुओं की बस पर हुए आतंकी हमले (Reasi Terror Attack) ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में 10 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जबकि 41 अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद से ही देशभर के प्रमुख राजनीतिक नेताओं, समाजसेवियों और अभिनेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। सूत्रों के अनुसार, इस हमले का षड्यंत्र पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की शह पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने रचा था। इस हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गहन चिंता जताई है और सरकार ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ने और न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। इस घटना ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की जरूरत को और भी मजबूती से उजागर किया है।

बस के खाई में गिरने से बची श्रद्धालुओं की जान

जब आतंकियों ने बस पर हमला किया, उस समय बस ड्राइवर को गोली लगी, जिससे बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। इसके बाद भी आतंकी बस पर गोलियां बरसाते रहे। यदि बस खाई में न गिरी होती तो संभावना थी कि आतंकी किसी भी श्रद्धालु को नहीं छोड़ते।

चालक की दिलेरी से बची श्रद्धालुओं की जान

ग्रामीणों के अनुसार, आतंकियों ने सेना जैसी पोशाक पहन रखी थी और उन्होंने दूर से बस को रोकने का संकेत दिया। पास आते ही चालक समझ गया कि ये सेना के जवान नहीं हैं और उसने बस को तेजी से निकालने की कोशिश की। उसी समय आतंकियों ने चालक को गोली मार दी, जिससे बस खाई में गिर गई।

रियासी

श्रद्धालुओं ने बताया कि आतंकियों की मंशा बस में सवार सभी लोगों की हत्या करने की थी। बस खाई में गिरने के बाद भी आतंकी गोलियां बरसाते रहे।

जम्मू समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने आतंकी हमले पर गहरा रोष जताते हुए पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किए। शिवसेना और बजरंग दल ने विरोध जुलूस निकाले, जबकि ऑल पार्टी हुर्रियत कान्फ्रेंस ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की। कई सामाजिक संगठनों और राजनेताओं ने इस हमले को कायराना कृत्य करार देते हुए आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।

 

आखिरी ओवर में चाहिए थे 18 रन, नसीम ने लगातार चौके मारे, फिर अर्शदीप ने दिखाया अपना जादू

भारत और पाकिस्तान के रोमांचक मुकाबले में अर्शदीप सिंह ने आखिरी ओवर फेंका। जब अर्शदीप सिंह आखिरी ओवर करने आए, तो पाकिस्तान को जीत के लिए 18 रनों की जरूरत थी। क्रीज पर इमाद वसीम और शाहीन अफरीदी मौजूद थे। मैच का माहौल बेहद तनावपूर्ण था, दर्शक सांसें थामे हुए थे और हर गेंद पर रोमांच अपने चरम पर था। अर्शदीप ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दबाव में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे भारतीय टीम ने इस महत्वपूर्ण मुकाबले में जीत हासिल की।

भारत ने टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपना दबदबा कायम रखते हुए रविवार को खेले गए बेहद रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान को 6 रन से हरा दिया। भारतीय टीम 119 रन पर सिमट गई थी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाई। यह मुकाबला इतना करीबी था कि आखिरी ओवर शुरू होने तक यह कहना मुश्किल था कि कौन सी टीम विजयी होगी। जब अर्शदीप सिंह मैच का आखिरी ओवर करने आए, तो पाकिस्तान को जीत के लिए 18 रन चाहिए थे। क्रीज पर इमाद वसीम और शाहीन अफरीदी मौजूद थे।

अर्शदीप

आइए जानते हैं कि आखिरी ओवर में क्या हुआ और कैसे अर्शदीप सिंह ने भारत को जीत दिलाई। पहले गेंद पर इमाद वसीम ने दो रन लिए, जिससे दबाव थोड़ा कम हुआ। दूसरी गेंद पर उन्होंने एक रन लिया और स्ट्राइक शाहीन अफरीदी को दे दी। तीसरी गेंद पर शाहीन ने जोरदार शॉट खेला, लेकिन केवल एक रन ही बना पाए। अब पाकिस्तान को तीन गेंदों में 14 रन चाहिए थे। अर्शदीप ने चौथी गेंद पर शाहीन को क्लीन बोल्ड कर दिया, जिससे मैच का रुख भारत की ओर मुड़ गया। पांचवीं गेंद पर इमाद ने एक चौका मारा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आखिरी गेंद पर इमाद ने एक और चौका मारा, लेकिन भारत ने मुकाबला 6 रन से जीत लिया।

इस जीत के साथ भारतीय टीम ने न केवल अपने फैंस को खुश किया, बल्कि टूर्नामेंट में अपनी मजबूत स्थिति भी बनाई। भारतीय गेंदबाजों के अनुशासन और अर्शदीप सिंह की काबिलियत ने यह साबित कर दिया कि भारतीय क्रिकेट टीम किसी भी परिस्थिति में जीत हासिल करने का माद्दा रखती है।

पाकिस्तान की पारी का 20वां ओवर (गेंदबाज: अर्शदीप सिंह)

पहली गेंद: इमाद वसीम ने शॉट खेलने के लिए खुद को तैयार किया, लेकिन अर्शदीप सिंह ने गेंद लेग स्टंप के बाहर डाली। गेंद ने बल्ले का अंदरूनी किनारा लिया और ऋषभ पंत ने डाइव लगाकर एक शानदार कैच पकड़ा। (पाकिस्तान: 102/7)

दूसरी गेंद: नसीम शाह ने लॉन्गऑफ की दिशा में खेलते हुए एक रन लिया। (पाकिस्तान: 103/7)

तीसरी गेंद: अर्शदीप ने यॉर्कर गेंद फेंकी, जिस पर शाहीन अफरीदी बुरी तरह लड़खड़ा गए। हालांकि, लेग बाई के रूप में एक रन दौड़कर लिया गया। (पाकिस्तान: 104/7)

अर्शदीप सिंह के शानदार गेंदबाजी के चलते पाकिस्तान की बल्लेबाजी बुरी तरह लड़खड़ा गई थी। उनके सटीक और तीखे यॉर्कर ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को संभलने का मौका ही नहीं दिया। 20वें ओवर में अर्शदीप की इस बेहतरीन गेंदबाजी ने भारतीय टीम को जीत के और करीब ला दिया। दर्शकों के दिलों में रोमांच और उत्साह भर गया क्योंकि भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन के साथ मैच को अपने पक्ष में मोड़ दिया।

अर्शदीप

चौथी गेंद: नसीम शाह ने यॉर्कर लेंथ की गेंद पर स्कूप शॉट खेला। गेंद विकेटकीपर के ऊपर से निकलकर बाउंड्री पार चली गई। (पाकिस्तान: 108/7)

पांचवीं गेंद: नसीम शाह ने ऑफ साइड पर स्लाइस किया और गेंद डीप बैकवर्ड पॉइंट बाउंड्री के पार चली गई। (पाकिस्तान: 112/7)

छठी गेंद: नसीम शाह ने लो फुलटॉस गेंद को मुश्किल से खेला। गेंद बॉलर के बगल से निकलकर लॉन्गऑफ की ओर चली गई। (पाकिस्तान: 113/7)

अर्शदीप सिंह ने अपनी धैर्यपूर्ण और सटीक गेंदबाजी के दम पर भारत को रोमांचक जीत दिलाई। अंतिम ओवर में भी उनकी योजना और निष्पादन बेहतरीन रहा। दर्शकों की सांसें थम गईं थीं, लेकिन अर्शदीप ने अपनी कुशलता से मैच को भारतीय टीम के पक्ष में कर दिया। पूरे मैच के दौरान भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा, जिससे भारत ने एक यादगार जीत हासिल की।

जम्मू-कश्मीर में टेररिस्ट अटैक पर सीएम योगी ने जताया दुःख

सीएम योगी ने जम्मू-कश्मीर में हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों की बस पर हुआ कायराना हमला अत्यंत दुखद है। सीएम ने हमले में मारे गए श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। साथ ही, उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे तुरंत स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में हुए कायराना हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों की बस पर हुआ यह कायराना हमला अत्यंत दुखद और निंदनीय है। मुख्यमंत्री ने हमले में मारे गए श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी को तुरंत निर्देश दिया है कि वे स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार इस दुखद घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और उनकी हर संभव मदद करेगी।

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने शिव खोड़ी से लौट रही एक बस पर हमला किया है। इस बस में 40 से 50 यात्री सवार थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, आतंकियों ने बस पर लगभग 40 से 50 राउंड फायरिंग की, जिसमें एक गोली बस ड्राइवर को भी लगी। गोली लगने के बाद बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हमले में कई यात्रियों के घायल होने की खबर है। सुरक्षा बलों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया और घायलों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया। इस कायराना हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और प्रशासन द्वारा इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी|

दस लोगों की मौत, 33 यात्री घायल

जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हुए बस दुर्घटना स्थल पर पुलिस और सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं। डीसी रियासी ने इस दुर्घटना में दस लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि 33 लोग घायल हुए हैं। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी स्थिति की निगरानी की जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, घायल और मृतक यात्री स्थानीय निवासी नहीं थे। इस दुर्घटना के बाद सुरक्षा बलों ने शिव खोड़ी तीर्थ स्थल को सुरक्षित कर लिया है और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है, और सरकार ने प्रभावित परिवारों के लिए सहायता और राहत की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया है और घायल यात्रियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने प्रशासन को हर संभव मदद सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं।

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दलजीत कौर ने एक्स पति निखिल पटेल को कहा – सच कैसे मिटाओगे ? शेयर की तस्वीर

दलजीत कौर ने पिछले साल केन्या के रहने वाले भारतीय व्यवसायी निखिल पटेल से दूसरी शादी की थी। हालांकि, उनका रिश्ता एक साल भी नहीं चला और दोनों अलग हो गए। महीनों तक चुप्पी साधने के बाद, अब दलजीत खुलकर निखिल के साथ अपने अलगाव पर पोस्ट कर रही हैं। हाल ही में, उन्होंने एक बार फिर निखिल पर तंज कसा है। इस पोस्ट में उन्होंने अपनी भावनाओं को साझा किया और अपने अनुभवों को साझा करने का एक माध्यम बनाया।

HIGHLIGHTS

  1. दलजीत कौर ने पति निखिल पटेल पर कसा तंज
  2. निखिल पटेल के घर से दलजीत कौर ने किया पोस्ट
  3. निखिल पटेल ने लीगल एक्शन की दी थी धमकी

दलजीत कौर

‘इस प्यार को क्या नाम दूं’ और ‘कुलवधू’ जैसे सीरियल्स से मशहूर हुईं दलजीत कौर (Dalljiet Kaur) पिछले कुछ समय से अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर हेडलाइंस में छाई हुई हैं। दलजीत कौर ने पिछले साल NRI बिजनेसमैन निखिल पटेल (Nikhil Patel) से शादी की थी, लेकिन कुछ महीने बाद ही वह अपने बेटे के साथ भारत लौट आई थीं।

उनके जीवन का यह नया मोड़ उनके फैंस के लिए एक बड़ी चुनौती है। वह इस बदलाव को अपने फैंस के साथ साझा करने का निर्णय लिया है, जिससे उनके फैंस के बीच और अधिक सम्बन्ध बढ़े हैं। इसके अलावा, दलजीत ने हाल ही में अपने बिगड़े रिश्ते को लेकर खुलकर बातचीत की है, जिससे उनके सम्बंधों के बारे में चर्चा चरम पर पहुंची है। उनके फैंस को इस अपडेट के साथ उनके जीवन की एक नई कड़ी की जानकारी मिली है।

कई महीनों से दलजीत कौर के पति निखिल पटेल के साथ उनके बीच अलगाव की चर्चा हो रही थी। कुछ समय पहले अभिनेत्री ने एक पोस्ट के माध्यम से पति के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की ओर इशारा किया था। फिर निखिल पटेल ने भी एक इंटरव्यू में स्पष्ट कर दिया था कि वे दलजीत से अलग हो चुके हैं और वे दलजीत के आरोपों के खिलाफ कानूनी कदम उठाएंगे। अब टीवी एक्ट्रेस ने एक और पोस्ट के माध्यम से निखिल पर निशाना साधा है।

इस घटना के बाद, उनके बीच जगड़े की चर्चा सोशल मीडिया और मीडिया में गरमा गई है। यह मामला इसलिए भी चर्चा का केंद्र बन गया है क्योंकि ये दोनों हिंदी टेलीविजन इंडस्ट्री के जाने-माने चेहरे हैं। दलजीत ने अपने सामाजिक मीडिया अकाउंट के माध्यम से अपने जीवन की इस बदलती सच्चाई को साझा किया है और साथ ही, उन्होंने निखिल पर लगाए गए आरोपों का सामना किया है।

दलजीत ने पति पर साधा निशाना

दलजीत कौर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर केन्या स्थित अपने ससुराल से एक फोटो शेयर की है, जिसमें एक दीवार की झलक दिखाई गई है, जिस पर खुद एक्ट्रेस ने एक खूबसूरत पेंटिंग बनाई थी। पिछले साल शादी के बाद जब दलजीत केन्या शिफ्ट हुईं तो उन्होंने ही दीवार को अपनी पेटिंग से सजाया था। अब एक्ट्रेस ने एक पोस्ट के जरिए इशारों-इशारों में बताया है कि निखिल ने शायद उनकी पेंटिंग को हटवा दिया है।

इस घटना के बाद, सोशल मीडिया पर उनके बीच के मतभेद की चर्चा तेज़ हो गई है। इस घटना ने लोगों की ध्यान अपनी ओर खींचा है, क्योंकि दलजीत कौर और निखिल पटेल दोनों ही हिंदी टेलीविजन इंडस्ट्री के प्रसिद्ध नाम हैं। दलजीत ने अपने सामाजिक मीडिया प्रोफाइल के माध्यम से अपने जीवन की इस नई घटना को साझा किया है, जिसमें वह निखिल पर लगाए गए आरोपों का सामना कर रही हैं।

दलजीत कौर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर केन्या स्थित अपने ससुराल से एक फोटो शेयर की है, जिसमें एक दीवार की झलक दिखाई गई है, जिस पर खुद एक्ट्रेस ने एक खूबसूरत पेंटिंग बनाई थी। पिछले साल शादी के बाद जब दलजीत केन्या शिफ्ट हुईं तो उन्होंने ही दीवार को अपनी पेटिंग से सजाया था। अब एक्ट्रेस ने एक पोस्ट के जरिए इशारों-इशारों में बताया है कि निखिल ने शायद उनकी पेंटिंग को हटवा दिया है।

इस घटना के बाद, सोशल मीडिया पर उनके बीच के मतभेद की चर्चा तेज़ हो गई है। इस घटना ने लोगों की ध्यान अपनी ओर खींचा है, क्योंकि दलजीत कौर और निखिल पटेल दोनों ही हिंदी टेलीविजन इंडस्ट्री के प्रसिद्ध नाम हैं। दलजीत ने अपने सामाजिक मीडिया प्रोफाइल के माध्यम से अपने जीवन की इस नई घटना को साझा किया है, जिसमें वह निखिल पर लगाए गए आरोपों का सामना कर रही हैं।

इस घटना के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए लोग सोशल मीडिया पर अपने विचार और राय साझा कर रहे हैं। लोगों के बीच इस विवादित मामले पर अलग-अलग मत हैं और इससे संबंधित अन्य तथ्यों की जांच भी हो रही है। इस घटना ने सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं की ध्यानाकर्षण को बढ़ा दिया है और वे इस मामले के नए अपडेट्स के इंतजार में हैं।

घर के दीवार की फोटो शेयर करते हुए दलजीत कौर ने कैप्शन में लिखा, “एक दीवार को मिटा दिया। आप सच को कैसे मिटाएंगे? दुख की बात है कि सच इतना भी छोटा नहीं है।”

कैसे आप वह सच मिटाएंगे, यह जानना अब जरूरी है। यह दुखद है कि सच इतना भी आसान नहीं है।

दलजीत कौर

दलजीत कौर की पहली शादी

दलजीत कौर ने साल 2009 में ‘खतरों के खिलाड़ी 14’ फेम एक्टर शालीन भनोट (Shalin Bhanot) से पहली शादी की थी, लेकिन 2015 में उनका तलाक हो गया था। एक्ट्रेस ने पहले पति पर फिजिकल अब्यूज का आरोप लगाया था। दोनों का एक बेटा भी है। फिर मार्च 2023 में दलजीत ने निखिल पटेल से दूसरी शादी की, जो पहले से ही तलाकशुदा और दो बेटियों के पिता हैं।

 

 

कांग्रेस कार्यसमिति में राहुल गाँधी की जय जयकार, कांग्रेस में आयी नयी जान

कांग्रेस कार्यसमिति की शनिवार को हुई बैठक में प्रस्ताव पारित करके राहुल गांधी से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाने का अनुरोध किया गया है। प्रस्ताव में राहुल गांधी की जमकर तारीफ की गई है और लोकसभा चुनाव में पार्टी की सीटों को लगभग दोगुनी करने का श्रेय उन्हें ही दिया गया है।

नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्लूसी) ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाने की गुजारिश की है। जानकारी के मुताबिक, गांधी ने इस अनुरोध पर सोचने के लिए समय मांगा है। नेता प्रतिपक्ष का पद विपक्ष के सबसे बड़े दल को मिलता है, लेकिन उसके पास सदन के कुल सदस्यों के कम से कम 10 प्रतिशत होने चाहिए। अभी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए कम से कम 55 सांसद जरूरी हैं और इस बार कांग्रेस के खाते में 99 सीटें आई हैं। सीडब्लूसी की मीटिंग में यह भी तय हुआ कि जिन राज्यों में उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं आए हैं, वहां कांग्रेस आलाकमान एक कमिटी बनाकर रिव्यू करेगा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।

कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति ने एक प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाने का अनुरोध किया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने का अनुरोध किया…राहुल जी संसद के अंदर इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या राहुल गांधी इस भूमिका को स्वीकार करने के लिए तैया हैं तब कांग्रेस नेता ने कहा कि वह इस पर बहुत जल्द फैसला लेंगे। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने भी कहा, ‘निश्चित रूप से उन्हें (राहुल गांधी) बनना (लोकसभा में विपक्ष का नेता) चाहिए। यह हमारी कार्यसमिति का अनुरोध था। वह निडर और साहसी हैं।’

लोकसभा चुनाव के नतीजों से प्रेरित वेणुगोपाल ने कहा कि हमारे नेता और कार्यकर्ताओं में उत्साह भर गया है। कांग्रेस का पुनर्जीवित होना शुरू हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि सीडब्ल्यूसी में माहौल चार महीने पहले के माहौल से पूरी तरह अलग है।

सीडब्लूसी के प्रस्ताव में राहुल गांधी की जमकर तारीफ की गई है। कांग्रेस के सीटों में उछाल का श्रेय उनकी यात्राओं और उनकी प्रयासों को दिया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है, ‘कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मुख्य रूप से भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए चुना जाना चाहिए, जिसे उन्होंने डिजाइन किया और जिसका नेतृत्व किया। उनके सोच और व्यक्तित्व को दर्शाने वाली ये दोनों यात्राएं हमारे देश की राजनीति में ऐतिहासिक मोड़ थीं और इसने हमारे लाखों कार्यकर्ताओं और करोड़ों मतदाताओं में आशा और विश्वास जगाया।’

इसमें कहा गया है, ‘राहुल गांधी का चुनाव अभियान सिंगल-माइंडेड, तेज और सटीक था और किसी भी अन्य व्यक्ति की तुलना में यही वह शख्स थे जिन्होंने 2024 के चुनावों में हमारे गणतंत्र के संविधान की सुरक्षा को केंद्रीय मुद्दा बनाया। 5 न्याय- 25 गारंटी कार्यक्रम की चुनाव अभियान में बहुत शक्तिशाली रूप से गूंज हुई। वह राहुल जी की यात्राओं का परिणाम था, जिसमें उन्होंने सभी लोगों, विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं, किसानों, श्रमिकों, दलितों, आदिवासियों, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की आशंकाओं, चिंताओं और आकांक्षाओं को सुना।’

कांग्रेस

“कांग्रेस कार्यसमिति में सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, मनीष तिवारी, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के डेप्युटी सीएम डीके शिवकुमार समेत तमाम महत्वपूर्ण नेता शामिल हुए। कार्यसमिति बैठक में यह नेता समूह एकत्रित हुआ, जिसमें उपस्थित नेताओं के बीच महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई, जो पार्टी की रणनीति और भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण निर्णयों को लेकर हो। इस बैठक में नेताओं ने अपने विचार और दृष्टिकोण साझा किए और पार्टी के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया।”

CISF कांस्टेबल का क्या होगा अंजाम, नौकरी जाएगी या मिलेगी जेल की सज़ा?

कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली CISF की निलंबित कॉन्स्टेबल के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है। इस मामले में कुलविंदर कौर को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है और उनकी नौकरी भी खतरे में पड़ सकती है। FIR दर्ज होने के बाद, कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें निलंबन, बर्खास्तगी और जेल की सजा शामिल हो सकती है। कंगना रनौत के साथ हुई इस घटना ने मीडिया और सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस और CISF प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। कुलविंदर कौर की गिरफ्तारी और संभावित सजा को लेकर लोगों में काफ़ी उत्सुकता है।

कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल कुलविंदर कौर (Kulwinder Kaur) के खिलाफ पंजाब पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। सीआईएसएफ ने खुद मोहाली पुलिस को कुलविंदर कौर के खिलाफ शिकायत सौंपी, जिसके बाद कौर के खिलाफ आईपीसी की धारा 323 और 341 के तहत FIR दर्ज की गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी ओर, सीआईएसएफ भी आंतरिक विभागीय जांच कर रहा है।

CISF

इस घटना ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी काफी ध्यान आकर्षित किया है। कंगना रनौत जैसी चर्चित हस्ती के साथ हुई इस घटना को लेकर लोगों में भारी रोष है। कुलविंदर कौर के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग इस घटना को एक गंभीर सुरक्षा चूक मानते हुए कठोर सजा की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ अन्य मामले की निष्पक्ष जांच की आवश्यकता पर बल दे रहे हैं।

सीआईएसएफ और पुलिस दोनों की जांच के नतीजे आने वाले समय में स्पष्ट करेंगे कि कुलविंदर कौर के खिलाफ क्या कानूनी और विभागीय कदम उठाए जाएंगे। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में न्याय कैसे और कब तक मिलता है।

CISF

क्या है सेक्शन 323?

आईपीसी की धारा 323 के तहत किसी को जानबूझकर चोट या नुकसान पहुंचाने के लिए सजा का प्रावधान है। इस धारा के अनुसार, यदि किसी ने स्वेच्छा से किसी अन्य व्यक्ति को चोट पहुंचाई है, तो उसके खिलाफ धारा 323 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। यहां चोट से मतलब मामूली चोट (Minor Injury) जैसे खरोंच, हल्के घाव या छोटे-मोटे चोटों से है। धारा 323 के तहत अपराध साबित करने के लिए तीन प्रमुख तत्वों का होना आवश्यक है।

A- जानबूझकर चोट पहुंचाना: यह मतलब है कि पीड़ित को जानबूझकर चोट पहुंचाई गई हो, और चोट पहुंचाने के पीछे कोई उद्देश्य रहा हो।
B- शारीरिक नुकसान: पीड़ित व्यक्ति को चोट के कारण शारीरिक नुकसान होना चाहिए, जैसे कट, खरोंच, या किसी प्रकार का और कोई निशान।
C- अचानक उत्तेजना न हो: इसका मतलब है कि आरोपी ने अचानक उत्तेजना (Sudden Provocation) में ऐसा नहीं किया हो, बल्कि हमला पूरी तरह सोच-समझ कर और पूर्ण नियोजित तरीके से जानबूझकर किया हो।

कितनी सजा?

यदि किसी व्यक्ति को आईपीसी की धारा 323 के तहत दोषी पाया जाता है, तो उसे 1 साल तक की कारावास या जुर्माना लगाया जा सकता है। या फिर दोनों से दंडित किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट आदर्श तिवारी ने इस बारे में कहा है कि इसे ध्यान में रखना चाहिए कि अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे पर हथियार से हमला करता है तो उसे गंभीर चोट के दायरे में आता है। 323 के साथ 308 और 302 धाराएं भी लग सकती हैं, जिससे मुकदमे में सजा बढ़ जाती है।

दोनों जमानती धाराएं

सेक्शन 323 और सेक्शन 341 दोनों ही जमानती अपराध (Bailable Offences) हैं। एडवोकेट आदर्श तिवारी के अनुसार, इन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज होने पर आरोपी को जेल जाने की बजाय जमानत मिलने की लगभग संभावना होती है। जमानत बहुत आसानी से मिल जाती है। एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर इन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज होता है, तो आरोपी, पीड़ित पक्ष के साथ समझौता करके मामले को खत्म कर सकता है। इस प्रकार के मुकदमे किसी भी श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा सुने जाते हैं।

CISF

क्या नौकरी जा सकती है?

थप्पड़ कांड के बाद, सीआईएसएफ ने तुरंत कांस्टेबल कुलविंदर कौर को सस्पेंड कर दिया है। उनके खिलाफ डिपार्टमेंटल इंक्वारी शुरू की गई है। सीआईएसएफ के डीआईजी (एयरपोर्ट सिक्योरिटी) विनय काजला खुद मामले की जांच कर रहे हैं। शुरुआती जांच में प्रकट हुआ है कि आरोपी कांस्टेबल का ट्रैक रिकॉर्ड बहुत साफ-सुथरा रहा है। उन्होंने पहले किसी ऐसी घटना में शामिल नहीं किया है।

सीआईएसएफ के पास निकटता से एक विशेषज्ञ हैं, जो कहते हैं कि इस प्रकार के मामलों में निलंबन के बाद जांच होती है। यदि आरोपी को गंभीर अपराध का दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ बर्खास्तगी (टर्मिनेशन) की कार्रवाई की जा सकती है। हल्के अपराध में वार्निंग देकर भी उसे छोड़ दिया जा सकता है। पूरी जांच में आरोपी का ट्रैक रिकार्ड बहुत महत्वपूर्ण होता है।

 

 

5 Doors एंड नई लुक के साथ अपना कमाल दिखाने उतर आयी है Mahindra 5 Door Thar

नए लुक और 5 दरवाजों के साथ Mahindra 5 Door Thar ने अपना भौकाल मचा दिया है। इस नई कार की बुकिंग कैसे की जाए, इसके बारे में जानने के लिए निम्नलिखित जानकारी को देखें।

नमस्कार दोस्तों! जैसा कि आपको पता है कि हमारे देश में कई कार्य मौजूद हैं, हमारे देश में एक से बढ़कर एक कार्य है जो एक दूसरे को टक्कर देने में लगे हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि Mahindra ने लॉन्च की एक नई कार, जिसमें आपको 5 दरवाजे मिलेंगे। यह कार 15 अगस्त को लॉन्च होने वाली है और इसका नाम है “Mahindra Thar Pipe Door”। इसकी कीमत के बारे में भी जानकारी होने वाली है।

Mahindra 5 Door Thar

आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि यह युवा पीढ़ी के लिए एक बहुत ही शानदार कार होने वाली है। इसमें आपको बहुत ही लग्जरियस डिजाइन और खूबसूरत इंटीरियर देखने को मिलेगा। इसके तीन-दरवाजा संस्करण वायवधानिक और बोल्ड डिज़ाइन के साथ उपलब्ध होगा, जो आपकी फैमिली के लिए अत्यंत आकर्षक होने वाला है। इसके अलावा, नए एलॉय व्हील्स, बेहतर ग्राउंड क्लियरेंस, और आकर्षक रंगों के साथ, यह कार आपको लाखों दिलों पर राज करने का एहसास दिलाएगी।

Mahindra 5 Door Thar ,जाएं कैसे करे इसकी बुकिंग

इस विषय पर चर्चा करते हुए, इसमें आपको सबसे अधिक आरामदायक सीट्स मिलेंगी। इसके साथ ही लैग रूम और हेड रूम के साथ लंबी यात्राओं के लिए भी बहुत ही उत्कृष्ट यह कार होने वाली है। यह ऑफ-रोडिंग की भाषा मानी जाती है। इसमें एडवांस्ड एनफोर्समेंट सिस्टम, डिस्प्ले, एप्पल कार प्ले, और एंड्रॉयड ऑटो जैसे कई फीचर्स शामिल होंगे। अगर हम इंजन की बात करें तो इसमें आपको 2.5 लीटर का डीजल इंजन मिलेगा।

इस विषय पर चर्चा करते हुए, इसमें आपको सबसे अधिक आरामदायक सीट्स मिलेंगी। इसके साथ ही लैग रूम और हेड रूम के साथ लंबी यात्राओं के लिए भी बहुत ही उत्कृष्ट यह कार होने वाली है। यह ऑफ-रोडिंग की भाषा मानी जाती है। इसमें एडवांस्ड एनफोर्समेंट सिस्टम, डिस्प्ले, एप्पल कार प्ले, और एंड्रॉयड ऑटो जैसे कई फीचर्स शामिल होंगे। अगर हम इंजन की बात करें तो इसमें आपको 2.5 लीटर का डीजल इंजन मिलेगा। इसके अलावा, इस कार में नए एलॉय व्हील्स और बेहतर ग्राउंड क्लियरेंस के साथ आकर्षक रंग वाले वेरिएंट्स भी उपलब्ध होंगे।

Mahindra 5 Door Thar

इस कार की कीमत के बारे में बात करें, आपको बता दें कि इसकी कीमत लगभग 17 लाख रुपये के करीब हो सकती है। इसमें आपको एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेकफास्ट डिस्ट्रीब्यूशन, ड्यूल एयरबैग, रिवर्स पार्किंग कैमरा, और टायर प्रेशर जैसे सेफ्टी फीचर्स भी उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही, आपको इस कार में एक्स्ट्रा कंफर्ट और एन्टरटेनमेंट फीचर्स भी मिलेंगे।

 

फूलों का गुलदस्ता लेकर नरेंद्र मोदी का स्वागत करने CM योगी, मोदी ने बढ़ाया हौंसला

नरेंद्र मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। एनडीए संसदीय दल की बैठक में राजनाथ सिंह ने उनके नाम का प्रस्ताव पेश किया है। एनडीए केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है, जो एक महत्वपूर्ण राजनीतिक उपलब्धि है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में इस बार बीजेपी का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा है, जिससे पार्टी को कुछ निराशा हुई है। इस चुनौती के बावजूद, एनडीए की सरकार बनाने का निर्णय स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता और उनकी नीतियों पर जनता का विश्वास अभी भी बरकरार है।

नरेंद्र मोदी

हाइलाइट्स

  • संसद की सेंट्रल हॉल में मोदी और योगी की गर्मजोशी भरी मुलाकात
  • नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी के कंधे पर दो बार जोर से थपथपाया
  • गुलदस्‍ता लेकर पहुंचे योगी ने दोनों हाथ जोड़कर किया अभिवादन

संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित एनडीए संसदीय दल की बैठक में राजनाथ सिंह ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव पेश किया। संभावना है कि नरेंद्र मोदी 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बैठक में बीजेपी और सहयोगी दलों के प्रमुख नेता उपस्थित थे, जिनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू भी शामिल थे।

अपने संबोधन के बाद नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न कोनों से आए सभी दलों के नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान मोदी और योगी की मुलाकात पर सभी की नजरें टिकी रहीं। जैसे ही योगी आदित्यनाथ फूलों का गुलदस्ता लेकर पहुंचे, नरेंद्र मोदी ने अभिवादन स्वीकार करते हुए दो बार योगी के कंधे पर जोर से थपकी दी। इसके बाद योगी ने दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते किया। इस मुलाकात ने दर्शाया कि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के बीच मजबूत संबंध और सामंजस्य बना हुआ है, जो आगामी सरकार की स्थिरता और नीतिगत दिशा के लिए महत्वपूर्ण है।

सोशल मीडिया पर मोदी और योगी की मुलाकात का वीडियो साझा करते हुए यूजर्स विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रदर्शन निराशाजनक होने के बावजूद मोदी और योगी की मुलाकात काफी गर्मजोशी भरी रही। इससे पहले बैठक के दौरान सामने आई तस्वीरों में योगी आदित्यनाथ काफी गंभीर मुद्रा में दिख रहे थे। राजनाथ सिंह के प्रस्ताव भाषण के दौरान वह अपनी सीट पर असहज नजर आ रहे थे। कुछ लोगों का मानना है कि बीजेपी की हार के बाद मोदी ने योगी के कंधे पर थपकी देकर विपक्षी दलों को एक बड़ा संदेश दिया है।

ओपी राजभर और संजय निषाद

एनडीए में शामिल सुभासपा और निषाद पार्टी के नेता भी संसदीय दल की बैठक में मौजूद थे। ओम प्रकाश राजभर और संजय निषाद भी नरेंद्र मोदी का अभिवादन करने पहुंचे, लेकिन दोनों ने दूर से ही नमस्ते कर आगे बढ़ गए। राजभर अपने ट्रेडमार्क पीले कुर्ते और पीले गमछे में दिखे, जबकि संजय निषाद ने भगवा रंग का कुर्ता पहना हुआ था। उत्तर प्रदेश में इन दोनों दलों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। राजभर के बेटे अरविंद राजभर घोसी सीट से हार गए, जबकि संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद संत कबीरनगर सीट से पराजित हो गए।

नरेंद्र मोदी

बैठक में शामिल नेताओं की प्रतिक्रिया और उनकी मुद्राओं ने यह स्पष्ट किया कि यूपी में मिली हार के बाद भी एनडीए के अंदर की एकता और समर्थन को बनाए रखने की कोशिशें जारी हैं। नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की गर्मजोशी भरी मुलाकात और अन्य नेताओं की गंभीरता यह दर्शाती है कि आगामी चुनौतियों के बावजूद, एनडीए नेतृत्व एकजुट और दृढ़ संकल्पित है। इस बैठक से यह संकेत भी मिलता है कि पार्टी आंतरिक मतभेदों को सुलझाने और भविष्य की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रयासरत है।

न्यूयॉर्क में भारत-पाकिस्तान मैच से पहले पिच पर कॉन्ट्रोवर्सी: नसाउ में असामान्य बाउंस से रोहित शर्मा और रिशभ पंत चोटिल; ICC रिपेयरिंग में जुटा।

नसाउ इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड की खतरनाक पिच पर विवाद खड़ा हो गया है। यहां एक के बाद एक लो-स्कोरिंग मैच इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं।

बुधवार को भारत-आयरलैंड मैच के दौरान भी ड्रॉप-इन पिचों में असामान्य उछाल देखा गया, जिसके कारण भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विकेटकीपर ऋषभ पंत चोटिल हो गए। रोहित को तो रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। न्यूयॉर्क के इसी मैदान पर 9 जून को भारत-पाकिस्तान का हाई-वोल्टेज मैच खेला जाना है।

ICC ने भारत-पाकिस्तान महामुकाबले से पहले ड्रॉप-इन पिचों की मरम्मत शुरू कर दी है। बुधवार रात भारत-आयरलैंड मैच के बाद ICC के पिच क्यूरेटर और स्टाफ को पिच रिपेयर करते हुए देखा गया। इतना ही नहीं, भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ और विक्रम राठौड़ क्यूरेटर्स को निर्देश देते हुए भी नजर आए।

नसाउ

भारत-आयरलैंड मैच की 4 खतरनाक बॉल, जिन पर विवाद हुआ…

पहली घटना: आयरलैंड की पारी के दौरान जसप्रीत बुमराह पावरप्ले में छठा ओवर फेंकने आए। बुमराह ने 5वीं गेंद शॉर्ट लेंथ पर डाली, जो उछलकर लोर्कन टकर के ग्लव्स से टकराकर हेलमेट पर लगी और वे कैच आउट हो गए।

दूसरी घटना: भारतीय पारी के 10वें ओवर में मार्क अडैर की एक तेज गेंद रोहित शर्मा के कंधे पर जा लगी, जिससे उन्हें गंभीर चोट आई और वे रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान छोड़ने पर मजबूर हो गए। इस घटना ने भारतीय टीम की बल्लेबाजी को झटका दिया और उनके कप्तान को मैच से बाहर कर दिया। रोहित शर्मा की चोट के बाद टीम की रणनीति में भी बदलाव करना पड़ा, जिससे मैच की दिशा प्रभावित हुई।

तीसरी घटना: 11वें ओवर में जोशुआ लिटिल की पहली गेंद असमान उछाल के कारण ऋषभ पंत की कोहनी पर लगी। पंत इसके लिए तैयार नहीं थे और वे दर्द से कराह उठे।

चौथी घटना: भारतीय पारी के 13वें ओवर में मैकार्थी गेंदबाजी कर रहे थे। उनकी पहली बैकऑफ लेंथ गेंद अतिरिक्त उछाल के कारण पंत के सीने तक आ गई और उन्हें चोटिल कर गई।

नसाउ

नसाउ की पिच पर असमान्य उछाल क्यों?

इस स्टेडियम में ड्रॉप-इन पिचों का इस्तेमाल किया गया है, जो ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में तैयार की गई हैं। ड्रॉप-इन पिचों को मैदान पर सही तरीके से स्थापित करने के लिए अच्छे से रोल किया जाता है, लेकिन पिछले हफ्ते खराब मौसम के कारण पिचों की रोलिंग नहीं हो सकी।

28.2 ओवर में खत्म हुआ भारत-आयरलैंड मैच

नसाउ इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड पर 5 जून को खेला गया भारत-आयरलैंड मैच केवल 28.2 ओवर में समाप्त हो गया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी कर रही आयरलैंड की टीम 16 ओवर में 96 रन पर ऑलआउट हो गई। इसके बाद भारत ने 12.2 ओवर में 97 रन का लक्ष्य हासिल करने के दौरान 2 विकेट गंवा दिए। यह मैच बहुत ही जल्दी समाप्त हो गया।

नसाउ

लगातार दूसरे मुकाबले में स्कोर 100 से कम, श्रीलंका 77 पर ऑलआउट

नसाउ की ड्रॉप-इन पिचों पर वर्ल्ड कप के दो मैच खेले जा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई भी टीम 100 रन से ज्यादा का स्कोर नहीं बना पाई है। पिछले मुकाबले में श्रीलंका की टीम 77 रन पर ऑलआउट हो गई थी और साउथ अफ्रीका ने 78 रन का लक्ष्य हासिल करने में 16.2 ओवर लगाए थे। इस मुकाबले में 14 में से 9 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए थे।