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अरविंद केजरीवाल को मिली बेल, ASG राजू ने बताया हिघ्कोर्ट को बेल के समय का मंजर

एएसजी एसवी राजू ने बताया कि उन्हें अदालत में अपने पक्ष की दलील देने के लिए बहुत कम समय मिला था। उन्होंने कहा कि समय इतना कम था कि उन्हें लिखित अर्जी तक पेश करने का मौका नहीं मिला।

दिल्ली आबकारी नीति के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग केस में, दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत पर रोक लगा दी है। पहले रात राउज एवेन्यू कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को एक लाख के निजी मुचलके और कुछ शर्तों के साथ बेल दे दी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने ट्रायल कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अर्जी दी थी। ईडी के वकील ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के सेक्शन 45 का उल्लेख करते हुए यह कहा कि यह सेक्शन पब्लिक प्रोसेक्यूटर को जमानत पर रोक लगाने का अधिकार देता है, लेकिन राउज एवेन्यू कोर्ट ने इसका मौका नहीं दिया गया।

एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने बताया कि प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के सेक्शन 45 के तहत, पब्लिक प्रोसेक्यूटर को जमानत पर रोक लगाने का अधिकार होता है, लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हुआ है। पब्लिक प्रोसेक्यूटर की अर्जी खारिज कर दी गई है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय के उस आग्रह को खारिज कर दिया था, जिसमें 48 घंटे तक जमानत पर रोक लगाने की मांग की गई थी।

एसवी राजू ने कहा, ‘मैं जमानत पर रोक लगाने का अनुरोध करता हूं। कल रात जमानत का आदेश दिया गया था, लेकिन कोर्ट की वेबसाइट पर अभी तक इसे अपलोड नहीं किया गया है। हमें जमानत पर स्टे के लिए आग्रह करने का भी मौका नहीं दिया गया। अरविंद केजरीवाल के वकील की तरफ से बहस भी पूरी नहीं की गई और मुझे आधे घंटे के अंदर जल्दी-जल्दी दलील देने का निर्देश दिया गया। मेरे पास इतना कम समय था कि लिखित अर्जी भी नहीं दे सका। यह स्थिति अस्वीकार्य है।’

अरविंद केजरीवाल

किन शर्तों के साथ अरविंद केजरीवाल को मिली थी जमानत?

अरविंद केजरीवाल के वकील ऋषिकेश कुमार ने बताया कि उन्हें एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत मिली है। उन्होंने बताया, ‘राउज एवेन्यू कोर्ट ने रात के आठ बजे जमानत का आदेश जारी किया गया है। शुक्रवार की सुबह तक जमानत की कार्रवाई पूरी हो जाएगी और दोपहर के बाद अरविंद केजरीवाल जेल से रिहा होंगे। इस घटना को देश और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है।’

कोर्ट ने जमानत के साथ इस शर्त को भी लगाया है कि अरविंद केजरीवाल जांच में किसी भी तरह की बाधा नहीं डालेंगे और न ही गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे। उन्हें यह भी निर्देश दिया गया है कि वे जांच में सहायता करेंगे और जब भी आवश्यकता हो, वे कोर्ट में पेशी करेंगे।

 

NEET प्रश्न पत्र मिलने पर भी अनुराग यादव के अंकों का ये हाल

NEET UG 2024 पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों उम्मीदवारों की मार्कशीट मिल गई है। उनके पास क्वेश्चन पेपर और आंसर होने के बावजूद उन्हें इतने कम अंक मिले हैं कि आप अपना सिर पकड़ लेंगे।

NEET UG 2024 पेपर लीक: यह कहावत बिलकुल सही बैठती है कि नकल करने के लिए भी अकल की जरूरत होती है। यह बिहार के एक नकलची छात्र अनुराग यादव पर सटीक बैठती है, क्योंकि उसने खुद ही पुलिस को बताया कि उसके पास NEET का प्रश्न पत्र था। इसके बाद भी, NEET एग्जाम के रिजल्ट में 21 साल के अनुराग यादव को 720 अंकों में से मात्र 185 अंक मिले हैं। इस मामले में बिहार पुलिस ने अब तक तीनों छात्रों को गिरफ्तार किया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिन छात्रों के पास NEET का पेपर होने का दावा किया जा रहा है, उनमें से कोई भी NEET का एग्जाम अच्छी तरह से नहीं कर पाया है। इसमें अभिषेक कुमार को 720 में से 581 अंक मिले हैं और तीसरे उम्मीदवार आयुष राज को 720 में से 300 अंक मिले हैं।

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अनुराग ने अपने कबूलनामे में बताया कि वह कोटा के एलन कोचिंग सेंटर में नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके चाचा सिकंदर ने उसे बताया कि नीट परीक्षा 5 मई को होनी है और उसे कोटा से वापस आने को कहा, यह भी कहा कि परीक्षा का पेपर सेट हो गया है। अनुराग कोटा से वापस आ गया। परीक्षा से एक दिन पहले उसे नीट परीक्षा का प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका दी गई और रात भर उत्तर याद करने को कहा गया।

अनुराग ने पुलिस को बताया कि उसका परीक्षा केंद्र डीवाई पाटिल स्कूल में था और जब वह परीक्षा देने गया, तो वही प्रश्न आए जो उसने याद किए थे। परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आ गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। अनुराग यादव परीक्षा से एक दिन पहले NHAI के गेस्ट हाउस में ठहरा था। उसके स्कोरकार्ड से पता चलता है कि उसे 720 में से केवल 185 अंक मिले। परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र और उत्तर मिलने और रात भर उत्तर याद करने के बावजूद भी उसके कम अंक आए हैं।

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‘कबूलनामे’ में प्रश्नपत्र की कीमत का हुआ खुलासा

नीट पेपर लीक मामले में कथित मास्टरमाइंड अमित आनंद ने कबूल किया है कि परीक्षा से एक दिन पहले प्रश्नपत्र लीक हुआ था। उसने यह भी बताया कि उसने लीक हुए प्रश्नपत्रों को किस कीमत पर बेचा था। अमित आनंद के कबूलनामे की एक कॉपी में बताया गया है कि कैसे छात्रों को परीक्षा से एक दिन पहले उत्तर याद करवाए गए थे। लीक हुए प्रश्नों के बदले छात्रों से लाखों रुपये लिए गए थे।

अनुराग यादव को केवल 185 अंक मिले हैं। उसे फिजिक्स में 85.52 परसेंटाइल, बायोलॉजी में 51.04 परसेंटाइल और केमेस्ट्री में 5.04 परसेंटाइल अंक मिले हैं। इससे स्पष्ट होता है कि अनुराग ने केमेस्ट्री के पेपर की तैयारी नहीं की होगी या उसे इसका अवसर नहीं मिला होगा।

आयुष राज का परीक्षा केंद्र पटना के डीएवी बोर्ड कॉलोनी में था। उसे कुल 300 अंक मिले हैं। आयुष ने बायोलॉजी में 87.80 परसेंटाइल प्राप्त किए हैं, लेकिन फिजिक्स और केमेस्ट्री में उसका प्रदर्शन बहुत खराब रहा। उसे फिजिक्स में केवल 15.52 और केमेस्ट्री में 15.36 परसेंटाइल मिले हैं। ऐसा लगता है कि आयुष को केवल बायोलॉजी का पेपर ही मिला था और बाकी दो विषयों के उत्तर याद करने का समय नहीं मिला।

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अभिषेक का परीक्षा केंद्र पटना के केडी कॉन्वेंट स्कूल में था और उसे चारों में सबसे अधिक अंक मिले हैं। अभिषेक को केमेस्ट्री में 95.99 परसेंटाइल, फिजिक्स में 96.40 परसेंटाइल और बायोलॉजी में 95.56 परसेंटाइल अंक प्राप्त हुए हैं।

गया जिले के निवासी शिवनंदन कुमार का परीक्षा केंद्र पाटलिपुत्र स्थित इंटरनेशनल कॉलेज में था। उन्हें कुल 483 अंक प्राप्त हुए हैं। बायोलॉजी में उन्होंने 90.27 परसेंटाइल, फिजिक्स में 89.75 परसेंटाइल, और केमेस्ट्री में 86.02 परसेंटाइल हासिल किए हैं। उनकी मेहनत और समर्पण से स्पष्ट होता है कि उन्होंने तीनों विषयों में अच्छा प्रदर्शन किया है और उच्च अंक प्राप्त किए हैं।

अब तक नीट पेपर लीक मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसमें दानापुर नगर पालिका के एक जूनियर इंजीनियर सिकंदर भी शामिल है।

 

मिर्ज़ापुर 3 : गुड्डू पंडित की दबंगई और कालीन भैया की चालों से मिलेगी चाल कपट की दुनिया की झलक

अमेज़न प्राइम वीडियो की लोकप्रिय वेब सीरीज ‘मिर्ज़ापुर’ को दर्शकों ने बहुत पसंद किया है। इस शो में प्रस्तुत हुए सभी किरदारों को लोगों ने अपनी खास सूची में रखा है। फैंस लंबे समय से इसके तीसरे सीजन का इंतजार कर रहे थे। हाल ही में इसके तीसरे सीजन की रिलीज़ तारीख की घोषणा हुई थी, जिसमें बताया गया था कि यह 5 जुलाई 2024 को प्रसारित किया जाएगा। अब इस सीरीज का ट्रेलर भी रिलीज हो चुका है, और सोशल मीडिया पर फैंस से सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं।

पूर्वांचल के अपराध की कहानी दिखा रही सीरीज

मिर्ज़ापुर 3 के ट्रेलर को देखकर दर्शकों को पुरानी वाइब फिर से महसूस हो रही है। ट्रेलर में जबर्दस्त डायलॉग सुनकर आप सीरीज देखने के लिए और भी उत्साहित हो जाएंगे। पिछले सीजन के क्लाइमैक्स के बाद, तीसरे सीजन में वही कहानी आगे बढ़ाई जाएगी। पूर्वांचल के अपराध और सत्ता प्राप्ति की लालसा में सीरीज के सभी कलाकार एक-दूसरे के साथ हत्या-विवाद में दिख रहे हैं।

मिर्ज़ापुर

सोशल मीडिया पर मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया

मिर्ज़ापुर 3 के ट्रेलर पर लोगों की तारीफें बार-बार हो रही हैं, खासकर गुड्डू पंडित और कालीन भैया के डायलॉग्स के लिए। इस सीरीज में गुड्डू पंडित का खेल अद्वितीय है, जबकि कालीन भैया भी दर्शकों को अपनी ताकत दिखा रहे हैं। ट्रेलर देखने के बाद, एक यूजर ने लिखा, “मिर्जापुर 3 के ट्रेलर ने मेरी देखने की इच्छा को और भी मजबूत कर दिया है।” दूसरे यूजर ने टिप्पणी की, “गुड्डू पंडित का अद्वितीय अंदाज अब भी में सुरक्षित रहता है। अब कालीन भैया के उत्साह को देखने के लिए बेताब हूँ।” एक और यूजर ने लिखा, “वही डर, वही दहशत और वही खून की बरसात। मिर्जापुर का तीसरा सीजन निश्चित रूप से धमाल मचाने वाला है।”

इन कलाकारों से सजी है मिर्ज़ापुर 3

‘मिर्ज़ापुर’ सीरीज में कई प्रमुख कलाकारों ने अपनी प्रतिभा दिखाई है। सीरीज में पंकज त्रिपाठी ने ‘कालीन भैय्या’ और अली फजल ने ‘गुड्डू पंडित’ की भूमिका में अपने काम से लोगों का दिल जीता है। इनके अतिरिक्त, दिव्येंदु शर्मा ने ‘मुन्ना त्रिपाठी’ के रूप में पहले दो सीजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस सीजन में श्वेता त्रिपाठी शर्मा, रसिका दुगल, हर्षिता गौर, विजय वर्मा, अंजुम शर्मा, शीबा चड्ढा, राजेश तैलंग जैसे अन्य कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे।

 

पंजाब समाचार: मानसून से पहले सक्रिय हुए सीएम भगवंत मान, बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों का निरीक्षण किया

मानसून से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं। मंगलवार को उन्होंने मूनक के मकरोड़ साहिब गांव में घग्गर दरिया का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार हैं। सीएम मान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

HIGHLIGHTS

  1. मानसून से पहले एक्शन में मुख्यमंत्री भगवंत मान
  2. भगवंत मान ने बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों का लिया जायजा

जागरण संवाददाता, संगरूर। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को मूनक के मकरोड़ साहिब गांव में घग्गर दरिया का निरीक्षण किया और मानसून से पहले बाढ़ से बचाव के लिए किए जा रहे उपायों का आकलन किया। उन्होंने आसपास के किसानों और ग्रामीणों से भी बातचीत की।

किसी भी स्थिती से निपटने के लिए सरकार तैयार- सीएम मान

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की कि क्षेत्र के निवासियों को बाढ़ की स्थिति में पानी को रोकने के लिए किनारों पर लगाने हेतु लगभग ढाई लाख खाली थैले प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और जिला प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि किसी भी नागरिक को कोई असुविधा न हो और सभी आवश्यक संसाधन और सहायता समय पर उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी सुरक्षा और भलाई सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि घग्गर के किनारों की वास्तविक स्थिति के बारे में स्थानीय लोगों को सबसे अच्छी जानकारी होती है, क्योंकि उन्हें पता होता है कि किन स्थानों पर किनारों में दरार पड़ने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए, लोगों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पंजाब सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार हैं।

मानसून से पहले हो रही ये तैयारी

सरकार घग्गर नदी की मार से लोगों को बचाने के लिए ठोस प्रबंध करने में जुट गई है। दरिया की सफाई के साथ-साथ उसके किनारों को भी मजबूत किया जा रहा है ताकि बाढ़ की स्थिति में पानी का बहाव नियंत्रित रखा जा सके। इसके अलावा, कंट्रोल रूम भी स्थापित किए जा रहे हैं ताकि आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान की जा सके। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्थिति में लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। स्थानीय लोगों को भी बाढ़ प्रबंधन में सहयोग देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि मिलकर इस चुनौती का सामना किया जा सके।

खनौरी से मकरोड़ साहिब तक घग्गर दरिया को चौड़ा करने का काम पूरा हो चुका है। हालांकि, मकरोड़ साहिब से कडैल तक के किनारे अभी भी कच्चे हैं। मानसून के दौरान पानी का तेज बहाव होने से इन कच्चे किनारों के टूटने की संभावना रहती है, जिससे आसपास के इलाकों में काफी नुकसान हो सकता है|

 

आग किताबें जला सकती है ज्ञान नहीं, PM मोदी ने नालंदा University के नए परिसर का किया उद्घाटन

नया परिसर नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन अवशेषों के पास स्थित है। यह परिसर नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत स्थापित किया गया था।

नालंदा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने कैंपस में स्थित खंडहरों का निरीक्षण किया। नया परिसर, नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन अवशेषों के पास स्थित है, जो नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत स्थापित किया गया था। यह अधिनियम 2007 में फिलीपींस में आयोजित दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय का परिणाम है।

मोदी

नालंदा विश्वविद्यालय का प्राचीन इतिहास

मूल रूप से पांचवीं शताब्दी में स्थापित नालंदा विश्वविद्यालय, दुनिया भर के छात्रों को आकर्षित करने वाला एक प्रतिष्ठित संस्थान था। यह 12वीं शताब्दी तक, लगभग 800 वर्षों तक, समृद्धि के साथ संचालित होता रहा। आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय ने 2014 में 14 छात्रों के साथ एक अस्थायी स्थान से अपने संचालन की शुरुआत की। नए परिसर का निर्माण 2017 में प्रारंभ हुआ।

मोदी

 नालंदा विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों का केंद्र है

नालंदा विश्वविद्यालय को ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, चीन, इंडोनेशिया और थाईलैंड सहित 17 अन्य देशों का समर्थन प्राप्त है, जिन्होंने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को 137 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है। 2022-24 और 2023-25 के स्नातकोत्तर कार्यक्रमों तथा 2023-27 के पीएचडी कार्यक्रम में नामांकित अंतर्राष्ट्रीय छात्रों में अर्जेंटीना, बांग्लादेश, कंबोडिया, घाना, केन्या, नेपाल, नाइजीरिया, श्रीलंका, अमेरिका और जिम्बाब्वे के छात्र शामिल हैं। इसके अलावा, नालंदा विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के कारण, यह दुनिया भर के छात्रों के लिए एक प्रमुख शैक्षिक केंद्र बन गया है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य प्राचीन नालंदा की महान परंपराओं को पुनर्जीवित करते हुए आधुनिक शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।

सोनाक्षी सिन्हा in-laws के साथ चिल करती आईं नज़र, खूबसूरत फैमिली पिक्चर

एक और बॉलीवुड अभिनेत्री शादी के बंधन में बंधने के लिए तैयार है। वह अभिनेत्री हैं शत्रुघ्न सिन्हा की प्रियतम बेटी सोनाक्षी सिन्हा जो जल्द ही जहीर इकबाल के साथ विवाह करने जा रही हैं। हाल ही में, शादी से पहले होने वाली दुल्हन को अपने सास-ससुर के साथ मस्ती करते हुए देखा गया है।

बाॅलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा जल्द ही विवाह के बंधन में बंधने जा रही हैं। इसके पहले रकुल प्रीत सिंह, कृति खरबंदा और तापसी पन्नू के बाद, अब सोनाक्षी सिन्हा भी अपने जीवन का एक नया युग आरंभ करने के लिए तैयार हैं। सोनाक्षी सिन्हा लंबे समय से जहीर इकबाल के साथ डेट कर रही हैं। वे दोनों अब एक-दूसरे के जीवन साथी बनने जा रहे हैं। हालांकि अब तक सोनाक्षी ने इन खबरों पर खुलकर कुछ नहीं कहा है और न ही सिन्हा परिवार ने। लेकिन शादी का कार्ड वायरल होने के बाद, सब साफ हो गया। इसके अलावा, पूनम ढिल्लों और हनी सिंह ने भी शादी का कार्ड प्राप्त होने के बाद दोनों को बधाई दी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि दोनों की शादी हो रही है। हाल ही में, शादी से पहले सोनाक्षी सिन्हा को अपने ससुराल वालों के साथ चिलाते हुए देखा गया है।

सोनाक्षी सिन्हा

ससुराल वालों संग सोनाक्षी की तस्वीर हुई वायरल

बताया जा रहा है कि बीते दिन 16 जून को ‘फादर्स डे’ था। इस अवसर पर जहीर इकबाल की बहन सनम रतानसी ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर दो फोटो साझा किए हैं। पहली तस्वीर में सनम अपने पिताजी के साथ नजर आ रही हैं। इस फोटो को साझा करते हुए सनम ने अपने पिताजी को ‘फादर्स डे’ की शुभकामनाएं दी हैं। वहीं, सनम ने दूसरी फोटो में अपना पूरा परिवार दिखाया है। इस फोटो में उनके माता-पिता और भाई जहीर इकबाल दिख रहे हैं। इसके अलावा, आप इस तस्वीर में इस परिवार की होने वाली बहू सोनाक्षी सिन्हा को भी देख सकते हैं। पिंक कलर के को-ऑर्ड सेट में सोनाक्षी अपने होने वाले ससुर के बगल में खड़ी होकर मुस्कुराते हुए फोटो खिंचवा रही हैं। इस तस्वीर में सोनाक्षी का शादी से पहले ही ससुराल वालों संग खास बॉन्ड भी साफ नजर आ रहा है। ये ससुराल से वायरल हुई दबंग एक्ट्रेस की तस्वीरें सोशल मीडिया पर धमाल मचा रही हैं।

सोनाक्षी सिन्हा

कौन हैं जहीर जिसकी दुल्हन बनेंगी सोनाक्षी

बताया जा रहा है कि जहीर इकबाल एक बिजनेसमैन परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता इकबाल रतांसी एक प्रसिद्ध ज्वेलर और व्यापारी हैं। जहीर के फिल्मी करियर की बात करें तो उन्होंने साल 2019 में फिल्म ‘नोटबुक’ से अपना डेब्यू किया था। पहली बार सोनाक्षी ने जहीर के साथ फिल्म ‘डबल एक्सल’ में काम किया था। हालांकि इन दोनों की पहली मुलाकात सलमान खान की एक पार्टी में हुई थी। जिसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर इन्हें एक दूसरे से प्यार हो गया। हालांकि इस कपल ने हमेशा अपने रिश्ते को काफी प्राइवेट रखा है, लेकिन इनकी पब्लिक अपीयरेंस और सोशल मीडिया पोस्ट इनकी लव स्टोरी को साझा करती रही हैं।

लोकसभा चुनाव समाप्ति पर फिर खड़े हुए ईवीएम पर सवाल, क्या फिर घिरेगी सरकार, जानें क्या है बात

ईवीएम को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है। एलन मस्क के एक पोस्ट के चलते विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। दूसरी ओर, भाजपा की ओर से अमित मालवीय और राजीव चंद्रशेखर ने इस मुद्दे पर मोर्चा संभाल लिया है।

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर एक बार फिर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। पहले देश के भीतर ही ईवीएम पर सवाल उठाए जाते थे, लेकिन इस बार विदेश से हमला किया गया है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या ईवीएम को हैक किया जा सकता है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद इस बार विपक्ष ने ईवीएम पर चुप्पी साध रखी थी, लेकिन एक रिपोर्ट ने उन्हें सरकार पर हमला करने का एक और मौका दे दिया। दरअसल, ईवीएम पर सियासी बवाल की शुरुआत टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बयान से हुई है।

ईवीएम

पहले जानते हैं लोकसभा चुनाव के परिणाम के बारे में

हमारे देश में लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं और अब कई राज्यों में विधानसभा और उपचुनाव की तैयारियां हो रही हैं। लेकिन एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा चर्चा में आ गया है। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे चार जून को घोषित हुए थे। इस चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा, क्योंकि पार्टी अपने दम पर 272 सीटों यानी बहुमत के जादुई आंकड़े को पार नहीं कर पाई। हालांकि, एनडीए को कुल 292 सीटें मिलीं। इसके बावजूद, नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ली। दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन ने सभी अनुमानों को गलत साबित करते हुए 234 सीटों पर जीत दर्ज की। जानकारी के अनुसार, भाजपा ने 240 और कांग्रेस ने 99 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त की है।

क्या परिणाम के बाद ईवीएम पर उठे सवाल?

लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद इस बार किसी भी पार्टी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर सवाल नहीं उठाए थे। सभी अपनी-अपनी जीत का जश्न मना रहे थे। विपक्षी गठबंधन इंडिया सरकार बनाने में सफल नहीं हुआ, लेकिन वह इस बात की खुशी मना रहा था कि इस चुनाव में भाजपा को कई राज्यों में वोट प्रतिशत का नुकसान हुआ। साथ ही, अपने अच्छे प्रदर्शन के लिए विपक्ष संतुष्ट था।

मस्क ने ऐसा क्या कहा कि बढ़ गया विवाद?

अब सवाल यह उठता है कि चुनाव नतीजों के इतने दिनों बाद देश में ईवीएम को लेकर क्यों शोर मचा है। वास्तव में, दुनिया की सबसे अमीर शख्सियतों में शुमार एलन मस्क ने हाल ही में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठा दिया था। उन्होंने 16 जून को चौंकाने वाला दावा किया था। उनका कहना था कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने अमेरिकी चुनावों से ईवीएम को हटाने की मांग की थी।

ईवीएम

मस्क के बयान पर राहुल गांधी का वार

टेस्ला के सीईओ मस्क के पोस्ट को टैग करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी देश में ईवीएम के जरिए हो रहे चुनाव पर तंज कसा। उन्होंने शनिवार को कहा था, ‘भारत में ईवीएम एक ‘ब्लैक बॉक्स’ की तरह है, जिसकी जांच करने की अनुमति किसी को भी नहीं है। हमारे देश की चुनावी प्रक्रिया के पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है।’

ईवीएम

विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार

अमित मालवीय ने कहा कि एलन मस्क या जिसे भी ऐसा लगता है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है, वह भारत के चुनाव आयोग के पास जाकर इस पर बात कर सकता है। उन्होंने इस विषय पर विचार करने का सुझाव दिया। वहीं, राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ईवीएम सुरक्षित है और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है। उन्होंने इस बात का दृढ़ता से समर्थन किया।

 

पश्चिम बंगाल : कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर में 15 की मौत और कई घायल

कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना: पश्चिम बंगाल के रंगापानी स्टेशन के पास सोमवार को सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच भीषण टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और करीब 60 अन्य लोग घायल हो गए। (रिपोर्ट- सुरोजित डे/अनिर्बान रॉय)

दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया गया, जिसमें स्थानीय प्रशासन, रेलवे के अधिकारी और एनडीआरएफ की टीमें शामिल थीं। घायलों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। रेलवे ने इस दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

कंचनजंगा एक्सप्रेस

दुर्घटना के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है और कई ट्रेनों को रद्द या परिवर्तित किया गया है। स्थानीय लोगों और यात्रियों में इस घटना को लेकर गहरा शोक और आक्रोश है। रेलवे ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

यह हादसा उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग सात किलोमीटर दूर हुआ। फिलहाल, घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। घायल यात्रियों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है, जहां उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है।

स्थानीय प्रशासन, रेलवे के अधिकारी और एनडीआरएफ की टीमें मिलकर बचाव कार्यों को अंजाम दे रही हैं। दुर्घटना के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है, और कई ट्रेनों को रद्द या उनके मार्ग में परिवर्तन किया गया है। रेलवे ने इस दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

कंचनजंगा एक्सप्रेस

दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों के बीच शोक और आक्रोश का माहौल है। रेलवे ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से संयम बनाए रखने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “इस दुर्घटना में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 60 लोग घायल हुए हैं।” अधिकारी ने यह भी कहा कि घायलों को तत्काल निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं ताकि और भी लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।

उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के डिवीजनल रेलवे प्रबंधक (डीआरएम) ने बताया कि यह दुर्घटना तब हुई जब 13174 कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह की ओर जा रही थी। डीआरएम ने कहा कि ट्रेन अपनी नियमित गति से यात्रा कर रही थी और रंगापानी स्टेशन के पास यह हादसा हो गया। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार, मालगाड़ी के साथ टकराने से यह हादसा हुआ। रेलवे प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है और घायलों के इलाज के लिए विशेष मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है। दुर्घटना के कारण रेलवे यातायात प्रभावित हुआ है, और यात्री सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

कंचनजंगा एक्सप्रेस

इस दुर्घटना पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पैनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा टीमों की मौजूदगी में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है।

पश्चिम बंगाल में हुई रेल दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इस कदम का उद्देश्य पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत और समर्थन प्रदान करना है। प्रधानमंत्री ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। रेलवे प्रशासन भी घायलों के इलाज और पुनर्वास के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।

बॉक्स ऑफिस : चंदू चैंपियन की खराब ओपनिंग, कार्तिक आर्यन पर कबीर खान की नज़रें

निर्देशक कबीर खान की फिल्मों की वर्तमान स्थिति बॉक्स ऑफिस पर इतनी खराब हो गई है कि उनकी ब्रांडिंग पर खतरा मंडरा रहा है। कबीर खान की पिछली फिल्म ’83’ ने इसके हीरो रणवीर सिंह के करियर को हाशिये पर पहुंचा दिया था। और अब, ऐसा लगता है कि कार्तिक आर्यन की बारी है। कबीर खान की नई फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ का पहले दिन का कलेक्शन इतना निराशाजनक रहा है कि फिल्म जगत के लोग इस पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं। सचमुच, फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ का पहले दिन का कलेक्शन कार्तिक की पिछली फिल्म ‘शहजादा’ से भी कम रहा है।

चंदू चैंपियन

फिल्म समीक्षकों और दर्शकों ने भी ‘चंदू चैंपियन’ की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरने पर निराशा जताई है। फिल्म की कमजोर कहानी और निर्देशन की आलोचना हो रही है, जिससे यह अंदेशा जताया जा रहा है कि कबीर खान की फिल्मों की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है। बॉक्स ऑफिस पर मिल रही इस असफलता के कारण कार्तिक आर्यन के करियर पर भी असर पड़ सकता है। फिल्म उद्योग में यह चर्चा चल रही है कि कबीर खान को अब अपने फिल्म निर्माण की रणनीति में बदलाव करना चाहिए ताकि वे फिर से अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को प्राप्त कर सकें और दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतर सकें। इस असफलता ने न केवल फिल्म के निर्माताओं और कलाकारों को बल्कि कबीर खान के प्रशंसकों को भी निराश किया है, जो उनकी अगली फिल्मों के लिए चिंतित हैं।

14 जून को रिलीज हुई फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ के निर्माता साजिद नाडियाडवाला हैं और इसके निर्देशक हैं कबीर खान, जिन्होंने ‘एक था टाइगर’, ‘बजरंगी भाईजान’ और ‘ट्यूबलाइट’ जैसी फिल्में बनाई हैं। कबीर खान की नई फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ पद्मश्री विजेता मुरलीकांत पेटकर की कहानी पर आधारित है, और इसमें कार्तिक आर्यन ने मुरलीकांत का ही किरदार निभाया है। फिल्म में कार्तिक आर्यन का काम बहुत अच्छा है और फिल्म भी अच्छी है, लेकिन दर्शकों का मानना है कि कमर्शियल सिनेमा के पैमाने पर ये फिल्म खरी नहीं उतरती।

फिल्म के निर्माता और निर्देशक के अनुसार, ‘चंदू चैंपियन’ ने विभिन्न पहलुओं में समाज को संदेश दिया है। फिल्म ने अपनी कहानी के माध्यम से दर्शकों को मनोरंजन के साथ-साथ समाज में अच्छाई और न्याय की महत्वपूर्णता पर विचार करने के लिए प्रेरित किया है। इसके बावजूद, कुछ दर्शकों को लगता है कि फिल्म की कहानी और प्रस्तुति उनकी उम्मीदों को पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाई हैं।

चंदू चैंपियन

एक कलात्मक फिल्म के रूप में बनी ‘चंदू चैंपियन’ की मान्यता कार्तिक के एक उत्कृष्ट अभिनय के रूप में हमेशा बनी रहेगी, लेकिन इस फिल्म की सफलता की गिनती कार्तिक की पिछली फिल्मों में हो सकती है, इस पर संदेह है। फिल्म ने रिलीज के पहले दिन लगभग 4.75 करोड़ रुपये का व्यापार किया है, जो इसकी लागत के निकट 140 करोड़ रुपये के हिसाब से काफी कम है। फिल्म की यह ओपनिंग तब हुई जब रिलीज के पहले दिन इसके टिकट 150 रुपये में उपलब्ध थे। फिल्म की बेहतर ओपनिंग न होने के पीछे फिल्म की खराब मार्केटिंग को इसकी मुख्य वजह माना जा रहा है। शुरुआती दिनों में ठीक ठाक हाइप बनाने में सफल रही इस फिल्म की ट्रोलिंग कार्तिक की फोटोशॉप्ड तस्वीरों के वायरल होने के बाद शुरू हुई और इसी के बाद तमाम लोगों ने इस फिल्म को देखने का मन बदल लिया|

कार्तिक आर्यन की दो साल पहले रिलीज हुई फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ के बाद से उनकी कोई फिल्म हिट नहीं हो सकी है। 20 मई 2022 को रिलीज हुई फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ ने पहले सप्ताह में 14.11 करोड़ रुपये की ओपनिंग की थी, और उसी सप्ताह में 55.96 करोड़ रुपये और पहले सप्ताह में 92.05 करोड़ रुपये कमाए थे। घरेलू बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने करीब 186 करोड़ रुपये की कमाई की, जिसे कार्तिक के करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्म माना जाता है।

चंदू चैंपियन

फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ के बाद पिछले साल 17 फरवरी को रिलीज हुई फिल्म ‘शहजादा’ ने छह करोड़ रुपये की ओपनिंग ली थी और पहले सप्ताहांत में ही 20 करोड़ रुपये कमाने के बाद फिल्म सोमवार से ही ठंडी पड़ गई थी। पहले हफ्ते में सिर्फ 26 करोड़ रुपये कमा पाई इस फिल्म का कुल घरेलू बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 32.20 करोड़ रुपये ही हो सका था। इस फ्लॉप फिल्म के बाद रिलीज हुई फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा’ की ओपनिंग 9.25 करोड़ रुपये रही लेकिन कुल 77.55 करोड़ रुपये कमा सकी इस फिल्म को भी हिट का तमगा नहीं मिल सका था।

 

CM नीतीश कुमार का हॉस्पिटल प्रस्थान, हाथ दर्द की शिकायत ने पहुंचाया हॉस्पिटल

नीतीश कुमार: आज सुबह उठते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथ में काफी दर्द महसूस हुआ। इसके बाद उन्होंने अपने चिकित्सक से परामर्श किया और एक निजी अस्पताल पहुँच गए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार सुबह अचानक पटना के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पताल पहुंच गए। वे ऑर्थो विभाग में अपना इलाज करवा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सुबह उठते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हाथ में काफी दर्द महसूस होने लगा। इसके बाद उन्होंने अपने चिकित्सक से परामर्श लिया और प्राइवेट अस्पताल पहुंच गए। मुख्यमंत्री नीतीश ठीक हैं और ऑर्थो विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं।

नीतीश कुमार

14 मई को अस्वस्थ्य हुए थे

इससे पहले 14 मई को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हो गए थे। उस समय सीएम हाउस में डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी देखभाल की थी। उनकी स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक आधिकारिक चिट्ठी जारी की गई थी, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हैं। इसी कारण 14 मई के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे। उनके स्वास्थ्य को लेकर अधिकारियों ने जनता को आश्वस्त किया था कि मुख्यमंत्री की तबियत में जल्द ही सुधार होगा।

मुख्यमंत्री आवास लौट गए सीएम नीतीश

ज्ञात हो कि नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना लौटे थे। उस समय उन्होंने मीडिया से बातचीत नहीं की थी। शुक्रवार को उन्होंने कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें 25 महत्वपूर्ण एजेंडों पर मुहर लगाई गई। सीएम हाउस के करीबी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह स्वस्थ हैं। केवल हाथ में दर्द होने के कारण वे इलाज के लिए अस्पताल गए थे। डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद वे तुरंत अस्पताल से वापस सीएम हाउस लौट आए।

नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर विभिन्न अटकलों को दूर करते हुए अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि चिंता की कोई बात नहीं है। उनके हाथ में दर्द सुबह उठते ही शुरू हुआ था, जिसके बाद उन्होंने अपने चिकित्सक से परामर्श लिया और उचित इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि उनके स्वास्थ्य संबंधी मामूली समस्याएं भी जल्द से जल्द निपटाई जाएं ताकि वे अपने कर्तव्यों को पूरी तत्परता और प्रभावी ढंग से निभा सकें। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री कार्यालय ने जनता और मीडिया को आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबियत में तेजी से सुधार हो रहा है और वे जल्द ही पुनः अपनी नियमित गतिविधियों में शामिल हो जाएंगे।