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एग्जिट पोल के बाद UP की इस सीट पर बढ़ा बीजेपी का जोश

फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर इस बार सपा और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। पिछले चुनाव में शिवपाल सिंह यादव ने सपा से अलग होकर चुनाव लड़ा था, जिससे अक्षय यादव को हार का सामना करना पड़ा था। इस बार के चुनाव में एक्जिट पोल के नतीजों के बाद जीत-हार की चर्चा तेज हो गई है। एक्जिट पोल के अनुसार, भाजपा को इस सीट पर बढ़त मिलती दिखाई दे रही है, जिससे भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह की लहर है। सपा भी अपनी रणनीति को मजबूत कर मुकाबले को और भी रोचक बना रही है। दोनों पार्टियों के बीच यह संघर्ष फिरोजाबाद में राजनीतिक समीकरणों को बदल सकता है।

एग्जिट पोल

HIGHLIGHTS

  1. भाजपा समर्थकों में बढ़ा जोश, सपा गठबंधन समर्थक पूर्वानुमानों को बता रहे फर्जी
  2. कल दोपहर तक मतगणना के बाद स्पष्ट होगी सही स्थिति, दावेदारी में नहीं काेई कमी

देश भर के मीडिया संस्थानों द्वारा लोकसभा चुनाव परिणामों के पूर्वानुमान (एक्जिट पोल) जारी होने के बाद जीत-हार के दावे और भी तेज हो गए हैं। वास्तविक स्थिति तो मंगलवार को मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगी, लेकिन रविवार को चाय की दुकानों से लेकर सरकारी कार्यालयों तक हर जगह केवल एक्जिट पोल की ही चर्चा हो रही थी। लोग विभिन्न पार्टियों के संभावित प्रदर्शन पर बहस कर रहे थे और हर जगह चुनावी चर्चा का माहौल बना हुआ था। चुनावी विश्लेषण और भविष्यवाणियों ने जनता के बीच उत्सुकता और जिज्ञासा को बढ़ा दिया है, जिससे हर कोई नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।

इनमें फिरोजाबाद सीट पर भाजपा की बढ़त दिखाए जाने के बाद सरकार के समर्थकों में उत्साह की लहर दौड़ गई है। वहीं, सपा गठबंधन के समर्थक इस एक्जिट पोल को झूठा और फर्जी करार दे रहे हैं। जीत के दावों को लेकर दोनों दलों के समर्थक अपने-अपने तर्क और गणित पेश कर रहे हैं। भाजपा समर्थक अपनी पार्टी की संभावित जीत का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे हैं, जबकि सपा समर्थक इसे केवल अनुमान मानते हुए असली परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। चुनावी माहौल गरमा गया है और हर तरफ राजनीति की चर्चाएं हो रही हैं। दोनों दलों के कार्यकर्ता और समर्थक अपने-अपने पक्ष के समर्थन में तर्क दे रहे हैं और मतगणना का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि सच का पता चल सके।

रविवार सुबह 10 बजे कोटला चुंगी चौराहा पर स्थित मिठाई की एक दुकान पर कचौड़ी और बेड़ई का नाश्ता करते हुए लोग एक्जिट पोल पर चर्चा कर रहे थे। कोटला रोड के निवासी विमल कुमार ने कहा कि अब तो एक्जिट पोल ने भी स्पष्ट कर दिया है कि देश में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा, “यह पहले से ही तय था। मोदी ने जो काम किया है, उससे उनका तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है।” उनके दोस्त प्रवीन ने भी उनकी बात का समर्थन किया।

एग्जिट पोल

इसी प्रकार की चर्चा दोपहर में शास्त्री मार्केट स्थित एक ज्वेलर्स की दुकान पर भी देखने को मिली। वहां आभूषण देखने आए वीरेंद्र यादव एक्जिट पोल से सहमत नहीं दिखे। उन्होंने कहा, “जिस तरह मुसलमान, यादव और बसपा का वोट सपा को मिला है, उससे अक्षय यादव की जीत सुनिश्चित है।” वीरेंद्र ने यह भी कहा कि एक्जिट पोल सिर्फ अनुमान होते हैं और असली नतीजे आने पर ही पता चलेगा कि किसकी जीत हुई है।

साथ ही, बाजार और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी लोग इसी विषय पर चर्चा करते नजर आए। हर कोई अपनी राय दे रहा था और अपनी-अपनी पार्टी की जीत का दावा कर रहा था। ऐसे में मतगणना के दिन का इंतजार और भी रोमांचक हो गया है, जब असली परिणाम सामने आएंगे और चुनावी भविष्यवाणी की सच्चाई का पता चलेगा।

हार और जीत के अलग दावे

इधर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा रही। भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जहां पूर्वानुमानों से उत्साहित हैं। वहीं सपा समर्थकाें का मानना है कि पूर्वानुमान गलत साबित होंगे। फिरोजाबाद सीट पर परिणाम सपा के पक्ष में आएगा। जीत-हार के अंतर का अनुमान भी अलग-अलग है। भाजपा समर्थक जहां 15-30 हजार के अंतर से जीत का दावा कर रहे हैं। वहीं सपा समर्थक 50 हजार से अधिक की जीत बता रहे हैं।

एग्जिट पोल

पूरे देश ने चुनाव से पहले ही मन ही मन नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार कर लिया था। देश भर की मीडिया के एग्जिट पोल भी इसी ओर संकेत कर रहे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि भाजपा फिरोजाबाद सीट भी जीतेगी, हालांकि जीत का अंतर थोड़ा कम हो सकता है। – उदय प्रताप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष|

हम एग्जिट पोल को नहीं मानते। ये सब फर्जी हैं। जहां तक फिरोजाबाद सीट की बात है, हमारा हर बूथ गिना हुआ है। हमें यकीन है कि हम पौने दो लाख से अधिक वोटों से जीतेंगे। संभव है कि हम सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों से जीतें। केवल फिरोजाबाद विधानसभा क्षेत्र में हमारी जीत का अंतर कम हो सकता है। – शिवराज सिंह यादव, सपा जिलाध्यक्ष|

 

पंजाब मौसम : 11 ज़िलों में बारिश की सम्भावना, बाकी 9 में लू का कहर, 4 जून के बाद मिलेगी लू से राहत

पंजाब में आज 11 जिलों में बारिश की संभावना है, जबकि 9 जिलों में लू का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने आज पंजाब के कुछ इलाकों में लू और कुछ इलाकों में बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। राज्य का मालवा क्षेत्र जहां लू की चपेट में है।

पंजाब में आज की मौसम स्थिति ने लोगों को चिंतित कर दिया है। बारिश की संभावना के साथ-साथ 9 जिलों में लू का अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के मालवा क्षेत्र में लू की चपेट भी महसूस की जा रही है। हालांकि, माझा और दोआबा में बारिश की संभावना है, जो लोगों को कुछ राहत देगी। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। हालांकि, आज के दिन कुछ इलाकों में लू की चपेट अब भी जारी है। इन इलाकों में मुक्तसर, फरीदकोट, मोगा, बठिंडा, बरनाला, और लुधियाना में भी लू का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त, फाजिल्का, फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, कपूरथला, जालंधर, होशियारपुर, और नवांशहर में भी लू के साथ-साथ बारिश और तेज हवाओं का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

पंजाब

4 जून तक लू से राहत

पंजाब में मालवा के 10 जिलों में 3 जून को स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है, और 4 जून तक यही स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान, दोआबा और माझा के अन्य 13 जिलों में 3-4 जून के लिए बारिश और तेज हवाओं का येलो अलर्ट जारी किया गया है। पूरे पंजाब में 5 जून तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, जिससे लोगों को राहत मिलेगी। इस विशेष समय में, लोगों को बारिश और हवाओं के प्रभाव से सतर्क रहने की सलाह दी जाती है, ताकि उन्हें आने वाली मौसम की चेतावनी हो सके।

पंजाब

जून के अंत तक सक्रिय हो जाएगा मानसून

मौसम विभाग द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार, जून के अंत तक पंजाब में मानसून के सक्रिय होने के आसार हैं। आंकड़ों के अनुसार, 25 से 30 जून के बीच मानसून प्रवेश करेगा, जिससे पंजाब में बारिश की प्रतीक्षा है। इसके बाद, लू की चपेट में राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने इस साल सामान्य बारिश का अनुमान जताया है, जिससे कृषि और पर्यटन सेक्टर में लाभ हो सकता है। इस बार, 105% बारिश होने के आसार हैं, जो अच्छी खरीफ फसलों के लिए उत्तम हो सकता है।

पंजाब

पंजाब के प्रमुख शहरों का तापमान

अमृतसर ने कल शाम को 45.5 डिग्री का तापमान रिकॉर्ड किया, जिसमें आज एक डिग्री की कमी की जा सकती है। जालंधर में भी कल शाम को 43.4 डिग्री का तापमान था, जिसके आज भी वही उम्मीद है। लुधियाना में भी कल शाम 45.3 डिग्री का तापमान था, लेकिन आज कुछ हल्की गिरावट की उम्मीद है। पटियाला ने शनिवार शाम को 44.6 डिग्री का तापमान रिकॉर्ड किया, जिससे यहां अब भी हीटवेव का खतरा है, और आज भी 45 डिग्री के करीब ही रहेगा। मोहाली ने भी शनिवार को 43.8 डिग्री का तापमान दर्ज किया, और आज भी यहां अधिकतम तापमान 43 डिग्री के करीब ही रहने की उम्मीद है।

 

पंजाब में ट्रेनों के बीच भीषण टक्कर, एक दूसरे पर चढ़े डिब्बे पहिये खुलकर अलग हो गए

पिछले साल 2 जून को हुए ओडिशा में बालासोर ट्रेन हादसे का मंजर अब भी हमें दिल से याद है। उस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक मालगाड़ी और दो पैसेंजर ट्रेनों की भयानक टक्कर में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। आज, इसी तारीख को पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में बालासोर जैसा हादसा होते-होते बच गया है। सुबह के समय फतेहगढ़ साहिब में दो मालगाड़ियों की भयानक टक्कर हो गई। इसके बाद, एक मालगाड़ी के कुछ डिब्बे पास के ट्रैक से गुजर रही एक पैसेंजर ट्रेन के साथ टकरा गए। यह घटना हमें फिर से हमारे पिछले साल के दुखद यादों को ताजगी से याद दिलाती है।

पंजाब

हालांकि, इस हादसे में बहुत सावधानी बरती गई है। हादसे में पैसेंजर ट्रेन को कोई नुकसान नहीं हुआ है। ट्रेन में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। लेकिन दोनों मालगाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचा है। टक्कर के बाद मालगाड़ियों के डिब्बे और इंजन क्षतिग्रस्त होकर ट्रैक पर बुरी तरह से बिखर गए और एक-दूसरे पर चढ़ गए। इसके अलावा, एक मालगाड़ी के 2 लोको पायलट इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए तत्काल अस्पताल ले जाया गया है। इस हादसे के बावजूद, खुदाया ने हमें एक और बड़े आपदा से बचाया है।

फतेहगढ़ साहिब के माधोपुर के पास यह हादसा

सुना जा रहा है कि, यह हादसा रविवार सुबह तटस्थ समय के करीब 3:45 बजे के आसपास फतेहगढ़ साहिब के माधोपुर के पास अमृतसर-दिल्ली रेलवे लाइन पर घटित हुआ। दोनों मालगाड़ियां अंबाला की ओर से जा रही थीं। इसी बीच, पैसेंजर ट्रेन भी अंबाला की ओर ही रही थी। दोनों ट्रेनों के बीच टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि, मालगाड़ियों के डिब्बे और इंजन अचानक इधर-उधर जा गिरे और रेलवे ट्रैक को बाधित कर दिया। एक मालगाड़ी में कोयला भरा हुआ था, जो हादसे को और भी भयंकर बना दिया।

पंजाब

हादसे के बाद, राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और रेलवे के अधिकारी अचानक गंभीरता से चिंगारीत हो गए। मौके पर पहुंचते ही, उन्होंने हादसे का जांच किया और राहत कार्य शुरू किया। हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं है।

शुरुवाती रिपोर्टों के अनुसार, एक मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतर गया और इसके बाद एक और मालगाड़ी के साथ टक्कर हुई। इसके पश्चात एक पैसेंजर ट्रेन के साथ भी मालगाड़ी के डिब्बे टकरा गए। इस हादसे के परिणामस्वरूप, ट्रैक पर बाधा आ गई है, जिससे अन्य ट्रेनों के आवागमन पर असर पड़ा है। इस वजह से ट्रेनों को डायवर्ट किया जा रहा है ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। समुद्रीय एवं हवाई परिवहन के लिए वैकल्पिक रास्ते का उपयोग किया जा रहा है। वहीं, ट्रैक बहाली का कार्य भी अब शुरू किया गया है ताकि सामान्य सेवा जल्दी से फिर से शुरू की जा सके। इसके अलावा, हादसे में घायल लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए मेडिकल टीम्स भी तत्पर हैं।

आसमान से गिरे सोने और चांदी के भाव, कीमतों में कमी

सोने और चांदी की कीमतों (Gold – Silver Price Today) में प्रतिदिन बदलाव देखने को मिल रहा है। कभी सोना और चांदी महंगे हो जाते हैं, तो कभी सस्ते। गोल्ड के उतार-चढ़ाव ने लोगों को असमंजस में डाल दिया है। लोगों को यह समझ नहीं आ रहा कि सोने और चांदी की खरीदारी कब और कैसे की जाए। निवेशकों के लिए यह स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो गई है, क्योंकि वे सही समय पर निवेश करने के बारे में अनिश्चित हैं। बदलते बाजार मूल्य ने उपभोक्ताओं को भी कन्फ्यूज कर दिया है। ऐसे में सही मार्गदर्शन और बाजार की गहन जानकारी की आवश्यकता है, ताकि लोग सही समय पर सही निर्णय ले सकें।

यदि आप आज सोना और चांदी खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। आज सोने और चांदी के दामों में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। भारत में सोने की कीमत पिछले 24 घंटों में घट गई है।

सोने और चांदी

1 जून 2024 को 24 कैरेट सोने की कीमत 72,360 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 66,280 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। पिछले 24 घंटों में 24 कैरेट सोने की कीमत में 400 रुपये और 22 कैरेट सोने की कीमत में 420 रुपये की गिरावट आई है।

यह गिरावट उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो निवेश के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं। बाजार में आई इस गिरावट के कारण लोग अब पहले की तुलना में सस्ती दरों पर सोना खरीद सकते हैं। ऐसे समय में जब सोने और चांदी की कीमतों में निरंतर उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, इस मौके का फायदा उठाना समझदारी हो सकती है। यह समय अपने निवेश को बढ़ाने के लिए उपयुक्त हो सकता है, क्योंकि विशेषज्ञ भी मानते हैं कि सोने में निवेश एक सुरक्षित और लाभकारी विकल्प है।

हालांकि गिरावट के बावजूद, सोने के दाम अभी भी 72 हजार रुपये के पार ही ट्रेंड कर रहे हैं। पिछले 24 घंटों में भारत के विभिन्न मेट्रो शहरों में सोने की कीमतों में बदलाव देखा गया है। आइए जानते हैं आज के सोने के रेट:

आइये जानें सोने का रेट

आज, यानी 2 जून 2024 को, भुवनेश्वर, ओडिशा की राजधानी में 24 कैरेट सोने की कीमत 63,280 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 58,500 रुपये प्रति तोला है। इसी दिन, चेन्नई में 24 कैरेट सोने का दाम 52,285 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 47,927 रुपये प्रति तोला है।

उसके अतिरिक्त, दिल्ली, भारत की राष्ट्रीय राजधानी में 24 कैरेट सोने की मुद्रा 63,970 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की मूल्य 58,650 रुपये प्रति 10 ग्राम है। कोलकाता में 24 कैरेट सोने की मुद्रा 63,820 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की मूल्य 58,500 रुपये है।

मुंबई में 24 कैरेट सोने की मूल्य 63,820 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 58,500 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जो एक विस्तृत दिशा-निर्देशक रूप में दिख रहा है। हैदराबाद में 24 कैरेट सोने की मूल्य 63,820 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 58,500 रुपये है। बेंगलुरु में 24 कैरेट सोने की मूल्य 63,820 रुपये है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 58,500 रुपये प्रति 10 ग्राम है।

सोने और चांदी

भारत में चांदी की कीमत क्या है?

भारत में चांदी के दामों में पिछले 24 घंटों में 2000 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट देखने को मिली है। आज, अर्थात 2 जून 2024 को, चांदी की कीमत प्रति किलोग्राम 93,500 रुपये होगी।

 

अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल में वापसी, आप के सभी नेताओं से मीटिंग

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत के बाद आज तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करना होगा, क्योंकि ट्रायल कोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया है।

दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 2 जून को जेल जाना होगा। लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए उन्हें मिली राहत की 21 दिन की समय सीमा रविवार को समाप्त हो रही है। इस बीच, ट्रायल कोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत पर फैसला 5 जून के लिए सुरक्षित रख लिया है।

इससे पहले, केजरीवाल ने अपनी जमानत याचिका के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जहां से उन्हें अस्थायी राहत मिली थी। अब, कोर्ट के अंतिम फैसले का इंतजार करना होगा। जनता और राजनीतिक विश्लेषकों की नजर इस मामले पर टिकी हुई है, क्योंकि यह आगामी चुनावों पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है।

केजरीवाल ने इस दौरान जेल से बाहर रहने के लिए कई असफल प्रयास किए। उन्होंने चिकित्सा जांच के आधार पर अंतरिम जमानत बढ़ाने का आवेदन सुप्रीम कोर्ट में दिया। शीर्ष अदालत ने उनकी इस मांग को खारिज करते हुए उन्हें ट्रायल कोर्ट जाने के लिए कहा।

अरविंद केजरीवाल

आज का सीएम केजरीवाल का कार्यक्रम

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल जाने से पहले आज सुबह एक्स पर एक पोस्ट साझा की है। उन्होंने लिखा है कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मैं 21 दिन के लिए चुनाव प्रचार के लिए बाहर आया था। मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं।

आगे लिखा कि आज तिहाड़ जाकर आत्मसमर्पण करूंगा। उससे पहले दोपहर तीन बजे घर से निकलूंगा। सबसे पहले राजघाट जाकर महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा। फिर हनुमान जी का आशीर्वाद लेने कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर जाऊंगा। इसके बाद पार्टी दफ्तर जाकर सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात करूंगा। फिर तिहाड़ जेल के लिए रवाना हो जाऊंगा। उन्होंने लिखा कि आप सब अपना ख्याल रखना। जेल में मुझे आप सबकी चिंता रहेगी। आप खुश रहेंगे तो जेल में आपका केजरीवाल भी खुश रहेगा। जय हिंद!

बीते दिन ट्रायल कोर्ट में हुई थी सुनवाई

विशेष जज कावेरी बावेजा ने शनिवार को ट्रायल कोर्ट में अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर फैसला सुरक्षित रखते हुए 5 जून की तारीख तय की। केजरीवाल के वकील ने जज से शनिवार को ही फैसला सुनाने की गुजारिश की, क्योंकि उन्हें रविवार को आत्मसमर्पण करना है। हालांकि, अदालत ने उनकी अपील को अनसुना कर दिया। जज ने कहा कि यह अंतरिम जमानत का आवेदन है, न कि सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत का विस्तार, इसलिए फैसला 5 जून को ही सुनाया जाएगा।

इन सबके बाद, दिल्ली के मुख्यमंत्री को शीर्ष अदालत के आदेशानुसार 2 जून को तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करना होगा। केजरीवाल ने ट्रायल कोर्ट में दो अलग-अलग याचिकाएं दायर की हैं। एक याचिका में नियमित जमानत की मांग की गई है, जबकि दूसरी याचिका में चिकित्सा आधार पर सात दिनों की अंतरिम जमानत मांगी गई है। उनकी नियमित जमानत याचिका पर 7 जून को सुनवाई होनी है।

10 मई को 21 दिन की अंतरिम जमानत मिली थी

सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए 21 दिन की अंतरिम जमानत प्रदान की थी। अदालत ने उन्हें आखिरी चरण के मतदान के अगले दिन, यानी 2 जून को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था।

यह अंतरिम जमानत उन्हें चुनाव प्रचार के महत्वपूर्ण समय के दौरान राहत देने के उद्देश्य से दी गई थी। केजरीवाल ने इस अवधि का उपयोग अपनी पार्टी के पक्ष में जन समर्थन जुटाने और मतदाताओं से सीधे संवाद करने के लिए किया। अब, उन्हें अदालत के आदेशानुसार तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करना होगा। इस स्थिति ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और आगामी समय में इसके प्रभावों पर सबकी नजरें टिकी हैं।

केजरीवाल के लिए मेडिकल वैन लेकर निकले गोयल, पुलिस ने लौटाया

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल शनिवार को मेडिकल वैन लेकर मुख्यमंत्री निवास की ओर निकले, लेकिन पुलिस ने वैन को वहां जाने से रोक दिया, जिससे उन्हें लौटना पड़ा। गोयल ने कहा कि 2 जून को केजरीवाल को जेल जाना है, इसलिए वे मेडिकल जांच का बहाना बना रहे हैं। यदि वे अपनी सेहत को लेकर इतने गंभीर होते, तो उन्हें पहले ही जांच करवा लेनी चाहिए थी। भीषण गर्मी में प्रचार करके वे यह दिखा चुके हैं कि बीमारी सिर्फ एक बहाना है। मुश्किल से चार-पांच घंटे में सभी जांचें पूरी की जा सकती हैं।

अरविंद केजरीवाल

सिविल लाइंस में उनके घर के पास भी जांच केंद्र हैं। केजरीवाल जमानत के दौरान तिहाड़ के बाहर जोर-शोर से भाषण दे सकते हैं, स्वाति मालीवाल की पिटाई करवा सकते हैं, और पंजाब की गर्मी में गाड़ी की छत पर चढ़कर प्रचार कर सकते हैं, लेकिन अपनी स्वास्थ्य जांच के लिए उनके पास समय नहीं है। सही मायने में उनके परिजनों को उनके टेस्ट करवाने चाहिए थे। अब जब प्रचार समाप्त हो चुका है, तो वे टेस्ट क्यों नहीं करवा रहे हैं?

360 डिग्री कैमरे के साथ आती हैं ये सबसे अफोर्डेबल कार, Magnite से Seltos तक लिस्ट में शामिल

Nissan Magnite के टॉप-एंड XV प्रीमियम वेरिएंट में 360-डिग्री कैमरा दिया गया है। इस फ़ीचर के साथ, निसान मैग्नाइट 8.59 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) कीमत में भारत की सबसे सस्ती कार है। Toyota Glanza में भी 360 डिग्री कैमरा दिया गया है, जिसकी कीमत 9.63 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। MG Astor भी अपने सेगमेंट में 360 डिग्री कैमरे के साथ सबसे सस्ती कार है|

Indian Car Market वर्तमान समय में काफी प्रगति कर चुका है। ग्राहक अब हाईटेक गाड़ियों की खरीद पसंद करते हैं। हम इस लेख में 360 डिग्री कैमरा के साथ आने वाली कुछ सस्ती कारों की सूची लेकर आए हैं। हमारी सूची में Nissan Magnite से लेकर Toyota Hyryder तक कारें शामिल हैं।

Magnite

Nissan Magnite

Nissan Magnite के टॉप-एंड XV प्रीमियम वेरिएंट में 360-डिग्री कैमरा है। इसकी कीमत 8.59 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। यह फीचर के साथ आने वाली भारत की सबसे सस्ती कार है।

Maruti Suzuki Baleno

Maruti Suzuki Baleno

मारुति सुजुकी बालेनो के टॉप-एंड अल्फा ट्रिम में 360-डिग्री कैमरा उपलब्ध है। इस वर्तमान समय में इसकी कीमत 9.33 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है।

Toyota Glanza

Toyota Glanza

Toyota Glanza में भी 360 डिग्री कैमरा शामिल है, और यह विशेषता बिल्कुल उसी तरह की है जैसा कि पहले बताया गया है। यह फीचर टॉप-एंड V ट्रिम में उपलब्ध है, जिसकी कीमत 9.63 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है।

Maruti Suzuki Fronx

Maruti Suzuki Fronx

मारुति सुजुकी की एक और कार, ब्रेजा के ZXI Plus वेरिएंट में भी 360 डिग्री कैमरा की सुविधा है। इस वेरिएंट की वर्तमान में कीमत 12.48 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है।

Magnite

Maruti Suzuki XL6

अर्टिगा के अधिक प्रीमियम 6-सीट वाले संस्करण XL6 के अल्फा वेरिएंट में भी 360-डिग्री कैमरा उपलब्ध है। इस वेरिएंट की कीमत 12.56 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है।

Magnite

MG Astor

MG Astor अपने सेगमेंट में 360 डिग्री कैमरे के साथ सबसे सस्ती कार के रूप में उभरी है। इस कार की कीमत शार्प वेरिएंट से शुरू होने वाली 15.15 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है।

Magnite

Maruti Suzuki Grand Vitara

मारुति सुजुकी ग्रांड विटारा के अल्फा वेरिएंट में 360 डिग्री कैमरा शामिल है। इस वेरिएंट की कीमत 15.41 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होगी।

Magnite

Toyota Hyryder

Toyota Hyryder में भी 360 डिग्री कैमरा शामिल है, जो टॉप-एंड वी ट्रिम के साथ उपलब्ध है। इस वेरिएंट की कीमत 15.91 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। यह गाड़ी उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त है जो उन्नत टेक्नोलॉजी और मॉडर्न फीचर्स के साथ शानदार सड़क परिवहन की तलाश में हैं। Toyota Hyryder के विशेष फीचर्स में से एक है 360-डिग्री कैमरा, जो ड्राइवर को पूरी तरह से अपने आस-पास के वातावरण को देखने में मदद करता है। इसके साथ ही, यह गाड़ी लक्ज़री और स्टाइलिश डिज़ाइन के साथ आती है जो इसे और भी आकर्षक बनाता है।

Toyota Hyryder की कीमत उसकी उन्नत टेक्नोलॉजी, विशेषताओं और मुख्यतः उसके प्रीमियम फीचर्स के मुताबिक है। यह गाड़ी उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त है जो सुरक्षा, अद्यतन टेक्नोलॉजी, और उत्कृष्ट रहने की भावना रखते हैं।

Kia Seltos

Kia Seltos

Kia Seltos को उसके टॉप-एंड जीटीएक्स प्लस और एक्स-लाइन वेरिएंट में 360-डिग्री कैमरा के साथ लॉन्च किया गया है। यह गाड़ी उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त है जो उन्नत टेक्नोलॉजी और लक्जरी फीचर्स की तलाश में हैं। इसकी कीमत 19.35 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। Kia Seltos की खूबियाँ उसकी शानदार डिज़ाइन, मजबूत इंजन, और उत्कृष्ट फीचर्स में छुपी हैं। इसके अलावा, यह गाड़ी उत्कृष्ट सुरक्षा फीचर्स के साथ आती है जो उपयुक्त गाड़ी की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। इसके साथ ही, Kia Seltos की आकर्षक एक्सटीरियर और कॉम्फर्टेबल इंटीरियर इसे और भी खास बनाते हैं।

किया सेल्टोस की विशेषता में उसकी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और प्रीमियम फीचर्स शामिल हैं जो उसे बाकी कारों से अलग बनाते हैं। यह एक उत्कृष्ट ऑप्शन है उन ग्राहकों के लिए जो शानदार परफ़ॉर्मेंस, सुरक्षा, और कम्फर्ट की तलाश में हैं।

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा- शादी का वादा पूरा न होने का हर मामला दुष्कर्म नहीं

हाईकोर्ट ने यह कहा कि हर मामले में, वादा पूरा न करने का मतलब यह नहीं है कि वादा अवश्य ही झूठा था। दुष्कर्म का मामला तभी बनता है जब वादे के पीछे धोखा देने की इरादा हो।

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने पीड़िता से शादी का वादा कर शारीरिक संबंध बनाने के मामले में प्रेमी को दोषमुक्त करार देते हुए 7 साल की सजा का आदेश रद्द किया है। हाईकोर्ट ने यह तर्क दिया कि वादा पूरा न करने का मतलब हर मामले में यह नहीं निकाला जा सकता कि वादा झूठा था। दुष्कर्म का मामला तभी बनता है जब वादे के पीछे धोखा देने की मंशा हो।

पंजाब

प्रेमी ने याचिका दाखिल करते हुए निचली अदालत द्वारा सुनाई गई 7 साल की सजा के आदेश को चुनौती दी थी। एफआईआर के अनुसार पीड़िता अपनी मर्जी से आरोपी के साथ घर से निकल गई थी। याचिका ने उसे शादी करने के लिए कहीं ले जाने की बात कह कर बाहर बुलाया था। लेकिन, वह उसे एक ट्यूबवेल पर ले गया, जहां उसने शादी करने के बहाने उसके साथ बलात्कार किया।

याची के वकील ने तर्क दिया कि महिला वयस्क है और वह अपनी मर्जी से उसके साथ भागी थी। महिला याची के साथ 3 दिन तक रही और उसके साथ मोटर साइकिल पर काफी लंबी दूरी तय की। उसकी ओर से किसी भी तरह का कोई प्रतिरोध या विरोध नहीं किया गया। सभी परिस्थितियों से साबित होता है कि महिला की सहमति थी और इसलिए अपीलकर्ता द्वारा कोई भी अपराध नहीं किया गया है। वकील ने उत्तर प्रदेश में उसकी ओर से याची के विरूद्ध कोई भी अपराध करने का दावा किया।

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हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि पीड़िता की गवाही या बयान में ऐसा कोई आरोप नहीं है कि जब अपीलकर्ता ने उससे शादी करने का वादा किया था, तो यह गलत इरादे से या उसे धोखा देने के इरादे से किया गया था। उसके अनुसार, पीड़िता के द्वारा किये गए बयान में किसी प्रकार की कोई भ्रांति नहीं है, जो दिखाता है कि उसे इस घटना के समय कोई ग़लत उद्देश्य नहीं था।

हाईकोर्ट ने यह तय किया कि वादा पूरा न करने के मतलब से वादा झूठा नहीं होता है, भले ही वादा किया गया हो। उन्होंने कहा कि पीड़िता 18 वर्ष से अधिक उम्र की है और उसके बयान में ऐसा कोई सबूत नहीं है जो सुझाव दे कि वह अपने आरोपी के साथ रहते हुए किसी भी प्रकार का विरोध या शोर नहीं किया।

पुणे पोर्शे: बेटे की एक नादानी ने सारे परिवार को पहुंचाया जेल

पुणे पोर्शे कार हादसे के 17 वर्षीय आरोपी को सुधार गृह भेज दिया गया है, जबकि उसके पिता और रियल एस्टेट कारोबारी विशाल अग्रवाल तथा दादा सुरेंद्र अग्रवाल को जेल में रखा गया है। इस हादसे के परिणामस्वरूप पूरा परिवार जेल में है।

पुणे पोर्शे हादसे ने पूरे देश में सनसनी फैला दी। 19 मई को पुणे के कल्याणी नगर इलाके में एक भयावह घटना घटी, जब एक तेज रफ्तार पोर्शे कार ने दो युवा इंजीनियरों को कुचल दिया। दोनों इंजीनियर अपने बाइस से घर लौट रहे थे। इस घटना में खुलासा हुआ कि कार एक नाबालिग चला रहा था, जो अत्यधिक नशे में था। नाबालिग एक संपन्न परिवार का लड़का है, इसलिए मामले को शुरुआत में दबाने की कोशिश की गई। हालांकि, मीडिया और सोशल मीडिया पर इस मामले ने जोर पकड़ लिया, जिससे पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। मामले की परतें खुलने पर पता चला कि किस तरह इसे दबाने के लिए दबाव और पैसे का इस्तेमाल किया गया। वर्तमान में, नाबालिग का पूरा परिवार जेल में है।

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​पोर्शे हादसे के आरोपी की मां पर क्या आरोप?​

पुणे पोर्शे कार दुर्घटना मामले में पुलिस ने नाबालिग आरोपी की मां को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह पुष्टि हो चुकी है कि किशोर के रक्त नमूने को उसकी मां के रक्त नमूने से बदल दिया गया था। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि दुर्घटना के बाद किशोर के वास्तविक रक्त नमूने को कूड़ेदान में फेंक दिया गया था। जांच के लिए उसकी मां का रक्त नमूना लिया गया और उसी से डॉक्टर्स ने यह रिपोर्ट तैयार की कि नाबालिग नशे में नहीं था। इस साजिश का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस ने आरोपी की मां, शिवानी अग्रवाल, को गिरफ्तार कर लिया है।

यह घटना दर्शाती है कि कैसे परिवार ने मामले को दबाने और नाबालिग को बचाने के लिए गलत तरीके अपनाए। इस मामले ने समाज में व्यापक चर्चा और आक्रोश पैदा किया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सटीक जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और न्याय की प्रक्रिया में हेराफेरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस गिरफ्तारी से यह संदेश भी जाता है कि हर अपराधी को, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, सजा अवश्य मिलेगी।

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​क्यों गिरफ्तार बिल्डर पिता विशाल अग्रवाल?​

पुणे की एक अदालत ने पोर्शे कार दुर्घटना में शामिल नाबालिग के पिता और रियल एस्टेट कारोबारी विशाल अग्रवाल को जेल भेज दिया है। विशाल अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने इस मामले को शुरू से ही दबाने की कोशिश की। उन्होंने पहले अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए पुलिस अधिकारियों और अस्पताल पर राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश की। इसके बाद, उन्होंने रुपयों के बल पर सबूत मिटाने का प्रयास किया। आरोप है कि उन्होंने अपने ड्राइवर का अपहरण करके उस पर दबाव डाला कि वह झूठा बयान दे कि दुर्घटना के दिन कार नाबालिग बेटा नहीं, बल्कि वह खुद चला रहा था।

विशाल अग्रवाल ने अपने रसूख और धनबल का इस्तेमाल करके इस मामले को रफा-दफा करने की हर संभव कोशिश की, लेकिन पुलिस की तत्परता और निष्पक्ष जांच के चलते उनका षड्यंत्र बेनकाब हो गया। अदालत ने विशाल अग्रवाल की इस साजिश को गंभीरता से लिया और उन्हें जेल भेजने का निर्णय किया। इस पूरे प्रकरण ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली और धनी क्यों न हो। यह घटना समाज में एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि न्याय की प्रक्रिया में हस्तक्षेप और साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

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​दादा भी जेल में​

सुरेंद्र कुमार ब्रह्मदत्त अग्रवाल (77) नाबालिग आरोपी के दादा हैं, जिनपर आरोप है कि उन्होंने अपने ड्राइवर को बंधक बनाया। उन्होंने अपने बंगले में उसे बंद करके धमकी दी। उसका मोबाइल फोन छीन लिया और एक्सिडेंट का आरोप अपने ऊपर लेने को कहा। वे घटना के सबूत मिटाने के लिए हर संभव प्रयास किए।

इस विशेष मामले में आगे बढ़ते हुए पुलिस ने अग्रवाल जी की घिनौनी साजिश का पर्दाफाश किया है। उन्होंने अपने द्वारका नगर के बंगले में अपने ड्राइवर को किडनैप किया और उससे झूठे आरोप ठोंकने की कोशिश की। उनकी धमकियों ने ड्राइवर को बायान देने के लिए मजबूर किया, जिससे उन्होंने घटना के सबूतों को मिटाने का प्रयास किया।

​नाबालिग किशोर सुधार गृह में​

किशोर सुधार गृह में पंजीकृत कराने का निर्णय लिया गया है जिसमें उसके खिलाफ जांच हो सके। पुलिस ने उसे पांच जून तक के लिए किशोर सुधार गृह में भेज दिया है। उसे किशोर न्याय अधिनियम के तहत उसके माता-पिता की उपस्थिति में पूछताछ की जाएगी। कुछ घंटों के बाद, उसके आरोपी बेटे को जमानत मिली थी, लेकिन पुनरीक्षण के बाद उसे सुधार गृह में भेज दिया गया है।

अरविंद केजरीवाल: सरेंडर से पहले भावुक अपील में केजरीवाल ने कहा मेरे प्राण भी चले जाएँ तो भी गम मत करना

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि चिकित्सकों ने उन्हें कई टेस्ट कराने की सलाह दी है, जिससे उन्हें यह आशंका है कि यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। उन्होंने अपनी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर चिंता जताई और कहा कि वह इस पर ध्यान दे रहे हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने घोषणा की कि वह रविवार को अपराह्न करीब तीन बजे अपने आवास से निकलकर तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करेंगे। उन्होंने कहा कि वह कानून का पालन करते हुए सभी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करेंगे। यह घोषणा करते हुए केजरीवाल ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं और उम्मीद जताई कि सत्य और न्याय की जीत होगी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि वह दो जून को आत्मसमर्पण करेंगे और अगर जेल में उन्हें प्रताड़ित किया गया, तब भी वह झुकेंगे नहीं। केजरीवाल ने इस दौरान भावुक होकर कहा, “यदि मेरे प्राण भी चले जाएं… तो गम मत करना।”

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक को उच्चतम न्यायालय ने लोकसभा चुनावों में प्रचार के लिए एक जून तक अंतरिम जमानत प्रदान की थी। जेल से रिहा होने के बाद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार किया था।

अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री ने डिजिटल माध्यम से संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे दो जून को आत्मसमर्पण करना है और मुझे नहीं पता कि इस बार मैं कितने दिन जेल में रहूंगा। मैं इस देश को तानाशाही से बचाने के लिए जेल जा रहा हूं और मुझे इस पर गर्व है।”

“गिरफ्तारी के बाद मेरा वजन कम हुआ”

केजरीवाल ने कहा, “उन्होंने मुझे तोड़ने की कोशिश की। जब मैं जेल में था, तब मेरी दवाइयाँ बंद कर दी गईं। गिरफ्तार होने के बाद मेरा वजन छह किलोग्राम कम हो गया था। जब मुझे गिरफ्तार किया गया था, तब मेरा वजन 70 किलोग्राम था और जेल से बाहर आने के बाद भी मेरा वजन नहीं बढ़ा। इसके बावजूद, मैं अपनी हिम्मत नहीं हारूंगा और जनता की सेवा में लगा रहूंगा। उन्होंने मेरे स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन मैं डटा रहूंगा और हर चुनौती का सामना करूंगा। मेरा उद्देश्य केवल आपके लिए काम करना है, और मैं किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटूंगा।”

“मैं झुकूंगा नहीं”

केजरीवाल ने बताया कि चिकित्सकों ने उन्हें कई टेस्ट कराने की सलाह दी है, जिससे उन्हें यह आशंका है कि यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि वह रविवार अपराह्न करीब तीन बजे अपने आवास से निकलकर तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करेंगे।

केजरीवाल ने कहा, “वे मुझे और परेशान करने की कोशिश करेंगे, लेकिन मैं झुकूंगा नहीं। जेल वापस जाने के बाद मुझे आपकी (लोगों की) चिंता होगी। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपकी सेवाएं बंद नहीं होंगी। मैं जल्द ही अपनी माताओं और बहनों को एक हजार रुपये देना शुरू करूंगा।”

अरविंद केजरीवाल

इस दौरान, केजरीवाल ने महिलाओं के लिए 1,000 रुपये महीना सम्मान राशि देने की योजना का जिक्र किया। उन्होंने लोगों से उनकी मां के लिए प्रार्थना करने का आग्रह भी किया, क्योंकि उनकी मां फिलहाल अस्वस्थ हैं। उन्होंने भावुक होकर कहा, “यदि मेरे प्राण भी चले जाएं… तो गम मत करना।”

मुख्यमंत्री ने जनता को यह विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार जनता की सेवा करती रहेगी और किसी भी कठिनाई के बावजूद वह अपने कर्तव्यों से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से धैर्य बनाए रखने और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने की अपील की।

केजरीवाल ने अपने स्वास्थ्य और जेल की प्रताड़ना के बारे में भी विस्तार से बताया, ताकि लोग उनकी स्थिति को समझ सकें और उनके संघर्ष में साथ खड़े रह सकें। उन्होंने यह भी कहा कि वह हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार हैं और न्याय की लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे|

 

पुणे कार कांड में आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लिया

शुक्रवार को पुणे की एक स्थानीय अदालत ने पोर्श मामले में शामिल नाबालिग के पिता और दादा को उनके चालक के अपहरण और गलत तरीके से बंधक बनाने के आरोप में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अदालत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जांच के दौरान आरोपियों की हिरासत आवश्यक है ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके। पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपी ने चालक को जबरन बंधक बनाकर धमकाया और मारपीट की, जिससे पीड़ित मानसिक और शारीरिक रूप से काफी आहत हुआ है।

अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया कि वे इस मामले की गहनता से जांच करें और पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। पुलिस के अनुसार, नाबालिग द्वारा चलाए गए पोर्श कार से एक दुर्घटना होने के बाद यह घटना सामने आई, जिसमें चालक को दोषी ठहराते हुए उसे बंधक बनाया गया था। अदालत ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं, इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजना उचित है। इस घटना ने पुणे में काफी चर्चा बटोरी है और लोगों में गुस्सा और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है। स्थानीय समुदाय ने इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग की है ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

शुक्रवार को पुणे की एक स्थानीय अदालत ने पोर्श मामले में शामिल नाबालिग के पिता और दादा को उनके चालक के अपहरण और गलत तरीके से बंधक बनाने के आरोप में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अदालत ने पाया कि आरोपी चालक को जबरन बंधक बनाकर उसे धमकाने और मारपीट करने में लिप्त थे।

यह घटना उस समय की है जब नाबालिग द्वारा चलाए जा रहे पोर्श कार से एक दुर्घटना हुई थी, जिसके बाद पिता और दादा ने चालक को दोषी ठहराया और उसे बंधक बना लिया। पुलिस ने अदालत को सूचित किया कि पीड़ित चालक ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न शामिल हैं।

पुणे

अदालत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जांच के दौरान आरोपियों की हिरासत आवश्यक है ताकि सच्चाई सामने आ सके और पीड़ित को न्याय मिल सके। यह मामला पुणे में चर्चा का विषय बन गया है और इससे लोगों में काफी रोष और असुरक्षा की भावना उत्पन्न हुई है।

स्थानीय समुदाय ने न्याय की मांग की है और उम्मीद जताई है कि पुलिस और न्यायपालिका इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच करेंगे ताकि दोषियों को कड़ी सजा दी जा सके। अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वे सभी साक्ष्यों की गहनता से जांच करें और सुनिश्चित करें कि पीड़ित को पूर्ण न्याय मिले।

19 मई को पुणे के कल्याणी नगर इलाके में एक लग्जरी कार ने एक दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी थी, जिससे दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना के समय कार चालक किशोर पोर्श में था।

कार चालक, रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल का बेटा है। आरोप है कि विशाल अग्रवाल और उनके पिता ने अपने ड्राइवर को धमकाया कि वह दुर्घटना की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले। उन्होंने न सिर्फ ड्राइवर को धमकाया बल्कि उसका अपहरण भी कर लिया और अवैध रूप से अपने घर में बंधक बना कर रखा। ड्राइवर की पत्नी ने वडगांव शेरी इलाके में स्थित आरोपी के बंगले के सर्वेंट क्वार्टर से उसे मुक्त कराया।

इस घटना के बाद विशाल अग्रवाल और उनके पिता को पुलिस रिमांड में भेजा गया था। पुलिस रिमांड की समाप्ति पर, दोनों को न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) एए पांडे की अदालत में पेश किया गया।

अभियोजन पक्ष ने अदालत में पुलिस रिमांड बढ़ाने की मांग की। उन्होंने दलील दी कि मामले की जांच अभी भी जारी है और अब तक “अपराध में इस्तेमाल किए गए फोन और कार की बरामदगी” हो चुकी है। उन्होंने आरोपियों को और समय तक हिरासत में रखने की मांग की, यह कहते हुए कि दोनों आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।

दूसरी ओर, बचाव पक्ष के वकील ने पुलिस हिरासत बढ़ाने की मांग का विरोध किया। उन्होंने तर्क दिया कि अभियोजन पक्ष को जांच के लिए पहले ही पर्याप्त समय मिल चुका है और कार, फोन और सीसीटीवी फुटेज पहले ही बरामद किए जा चुके हैं। इसलिए, पुलिस हिरासत की आगे आवश्यकता नहीं है।

दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद, न्यायाधीश ने पिता-पुत्र की जोड़ी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं किशोर को 5 जून तक निगरानी गृह में रखा गया है।

मामले में एक नया मोड़ तब आया जब पुलिस ने खुलासा किया कि ससून जनरल अस्पताल में नाबालिग कार चालक के रक्त के नमूनों की अदला-बदली की गई थी। यह अदला-बदली इसलिए की गई ताकि यह साबित किया जा सके कि दुर्घटना के समय वह नशे में नहीं था।

पुलिस ने ससून अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के तत्कालीन प्रमुख डॉ. अजय टावरे, चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीहरि हलनोर और कर्मचारी अतुल घाटकांबले को नाबालिग के रक्त के नमूनों में हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस खुलासे ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है और न्याय की मांग को तेज कर दिया है।

इस मामले ने पुणे के निवासियों के बीच काफी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। स्थानीय समुदाय ने निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग की है ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।