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15 अगस्त और 5 मूवीज, बॉलीवुड VS साउथ, …..किसका जमेगा सिक्का

15 अगस्त बॉक्स ऑफिस क्लैश: इस स्वतंत्रता दिवस पर पांच फिल्में रिलीज होने जा रही हैं, जिनमें तीन हिंदी फिल्में और दो साउथ की फिल्में शामिल हैं। जानें कौन सी फिल्म किस पर भारी पड़ सकती है।

15 अगस्त बॉक्स ऑफिस क्लैश: 15 अगस्त, यानी गुरुवार का दिन, बॉक्स ऑफिस के लिए बेहद खास होने जा रहा है। यह दिन साल का सबसे बड़ा दिन माना जा रहा था, लेकिन एक-एक करके कई बड़ी फिल्मों ने अपनी रिलीज डेट को बदल दिया। पहले इस दिन सिंघम अगेन और पुष्पा 2 के बीच टक्कर होनी थी, लेकिन दोनों ने ही अपनी रिलीज डेट टाल दी। इसके बाद, इस तारीख पर कब्जा जमाने की होड़ शुरू हो गई, जो साउथ और बॉलीवुड के बीच थी।

बॉलीवुड ने इस दिन श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की हॉरर-कॉमेडी स्त्री 2 को रिलीज करने की घोषणा की। जॉन अब्राहम की एक्शन फिल्म वेदा को भी 15 अगस्त के लिए तय किया गया। अक्षय कुमार की सरफिरा हाल ही में फ्लॉप हुई थी, इसलिए उन्होंने भी पुष्पा 2 के हटते ही इस तारीख को अपने लिए उपयुक्त माना और खेल खेल में की रिलीज के लिए इस तारीख को चुन लिया। वहीं, कोलार गोल्ड फील्ड्स पर आधारित तमिल फिल्म तंगलान को 15 अगस्त को रिलीज करने का ऐलान किया गया। राम पोथिनेनी की एक्शन फिल्म डबल इस्मार्ट को भी इसी दिन रिलीज किया जा रहा है।

बॉलीवुड

स्त्री 2 का ट्रेलर

बॉलीवुड और साउथ की टक्कर तो निश्चित ही देखने को मिलेगी, लेकिन बॉलीवुड की तीन फिल्में भी आपस में भिड़ती नजर आ रही हैं। अक्षय कुमार और जॉन अब्राहम दोनों को एक हिट की सख्त जरूरत है। जॉन की फिल्म वेदा एक एक्शन मूवी है, जबकि अक्षय कुमार की खेल खेल में, परफेक्ट स्ट्रेंजर्स की रीमेक है। दूसरी ओर, हॉरर-कॉमेडी स्त्री 2 का ट्रेलर पहले ही सुर्खियां बटोर चुका है। वहीं, साउथ की तंगलान और डबल इस्मार्ट पैन इंडिया रिलीज हो रही हैं।

तंगलान का ट्रेलर

तंगलान को पा रंजीत ने डायरेक्ट किया है, जो कंटेंट-बेस्ड फिल्में बनाने में माहिर हैं। डबल इस्मार्ट, सुपरहिट फिल्म इस्मार्ट शंकर की सीक्वल है। इस तरह, साउथ एक अलग तरह का मसाला लेकर आ रहा है।

बॉलीवुड

यदि इस पूरे सीन पर गौर करें, तो एक ही दिन में पांच बड़ी फिल्मों का रिलीज होना किसी के लिए भी लाभकारी नहीं रहेगा। बॉलीवुड की तीन फिल्मों को पहले आपस में मुकाबला करना होगा, और उसके बाद उन्हें साउथ की फिल्मों से भी जूझना पड़ेगा। शुरुआती बढ़त की बात करें तो स्त्री 2 बाकी दो हिंदी फिल्मों से काफी आगे नजर आ रही है। वहीं, एक्टिंग और कंटेंट के मामले में विक्रम की तंगलान ने हर दृष्टि से शानदार काम किया है। फैसला 15 अगस्त को होगा, लेकिन संकेत पहले ही मिल चुके हैं कि फिल्में कैसी हो सकती हैं।

 

टाटा कर्व की प्रतिद्वंद्वी सिट्रोन बेसाल्ट के इंटीरियर का टीज़र सामने आया

सिट्रोन बेसाल्ट के इंटीरियर की झलक एक टीज़र वीडियो में सामने आई है। यह वीडियो दर्शाता है कि टाटा कर्व की प्रतिद्वंद्वी इस नई कार से क्या उम्मीद की जा सकती है। इस टीज़र से सिट्रोन बेसाल्ट के इंटीरियर डिज़ाइन और सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है, जो इसे बाजार में एक प्रतिस्पर्धी विकल्प बनाती है। अब देखना होगा कि यह कार टाटा कर्व को कैसे टक्कर देती है।

सिट्रोन

सिट्रोन बेसाल्ट: सिट्रोन बेसाल्ट का लॉन्च बड़े उत्साह के साथ प्रतीक्षित है, क्योंकि C3 एयरक्रॉस-आधारित यह SUV सीधे टाटा मोटर्स की एक और बहुप्रतीक्षित कार, टाटा कर्व, के साथ मुकाबला करेगी। अब तक कई विवरण सामने आ चुके हैं, लेकिन बेसाल्ट के इंटीरियर को लेकर रहस्य बना हुआ था। हाल ही में जारी टीज़र वीडियो में इसके इंटीरियर की पहली झलक देखने को मिली है, जिससे इसके शानदार डिज़ाइन और उन्नत सुविधाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सिट्रोन बेसाल्ट और टाटा कर्व के बीच बाजार में कैसी प्रतिस्पर्धा होती है।

जबकि कई लोग बेसाल्ट के इंटीरियर और सुविधाओं के बारे में अनुमान लगा रहे थे, एक टीज़र वीडियो ने सिट्रोन बेसाल्ट के केबिन और सुविधाओं को उजागर किया है। आइए इस पर एक नजर डालते हैं।

सिट्रोन

Citroen Basalt: इंटीरियर और फीचर्स

सिट्रोन द्वारा जारी किए गए टीज़र वीडियो में बेसाल्ट के इंटीरियर में C3 एयरक्रॉस से काफी समानताएं दिखाई गई हैं। केबिन में पांच-सीटर कॉन्फ़िगरेशन है, जिसमें पीछे की सीटों पर आर्मरेस्ट और कप होल्डर के साथ एक फिक्स्ड हेडरेस्ट शामिल है। इंटीरियर को हल्के बेज रंग में सजाया गया है, जो केबिन को हवादार और खुला महसूस कराता है।

फीचर्स की बात करें तो नई सिट्रोन बेसाल्ट में 10.25 इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा, जो एंड्रॉयड ऑटो और एप्पल कारप्ले के साथ आएगा। इसमें नेविगेशन जैसी सुविधाएं भी शामिल होंगी। अन्य फीचर्स में ऑटोमैटिक एसी, वायरलेस चार्जिंग, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और कई अन्य उन्नत सुविधाएं शामिल हैं। सेफ्टी फीचर्स भी C3 एयरक्रॉस के समान होंगे, जो उच्चतम सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करेंगे। यह कार अपने उन्नत फीचर्स और शानदार इंटीरियर के साथ बाजार में एक मजबूत प्रतिस्पर्धा पेश करेगी।

सिट्रोन बेसाल्ट में वही इंजन होगा जो सी3 एयरक्रॉस में है, अर्थात् 1.2-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन। यह इंजन छह-स्पीड मैनुअल या ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आता है और 102 बीएचपी की पावर और 205 एनएम का टॉर्क उत्पन्न करता है। इस इंजन की उच्च प्रदर्शन क्षमता और स्मूथ ड्राइविंग अनुभव इसे एक मजबूत विकल्प बनाते हैं। बेसाल्ट की इस विशेषता के चलते इसे शहरी और लंबी यात्राओं दोनों के लिए उपयुक्त माना जा सकता है।

कब होगी महिंद्रा थार 5 डोर Armada लांच, जानें डिटेल्स

अगर आप भी महिंद्रा थार (Mahindra Thar) के दीवाने हैं, तो आज की यह खबर आपके लिए खास है। महिंद्रा थार 5 डोर अर्माडा (Armada) के लॉन्च को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आई है। आज की इस खबर में हम आपको इसी महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराएंगे। महिंद्रा थार को कई बार परीक्षण के दौरान भी देखा जा चुका है, जिससे इसके लॉन्च की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। माना जा रहा है कि यह शानदार गाड़ी 15 अगस्त के अवसर पर भारतीय बाजारों में लॉन्च हो सकती है। इस नई थार में कई अद्यतन सुविधाएं और आधुनिक तकनीक शामिल होंगी, जो इसे और भी आकर्षक और उपयोगी बनाएंगी। इसके लॉन्च का इंतजार कर रहे प्रशंसकों के लिए यह एक बेहद रोमांचक खबर है।

महिंद्रा थार

Features

उम्मीद की जा रही है कि इस नई महिंद्रा थार में आपको डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और एक बड़ा 10.25-इंच टचस्क्रीन मिलेगा, जो आपकी ड्राइविंग को और भी सहज और रोचक बना देगा। इसके अलावा, इसमें बड़े ORVMs और इंटीग्रेटेड स्टॉप लैंप के साथ LED टेललाइट्स भी हो सकती हैं, जो इसके लुक को और भी आकर्षक बनाएंगे। टेलगेट का डिजाइन मौजूदा महिंद्रा थार से भिन्न हो सकता है, जिससे इसे एक नया और ताजगी भरा रूप मिलेगा।

महिंद्रा थार के प्रति भारत में लोगों की दीवानगी कोई नई बात नहीं है। इसकी दमदार परफॉर्मेंस और स्टाइलिश लुक ने इसे ऑफ-रोडिंग के शौकीनों के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है। इस नई 5 डोर अर्माडा वर्जन के लॉन्च से महिंद्रा थार की फैन फॉलोइंग में और भी इजाफा होने की उम्मीद है।

कंपनी ने इस गाड़ी में नई तकनीक और सुविधाओं को शामिल करके इसे और भी शानदार बनाने का प्रयास किया है। महिंद्रा थार का यह नया संस्करण उन लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प साबित होगा जो एडवेंचर के साथ-साथ कम्फर्ट और आधुनिक सुविधाओं का आनंद लेना चाहते हैं। 15 अगस्त के दिन इसके लॉन्च होने की संभावनाएं इसे और भी खास बनाती हैं, और इसके दीवाने बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे हैं।

महिंद्रा थार

कब होगी लॉन्च?

हाल ही में टेस्ट म्यूल से यह जानकारी मिली है कि नई महिंद्रा थार का डिजाइन कैसा होगा। इस गाड़ी के अगस्त के महीने में लॉन्च होने की संभावना है। इसे कई बार परीक्षण के दौरान देखा जा चुका है, और इसके डिजाइन को लेकर कुछ रोचक संकेत सामने आए हैं। फाइव डोर वर्जन में अलग-अलग स्टाइलिंग संकेत मिल रहे हैं, जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।

महिंद्रा थार आर्माडा का डिजाइन बॉक्सी और मजबूत नजर आता है, जिसमें एक सीधा बोनट और बाहर से लॉक की सुविधा शामिल होगी। इसके अलावा, बेहतर ऑफ-रोड क्षमताओं के लिए इसमें फ्लेयर्ड व्हील आर्च भी हैं, जो गाड़ी की रफ और टफ पर्सनैलिटी को और भी उभारते हैं।

इस नए वर्जन के साथ, महिंद्रा ने न केवल गाड़ी के लुक को नया और दमदार बनाया है, बल्कि इसकी परफॉर्मेंस को भी उच्च स्तर पर लाने की कोशिश की है। इसके लॉन्च से पहले ही इसके कई पहलुओं की झलक टेस्ट म्यूल के जरिए मिल चुकी है, जो इसे लेकर उत्सुकता और भी बढ़ा रही है। महिंद्रा थार का यह नया वर्जन ऑफ-रोडिंग शौकीनों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है, जो कि नई तकनीक और डिजाइन के साथ आएगा।

महिंद्रा थार

मिलेगा बढ़िया माइलेज

टेस्ट म्यूल में 5 स्पोक एलॉय व्हील शामिल हैं, जिसमें एक स्टील स्पेयर व्हील भी है, जो मिड-स्पेक वेरिएंट को दर्शाता है। आगामी महिंद्रा थार में मिलने वाले फीचर्स के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया गया है कि इसमें 2.2 लीटर डीजल इंजन होगा, जो 174 बीएचपी की पावर प्रदान करेगा। इसके अलावा, 201 बीएचपी देने वाला 2.0 लीटर Mstallion टर्बो पेट्रोल इंजन भी विकल्प के रूप में उपलब्ध होगा।

दोनों इंजन विकल्पों में 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन के ऑप्शन भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे ड्राइविंग का अनुभव और भी सुविधाजनक और लचीला होगा।

महिंद्रा थार के इस नए वर्जन में इन शक्तिशाली इंजनों और ट्रांसमिशन ऑप्शंस के साथ, गाड़ी की परफॉर्मेंस और ड्राइविंग अनुभव को उच्चतम स्तर पर ले जाने की योजना बनाई गई है। यह गाड़ी न केवल सड़क पर, बल्कि ऑफ-रोडिंग के दौरान भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगी। इसके साथ ही, नए डिजाइन और फीचर्स महिंद्रा थार को और भी आकर्षक और उपयोगी बनाते हैं, जो इसे खास बनाते हैं।

आखिर क्यों भर आया खरगे का गला? किस बात पर हुए इतने आहत की कह डाली ये बात…..

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मल्लिकार्जुन खरगे को आश्वासन दिया कि वह घनश्याम तिवारी के बयान की पुनः समीक्षा करेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि तिवारी का उद्देश्य खरगे को आहत करने का नहीं रहा होगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान काफी आहत हो गए। दरअसल, बीजेपी सांसद घनश्याम तिवारी ने मल्लिकार्जुन खरगे के नाम पर कुछ टिप्पणी की थी, जिससे कांग्रेस अध्यक्ष को ठेस पहुँची। खरगे ने जवाब में कहा कि उनके पिता ने उनका नाम बहुत सोच-समझकर रखा था। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आश्वासन दिया कि वह घनश्याम तिवारी के बयान की पुनः समीक्षा करेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि तिवारी का उद्देश्य खरगे को आहत करने का नहीं रहा होगा।

खरगे

खरगे ने बताया कि उनके पिता ने सोच-समझकर उनका नाम रखा था। उनके पिता चाहते थे कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उनके बेटे के नाम के रूप में हो। खरगे ने सवाल किया कि घनश्याम तिवारी को उनके नाम से क्या समस्या है, जो उन्होंने ऐसी टिप्पणी की। उन्होंने यह भी कहा कि तिवारी ने उन पर परिवारवाद का आरोप लगाया, जबकि वह अपने परिवार से राजनीति में आने वाले पहले सदस्य हैं।

“मैं राजनीति में अपने परिवार की पहली जनरेशन”

घनश्याम तिवारी की टिप्पणी से आहत मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उनके माता-पिता राजनीति में नहीं थे। उन्होंने कहा कि अगर वह सदन में परिवारवाद के उदाहरण गिनाने लगें तो यह साफ हो जाएगा कि यहां कितने लोग परिवारवाद के प्रतीक के रूप में बैठे हैं। खरगे ने कहा कि मेरी आंखों के सामने, मेरे बाजू में और मेरे पीछे भी ऐसे लोग बैठे हैं।

घनश्याम तिवारी ने क्या कहा?

मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन को बताया कि बीजेपी सांसद घनश्याम तिवारी ने कहा कि उनका नाम मल्लिकार्जुन है, जो कि भगवान शिव का नाम है और यह शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। तिवारी की इस टिप्पणी पर मल्लिकार्जुन खरगे नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने यह नाम बहुत सोच-समझकर रखा है और इसमें गहरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। खरगे ने यह भी कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि घनश्याम तिवारी ने ऐसा बयान क्यों दिया। खरगे ने जोर देते हुए कहा कि उनके नाम पर टिप्पणी करने का कोई औचित्य नहीं है और यह उनके पिता के सम्मान पर भी सवाल उठाता है। उन्होंने सदन से अपील की कि व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचा जाए और गरिमापूर्ण संवाद को प्राथमिकता दी जाए।

खरगे

“मैं इस माहौल मैं ज्यादा जिंदा रहना नहीं चाहता”

सदन में अपने पिता की बात करते-करते मल्लिकार्जुन खरगे का गला भर आया। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि उनकी मां के निधन के बाद उनके पिता ने ही उनका पालन-पोषण किया। आज वह जिस भी ऊँचाई पर हैं, वह उनके पिता के आशीर्वाद और संकल्प का ही परिणाम है। उन्होंने बताया कि उनके पिता का 85 साल की उम्र में निधन हो गया। खरगे इतने आहत हो गए कि उन्होंने कहा, “मैं इस माहौल में ज्यादा दिन तक जीना नहीं चाहता।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके पिता ने उन्हें जीवन की हर मुश्किल से लड़ने की ताकत दी, और आज उनके पिता का सम्मान बनाए रखना उनका कर्तव्य है। खरगे ने सदन से अपील की कि व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचा जाए और एक दूसरे के प्रति सम्मान बनाए रखा जाए ताकि एक स्वस्थ और सकारात्मक संवाद हो सके।

 

 

शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा अभिषेक ऐश्वर्या की मिठाई ना रखने की यह थी वजह

शत्रुघ्न सिन्हा और अमिताभ बच्चन ने एक साथ कई फिल्में की हैं, लेकिन दोनों को एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी के रूप में माना जाता था। इसके बावजूद, जब अमिताभ बच्चन ने शत्रुघ्न सिन्हा को अपने बेटे अभिषेक बच्चन की शादी में आमंत्रित किया, तो शत्रुघ्न सिन्हा ने शादी की मिठाई लौटा दी थी। यह घटना दोनों के बीच की प्रतिस्पर्धा और तनाव को स्पष्ट रूप से दर्शाती है। हालांकि, समय के साथ उनके बीच के संबंधों में कुछ सुधार हुआ, लेकिन यह वाकया उनकी पुरानी प्रतिद्वंद्विता को फिर से उजागर करता है। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई उदाहरण मिलते हैं जहां दो बड़े कलाकारों के बीच पेशेवर प्रतिस्पर्धा निजी संबंधों पर भी असर डालती है।

शत्रुघ्न सिन्हा

इन दिनों अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। इसका कारण स्पष्ट है—दोनों के बीच की दूरियां बढ़ रही हैं, जो अब सार्वजनिक रूप से भी सामने आ रही हैं। पब्लिक अपीयरेंस की बात करें तो हाल ही में अभिषेक और ऐश्वर्या को एक साथ काफी समय से नहीं देखा गया है। जहां ऐश्वर्या अक्सर अपनी बेटी आराध्या बच्चन के साथ नजर आती हैं, वहीं अभिषेक अपनी फैमिली के साथ दिखते हैं। अनंत अंबानी की शादी में भी यही स्थिति देखने को मिली, जिससे कयास लगाए जाने लगे कि दोनों के बीच की दूरियां काफी बढ़ गई हैं।

इस बीच, अभिषेक और ऐश्वर्या की शादी से जुड़ी वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। आज हम आपको इन दोनों की शादी से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बताते हैं। बॉलीवुड के एक सुपरस्टार ने अभिषेक और ऐश्वर्या की शादी की मिठाई लौटा दी थी। बच्चन परिवार से नाराजगी जताने वाले ये सितारे थे शत्रुघ्न सिन्हा। शत्रुघ्न सिन्हा और अमिताभ बच्चन ने एक साथ कई फिल्में की हैं, लेकिन दोनों को एक-दूसरे का प्रतिद्वंद्वी माना जाता था। जब अमिताभ ने अपनी बेटे की शादी में शत्रुघ्न को आमंत्रित नहीं किया, तो शत्रुघ्न सिन्हा गुस्से में आ गए और बाद में भेजी गई मिठाई को वापस कर दिया।

शत्रुघ्न सिन्हा

शत्रुघ्न ने लगाया आरोप

इस बारे में पूछे जाने पर मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अमिताभ बच्चन ने यह टिप्पणी की थी कि जिन लोगों को शादी में आमंत्रित नहीं किया गया, वे दोस्त नहीं थे। ऐसे में जब शादी में बुलाया ही नहीं गया, तो मिठाई क्यों भेजी गई? इस विषय पर “कॉफी विद करण” शो में चर्चा करते हुए अभिषेक बच्चन ने बताया कि उनकी शादी में कुछ अधिक लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया क्योंकि उनकी दादी बीमार थीं। सभी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मिठाई भेजी गई थी, लेकिन शत्रुघ्न अंकल ने उसे वापस कर दिया था।

 

मासेराती ग्रेकेल: इटालियन लग्जरी और पावर का शानदार कॉम्बिनेशन अब भारत में

भारतीय लग्जरी कार बाजार में एक नया नाम जुड़ गया है। इटली की प्रतिष्ठित कार निर्माता कंपनी मासेराटी ने अपनी बहुप्रतीक्षित कॉम्पैक्ट एसयूवी, ग्रेकेल को भारत में लॉन्च कर दिया है। यह कार इटालियन डिजाइन, शानदार प्रदर्शन और आधुनिक तकनीक का एक बेजोड़ मिश्रण है। ग्रेकेल में उच्च गुणवत्ता वाले इंटीरियर, नवीनतम सुरक्षा सुविधाएँ और उन्नत इंफोटेनमेंट सिस्टम शामिल हैं, जो इसे अपनी श्रेणी में उत्कृष्ट बनाते हैं। भारतीय बाजार में यह कार लग्जरी और परफॉर्मेंस का नया मानक स्थापित करने के लिए तैयार है।

 ग्रेकेल

डिजाइन और स्टाइल:

ग्रेकेल का डिजाइन मासेराटी की अन्य कारों की तरह ही आकर्षक और स्पोर्टी है। इसकी स्लिम हेडलाइट्स, बड़ा ग्रिल और मस्कुलर बॉडी इसे सड़क का राजा बनाती है। इसका इंटीरियर भी उतना ही शानदार और भव्य है, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले लेदर, कार्बन फाइबर ट्रिम्स और नवीनतम इंफोटेनमेंट सिस्टम शामिल हैं। इसके अलावा, इसमें आरामदायक सीटें, एडवांस क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम और प्रीमियम साउंड सिस्टम भी दिए गए हैं। ग्रेकेल का हर एक पहलू लग्जरी और परफॉर्मेंस को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है, जिससे यह कार चलाने का अनुभव अद्वितीय और सुखद हो जाता है।

प्रदर्शन:

ग्रेकेल में पावरफुल इंजन दिया गया है जो इसे कुछ ही सेकंड में 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने में सक्षम बनाता है। इसके साथ ही, इसमें विभिन्न ड्राइविंग मोड्स भी दिए गए हैं, जिससे आप अपनी पसंद और ड्राइविंग परिस्थितियों के अनुसार अनुभव को कस्टमाइज़ कर सकते हैं। चाहे आप स्पोर्ट मोड में तेज और रोमांचक ड्राइविंग का आनंद लेना चाहें या फिर कम्फर्ट मोड में आरामदायक यात्रा करना चाहें, ग्रेकेल हर स्थिति में बेहतरीन प्रदर्शन देने के लिए तैयार है। इसके अतिरिक्त, इसमें एडवांस्ड सस्पेंशन सिस्टम और सटीक स्टीयरिंग भी शामिल हैं, जो आपकी ड्राइव को और भी मजेदार और सुरक्षित बनाते हैं।

फीचर्स:

ग्रेकेल में कई आधुनिक फीचर्स दिए गए हैं, जैसे कि एडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट, 360-डिग्री कैमरा और एक प्रीमियम साउंड सिस्टम। इसके अलावा, कार में एक बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम भी दिया गया है जो एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले को सपोर्ट करता है। यह सिस्टम नेविगेशन, म्यूजिक और कनेक्टिविटी के लिए बेहतरीन अनुभव प्रदान करता है। सुरक्षा के लिहाज से भी ग्रेकेल उत्कृष्ट है, इसमें ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटरिंग और ट्रैफिक साइन रिकग्निशन जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इसके इंटीरियर में एम्बिएंट लाइटिंग और वेंटिलेटेड सीट्स भी हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक और आरामदायक बनाती हैं। कुल मिलाकर, ग्रेकेल एक ऐसी एसयूवी है जो आधुनिक तकनीक, शानदार डिजाइन और उच्च प्रदर्शन का एक आदर्श संयोजन प्रस्तुत करती है।

ग्रेकेल

कीमत:

ग्रेकेल को भारत में कई वेरिएंट्स में लॉन्च किया गया है और इसकी कीमत (यहां कीमत डालें) से शुरू होती है। यह एसयूवी अपने सेगमेंट में उच्चतम मानकों को स्थापित करने के लिए तैयार है। हर वेरिएंट में ग्राहकों को अद्वितीय अनुभव देने के लिए विभिन्न फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस दिए गए हैं। चाहे आप बेस मॉडल चुनें या टॉप-ऑफ़-द-लाइन वेरिएंट, आपको हर स्थिति में प्रीमियम गुणवत्ता और उत्कृष्ट प्रदर्शन का अनुभव मिलेगा। मासेराटी ने भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए ग्रेकेल को डिज़ाइन किया है, जिससे यह भारतीय सड़कों पर भी शानदार ढंग से परफॉर्म करती है। इसके साथ ही, ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कंपनी ने आकर्षक फाइनेंसिंग विकल्प और सेवा पैकेज भी पेश किए हैं, जिससे यह कार खरीदना और भी आसान हो जाता है। कुल मिलाकर, ग्रेकेल एक सम्पूर्ण पैकेज है जो लक्जरी, परफॉर्मेंस और आधुनिक तकनीक का उत्कृष्ट मिश्रण प्रदान करती है।

इस एसयूवी में शामिल नवीनतम कनेक्टिविटी सुविधाएं, जैसे कि वायरलेस चार्जिंग, मल्टी-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल और एडवांस्ड नेविगेशन सिस्टम, इसे और भी अधिक उपयोगी और सुविधाजनक बनाते हैं। चाहे आप शहर में ड्राइव कर रहे हों या लंबी दूरी की यात्रा पर हों, मासेराती ग्रेकेल हर स्थिति में बेहतरीन परफॉर्मेंस और असाधारण आराम प्रदान करती है। इसका प्रभावशाली इंजन, सटीक स्टीयरिंग और उन्नत सस्पेंशन सिस्टम इसे ड्राइव करने का आनंददायक अनुभव बनाते हैं। कुल मिलाकर, मासेराती ग्रेकेल एक सम्पूर्ण पैकेज है जो लक्जरी, परफॉर्मेंस और आधुनिक तकनीक का उत्कृष्ट मिश्रण प्रदान करती है।

टाटा कर्व लांच से पहले इंटीरियर से किया आकर्षित

टाटा कर्व का इंटीरियर आधिकारिक रूप से सामने आ गया है, और इस एसयूवी में नेक्सन सहित टाटा की अन्य एसयूवी रेंज से कई डिजाइन एलिमेंट्स लिए गए हैं। टाटा कर्व का इंटीरियर आधुनिक और प्रीमियम लुक के साथ आता है, जिसमें उन्नत टेक्नोलॉजी और सुविधाएं शामिल हैं। इस नए मॉडल में हाई-टेक इन्फोटेनमेंट सिस्टम, प्रीमियम अपहोल्स्ट्री, और एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स को शामिल किया गया है, जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। टाटा कर्व की डिजाइन और तकनीकी विशेषताएं इसे बाजार में एक प्रतिस्पर्धी विकल्प बनाती हैं।

टाटा कर्व

टाटा कर्व पिछले कुछ समय से चर्चा का विषय बना हुआ है, खासकर इसके अनोखे डिजाइन के कारण, जो इस सेगमेंट में पहली बार देखा गया है। टाटा कर्व ने अपने पावरट्रेन के लिए भी ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि यह एसयूवी ICE (आंतरिक दहन इंजन) फॉर्म के साथ-साथ ऑल-इलेक्ट्रिक फॉर्म में भी उपलब्ध होगी।

टाटा ने हाल ही में आधिकारिक तौर पर कर्व के ICE और EV वर्शन को प्रदर्शित किया था। प्रोडक्शन-स्पेक एसयूवी का बाहरी डिज़ाइन नेक्सन से काफी हद तक मिलता-जुलता है। इसके हेडलाइट्स और DRL डिज़ाइन के साथ, कर्व का पूरा फ्रंट हिस्सा नेक्सन परिवार की डिजाइन थीम को दर्शाता है। हालांकि, टाटा ने अभी तक कर्व के इंटीरियर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। उम्मीद की जा रही है कि इंटीरियर्स में भी आधुनिक और प्रीमियम सुविधाओं का समावेश होगा, जो इसे और भी आकर्षक बनाएगा।

टाटा कर्व

टाटा कर्व के इंटीरियर्स और फीचर्स

टाटा कर्व में नेक्सन के कई डिज़ाइन तत्व शामिल हैं, साथ ही इसमें हैरियर और सफारी से भी कुछ समानताएं देखने को मिलती हैं। उदाहरण के लिए, टच-सेंसिटिव कंट्रोल वाला स्टीयरिंग व्हील और इल्यूमिनेटेड टाटा लोगो सीधे हैरियर से लिया गया है। इसके अलावा, एयरकॉन कंट्रोल भी नेक्सन के समान हैं, जो टच-सेंसिटिव हैं। पूरे डैशबोर्ड को एक अनूठी टेक्सचर्ड फिनिश दी गई है, जो कर्व के इंटीरियर्स को प्रीमियम और आधुनिक बनाती है। इस प्रकार, टाटा कर्व का इंटीरियर्स डिज़ाइन एक बेहतरीन मिश्रण है, जिसमें कंपनी की अन्य एसयूवी से प्रभावित तत्व शामिल हैं।

टाटा कर्व में 12.3 इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम शामिल है, जो नेक्सन के टॉप-स्पेक वेरिएंट के समान है। इस यूनिट में नेविगेशन, वायरलेस स्मार्टफोन कनेक्टिविटी और सबवूफर के साथ JBL स्पीकर जैसे फीचर्स शामिल हैं। अन्य सुविधाओं में पैनोरमिक सनरूफ, वायरलेस चार्जिंग, 10.2 इंच का डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, पावर्ड और वेंटिलेटेड सीटें, और कई और आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। ये सभी तत्व कर्व के इंटीरियर्स को अत्यंत आरामदायक और तकनीकी रूप से उन्नत बनाते हैं।

टाटा कर्व

सुरक्षा भी एक प्रमुख प्राथमिकता होगी, क्योंकि टाटा की सभी एसयूवी ने पांच सितारा सुरक्षा रेटिंग प्राप्त की है। टाटा कर्व में 6 एयरबैग्स, ईबीडी के साथ एबीएस, स्थिरता नियंत्रण, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट एंकर, टायर-प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, रिवर्स कैमरा और पार्किंग सेंसर्स के साथ-साथ एडीएएस लेवल 2 की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इसके अतिरिक्त, यह वाहन आधुनिक सुरक्षा तकनीक और स्मार्ट ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम से लैस होगा, जो सुरक्षा के मानकों को और भी ऊंचा करेगा।

 

चन्नी के अमृतपाल बयान पर बीजेपी का वार, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिए सफाई भरे बयान

संसद में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पक्ष में बयान दिया। इस बयान से कांग्रेस ने तुरंत दूरी बना ली, जिससे भाजपा को कांग्रेस पर निशाना साधने का मौका मिल गया। भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पार्टी अलगाववादी विचारधाराओं का समर्थन कर रही है और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया।

चन्नी

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अमृतपाल सिंह पर एनएसए लगाने को लेकर केंद्र सरकार पर ‘बोलने की आजादी’ दबाने का आरोप लगाया है। चन्नी ने संसद में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में अमृतपाल की जीत का हवाला देते हुए कहा था कि आप हर दिन इमरजेंसी की बात करते हैं, लेकिन देश में इस समय क्या हो रहा है? यह भी एक प्रकार की इमरजेंसी है कि पंजाब में 20 लाख लोगों द्वारा चुना गया एक संसद सदस्य राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत बंद है और अपने चुनाव क्षेत्र के लोगों के लिए बोल भी नहीं सकता। चन्नी के इस बयान के बाद अब राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया है। भाजपा ने चन्नी और कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि वे देश विरोधी ताकतों का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी अपने नेता के बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है। इस पूरे घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है।

कांग्रेस ने चन्नी के इस बयान से खुद को अलग कर लिया है। पार्टी ने कहा कि यह चरणजीत सिंह चन्नी की व्यक्तिगत राय है। वहीं, भाजपा ने चन्नी के इस बयान के बाद कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चन्नी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इंदिरा गांधी का हत्यारा एक खालिस्तानी था और अब कांग्रेस खालिस्तानी का समर्थन कर रही है। उन्होंने आगे कहा, “वाह रे कांग्रेस, जय चन्नी। यह भारत की संप्रभुता पर हमला है और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस का हाथ, खालिस्तानियों के साथ।”

चन्नी

गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर साधा निशाना

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस खालिस्तानियों का समर्थन कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी का हत्यारा भी एक खालिस्तानी था। बता दें कि कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने संसद में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के एनएसए में बंद होने पर सवाल उठाए थे और इसे इमरजेंसी जैसी स्थिति बताया था। भाजपा ने चन्नी के इस बयान की कड़ी निंदा की और कहा कि कांग्रेस इंदिरा गांधी के समय की इमरजेंसी भूल गई है। भाजपा ने यह भी कहा कि कोर्ट में मामला होने के बावजूद संसद में इस मुद्दे को उठाना अनुचित है।

राजा वडिंग ने दी चन्नी के बयान पर सफाई

वहीं, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी सफाई देते हुए कहा कि मैंने पूरा बयान नहीं सुना है, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगा कि संविधान के अनुसार हर निर्वाचित व्यक्ति (सांसद) को उचित सुविधाएं मिलनी चाहिए, चाहे वह मैं हूं, अमृतपाल हो या कोई और। किसी को भी कानून का उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है, चाहे वह कोई भी हो। इसलिए मैं पहले दिन से कहता आ रहा हूं कि संविधान के अनुसार किसी के साथ भी अन्याय नहीं होना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान की मर्यादा का पालन करते हुए ही हर व्यक्ति के साथ समानता और न्याय होना चाहिए। वडिंग ने यह भी कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है और कानून के दायरे में रहकर ही सभी को अपने अधिकार और कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

कांग्रेस ने किया किनारा

इसके बाद कांग्रेस ने खुद को इस विवाद से अलग कर लिया और स्पष्ट किया कि चरणजीत सिंह चन्नी के विचार पार्टी की नीति के अनुरूप नहीं हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि सांसद चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा अमृतपाल सिंह के संबंध में व्यक्त किए गए विचार उनके व्यक्तिगत हैं और किसी भी तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक रुख को नहीं दर्शाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा संविधान और कानून के अनुसार चलने में विश्वास करती है और किसी भी प्रकार की देशविरोधी गतिविधियों का समर्थन नहीं करती। कांग्रेस ने इस मामले में अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी का दृष्टिकोण राष्ट्र की सुरक्षा और एकता के साथ है।

चन्नी

अमृतपाल क्यों है जेल में बंद

अमृतपाल ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख है और उसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत अपराधों के लिए हिरासत में लिया गया है। वह अपनी कट्टरपंथी गतिविधियों के कारण चर्चा में रहा है, जिनमें फरवरी में हुई एक घटना भी शामिल है जहां उसने अपने एक सहयोगी को छुड़ाने के प्रयास में पुलिस के साथ झड़प की थी।

कप्तान अंशुमान सिंह की वाइफ पर सोशल मीडिया पर टिपण्णी करने पर महिला आयोग ने की गिरफ्तारी की मांग

कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से उनकी पत्नी स्मृति और मां ने ग्रहण किया।

कीर्ति चक्र विजेता कैप्टन अंशुमान सिंह की विधवा, स्मृति सिंह के बारे में एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है। सोशल मीडिया यूजर्स उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी इस अभद्र टिप्पणी का संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर उस व्यक्ति के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।

यह टिप्पणी राष्ट्रपति भवन में स्मृति सिंह की उस तस्वीर पर की गई है जिसमें वे अपने पति का मरणोपरांत कीर्ति चक्र सम्मान ग्रहण कर रही हैं। कैप्टन अंशुमान सिंह सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के शिविर में अपने सहयोगियों को बचाने की कोशिश करते हुए शहीद हो गए थे।

कैप्टन सिंह 26 पंजाब रेजिमेंट में मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात थे। मरणोपरांत उन्हें दिया गया यह कीर्ति चक्र सम्मान उनकी पत्नी स्मृति और मां ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से ग्रहण किया था।

अंशुमान सिंह

सोशल मीडिया पर की अभद्र टिप्पणी

सोशल मीडिया पर जहां कई उपयोगकर्ताओं ने शहीद सैन्यकर्मी को भावनात्मक श्रद्धांजलि अर्पित की, वहीं एक उपयोगकर्ता ने अपमानजनक टिप्पणी की। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को लिखे पत्र में इस टिप्पणी को “अश्लील” करार दिया है।

आयोग ने यह भी बताया है कि यह टिप्पणी दिल्ली निवासी अहमद नामक व्यक्ति ने की थी। इस टिप्पणी में भारतीय दंड संहिता-2023 की धारा 79 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 67 का उल्लंघन किया गया है। महिला आयोग ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “एनसीडब्ल्यू इस व्यवहार की कड़ी निंदा करता है और तुरंत पुलिस कार्रवाई का आग्रह करता है।”

एनसीडब्लू ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी

एनसीडब्ल्यू ने पुलिस से उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने और तीन दिन के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।

कई लोगों ने एनसीडब्ल्यू को टैग करते हुए उस व्यक्ति की टिप्पणी के स्क्रीनशॉट साझा करने वाले अन्य लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। एनडीटीवी ने इस टिप्पणी को प्रकाशित नहीं करने का निर्णय लिया है।

अंशुमान सिंह

साथियों को बचाते हुए शहीद हुए थे कैप्टन अंशुमान

कैप्टन अंशुमान सिंह 19 जुलाई, 2023 की रात को जिस कैंप में थे, वहां भारतीय सेना के गोला-बारूद के भंडार में शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई थी। कैप्टन सिंह ने देखा कि एक फाइबरग्लास हट आग की लपटों में घिरा हुआ है और तुरंत अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए वहां पहुंच गए। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना चार से पांच लोगों को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया। हालांकि, आग तेजी से पास के मेडिकल जांच कक्ष में भी फैल गई।

कैप्टन सिंह ने बिना हिचकिचाहट फिर से कैंप के धधकते हुए हिस्से में प्रवेश किया। अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद, वे आग की चपेट में आ गए और शहीद हो गए। उनके इस अदम्य साहस और बलिदान को याद करते हुए, बिहार के भागलपुर में 22 जुलाई, 2023 को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके इस वीरतापूर्ण कृत्य ने पूरे देश को गर्वित कर दिया और उनकी यादें हमेशा भारतीय सेना और देशवासियों के दिलों में जीवित रहेंगी।

मुस्लिम महिलाओं को भी मिलेगा गुज़ारे भत्ते का अधिकार………. सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस बीवी नागरत्ना ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारतीय पुरुष परिवार के लिए गृहिणियों की भूमिका और त्याग को पहचानें। उन्हें संयुक्त खाते और एटीएम खोलकर गृहिणियों को वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को महिलाओं के भरण-पोषण पर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए कहा कि इसमें धर्म बाधा नहीं बन सकता। कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं के लिए भी पति की भरण-पोषण की जिम्मेदारी तय की है। तेलंगाना की एक महिला ने भरण-पोषण के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जहां इस मामले में पति हाई कोर्ट में केस हार चुका था। जस्टिस नागरत्ना और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की डबल बेंच ने इस मामले में फैसला सुनाया|

सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा है

सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि मुस्लिम महिलाएं ही नहीं, बल्कि किसी भी धर्म की महिलाएं भरण-पोषण की अधिकारिणी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि धारा 125 के तहत कोई भी महिला अपने पति से भरण-पोषण की मांग कर सकती है और इसमें धर्म कोई बाधा नहीं है। कोर्ट ने यह भी कहा कि पति की यह जिम्मेदारी है कि वह अपनी पत्नी को उचित भरण-पोषण प्रदान करे, चाहे वह किसी भी धर्म की हो। इस फैसले ने महिलाओं के अधिकारों को एक नया आयाम दिया है और यह सुनिश्चित किया है कि धर्म के आधार पर कोई भी महिला अपने अधिकारों से वंचित न हो।

जस्टिस नागरत्ना ने फैसला सुनाते हुए महत्वपूर्ण बात कही कि अब समय आ गया है कि भारतीय पुरुष अपनी पत्नियों के त्याग को पहचानें। उन्होंने सुझाव दिया कि पत्नियों के खाते और संयुक्त खाते खोले जाने चाहिए। इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने शाहबानो मामले में कानून की धर्मनिरपेक्षता पर जोर दिया था।

सुप्रीम कोर्ट

क्या है पूरा मामला

अदालत ने जिस मामले में यह फैसला सुनाया है, वह तेलंगाना से संबंधित है। इस मामले में याचिकाकर्ता को प्रति माह 20 हजार रुपये का अंतरिम गुजारा भत्ता देने का निर्देश दिया गया था। याचिकाकर्ता, जो एक मुस्लिम महिला है, ने सीआरपीसी की धारा 125 के तहत याचिका दाखिल कर अपने पति से गुजारा भत्ते की मांग की थी। इस फैसले को हाई कोर्ट में इस आधार पर चुनौती दी गई थी कि दंपति ने 2017 में मुस्लिम पर्सनल लॉ के अनुसार तलाक ले लिया था।

महिला के पति मोहम्मद अब्दुल समद ने परिवार अदालत के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने पति की याचिका पर गुजारा भत्ता को संशोधित कर 10 हजार रुपये प्रति माह कर दिया। इसके साथ ही, अदालत ने पारिवारिक अदालत को इस मामले का निपटारा छह महीने के भीतर करने का निर्देश दिया था।

इस मामले में, याचिकाकर्ता के वकील ने दलील दी कि मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 1986 को देखते हुए, एक तलाकशुदा मुस्लिम महिला सीआरपीसी की धारा 125 के तहत लाभ का दावा करने की हकदार नहीं है। याचिकाकर्ता ने यह भी तर्क दिया कि 1986 का अधिनियम मुस्लिम महिलाओं के लिए अधिक फायदेमंद है।