December 14, 2025
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वह बस से उतरा, रवा इडली खरीदकर खाई फिर बैग छोड़कर निकला, पढ़ें बेंगलुरु रामेश्वरम ब्लास्ट की आंखोंदेखी

बेंगलुरु के प्रसिद्ध रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को हुए ब्लास्ट में 9 लोग घायल हो गए। कर्नाटक के DGP आलोक मोहन ने बताया कि यह बम विस्फोट था। उन्होंने कहा कि जिसने भी यह किया है, हम उसे पहचान लेंगे। NIA और IB को इसकी जानकारी दी गई है।

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रामेश्वरम कैफे बेंगलुरु का प्रसिद्ध कैफे है, जो वाइटफील्ड के ब्रुकफील्ड इलाके में स्थित है। यहां हुए आईईडी ब्लास्ट ने लोगों को पुणे के जर्मन बेकरी कांड की याद दिला दी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘CCTV फुटेज की जांच की जा रही है। कहा जा रहा है कि यह IED ब्लास्ट है। जांच हो रही है। कैफे के कैशियर से पूछताछ की जा रही है, क्योंकि एक व्यक्ति ने कैशियर से टोकन लिया और खाना खाया…उसी ने बैग रखा था।’

​चेहरे पर था मास्क

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पुलिस के मुताबिक, एक महिला और 6 अन्य लोग कैफे में बैठी थीं। तभी उनके पीछे रखा बैग फट गया। प्रारंभिक जांच से पता चला कि कथित हमलावर 25-30 साल का शख्स है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘वह रेस्तरां के पास एक बस से उतरते हुए और उसमें चलते हुए दिखाई दे रहा है।’ उसके चेहरे पर मास्क था। वह कैफे में आया और कैश काउंटर पर पेमेंट किया और रवा इडली के लिए एक टोकन लिया। इडली खाने के बाद, उसने कूड़ेदान के पास एक बैग छोड़कर बाहर निकल गया।

रेस्तरां में 7 मिनट तक रहा​

रेस्तरां में ब्लास्ट के आरोपी ने लगभग 7 मिनट बिताए। उनके बाहर निकलने के लगभग एक घंटे बाद वहां बम फटा। इस ब्लास्ट को रामेश्वर कैफे में घटित माना जा रहा है, जहां पर टाइमर बम का इस्तेमाल किया गया था। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने सीसीबी को इस मामले की जांच का आदेश दिया है और उम्मीद है कि आरोपी को एक-दो दिनों में पकड़ा जाएगा। शिवकुमार ने बताया कि आठ टीमें गठित की गई हैं जो संदिग्ध की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही हैं। सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान की जा रही है।

​’पहले लगा फटा सिलिंडर’​

एक चश्मदीद एडिसन ने कहा, ‘मैं कैफे के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहा था, तभी अचानक हमने जोरदार ब्लास्ट की आवाज सुनी। हम डर गए कि यह क्या हुआ। कैफे में लगभग 35-40 लोग थे। सभी बाहर भागने लगे और अफरातफरी मच गई। सभी कह रहे थे कि सिलिंडर फट गया, लेकिन हमें नहीं पता कि असल में क्या हुआ?’ पास की एक कंपनी में काम करने वाले अमृत ने कहा, ‘मैं ऑर्डर देने के बाद कैफे के बाहर इंतजार कर रहा था और ब्लास्ट हो गया। हमने घायलों को देखा। थोड़ी देर में ही एम्बुलेंस आ गई। पुलिस ने लोगों को बचाया।’

​’15 मिनट तक कुछ सुनाई नहीं दिया’​

सुरक्षा गार्ड रमेश रामेश्वरम कैफे के एंट्री गेट के पास खड़े थे, जब अंदर ब्लास्ट हुआ। रमेश ने कहा कि ब्लास्ट के अगले 15 मिनट तक मुझे कुछ भी सुनाई नहीं दिया। मैंने चारों ओर देखा तो देखा कि वह जगह धुएं से भरी हुई है। जबकि कुछ लोग इधर-उधर भाग रहे थे, कुछ फर्श पर थे। जो हो रहा था मुझे समझ नहीं आया।’

रमेश ने आगे कहा, “ब्लास्ट के बाद एक अजीब माहौल था। सब कुछ अचानक हो गया। जैसे ही मैंने अपनी आंखें खोली, मैंने आग की लपटों को देखा। वहाँ कुछ गाड़ियां भी आग में जल रही थीं। यह सब देखकर मेरी समझ में नहीं आया कि क्या हो रहा है।”

‘तेज आवाज से हिले’​

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स्थानीय फर्म के कर्मचारी शबरीश ने बताया, ‘हमने सहयोगियों के साथ दोपहर के भोजन की योजना बनाई थी और कुछ अन्य लोगों का इंतजार किया रहा। तभी हम सभी एक तेज आवाज़ से हिल गए। जल्द ही, पूरा रेस्तरां क्षेत्र घने काले धुएं से भर गया और लोग बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे थे। हममें से कुछ लोग रेस्तरां की ओर दौड़े और देखा कि ग्रेनाइट के फर्श के छोटे टुकड़े फट गए थे और कांच के पैनल और दीवार से टकरा गए थे। हर तरफ धुएं भर चुका था। कुछ ग्राहकों और कर्मचारियों को खून बह रहा था। हमने ऑटो की व्यवस्था करके उन्हें अस्पताल पहुंचाया। इस घटना से सभी अचंभित थे और हम उस दिन के बारे में अब भी चर्चा करते हैं।’

‘काउंटर से हटते ही घटित ब्लास्ट, जान बची’

पास में स्थित एक सॉफ्टवेयर फर्म के एडमिन ऑफिसर अमृत ने बताया कि उन्होंने अपने बचाव को चमत्कारिक रूप से अनुभव किया। उन्होंने कहा, ‘मैंने डोसा ऑर्डर किया था और होटल के द्वार पर अपने मित्रों का इंतजार कर रहा था। जब मैं उसी समय काउंटर के पास पहुंचा, तो पीछे से अचानक जोरदार ध्वनि सुनाई दी। मैंने पलटकर देखा कि जगह घने धुएं से भरी हुई थी, और लोग भाग रहे थे। सभी ओर खाने-पीने के बर्तन बिखरे पड़े थे। जमीन पर गड्ढा था, जिसके कारण संभावना थी कि बम ब्लास्ट हुआ था।’

मदद को आगे आये लोग

पानी के टैंकर संचालक और स्थानीय निवासी सुरेश ने बताया कि जब उन्होंने विस्फोट की ध्वनि सुनी, तो उन्होंने तुरंत होटल की ओर धावा बोला। उन्होंने कहा, ‘हमने कई लोगों को जमीन पर गिरते हुए और खून बहते हुए देखा। हमने ऑटो रिक्शा बुलाकर सभी आठ घायलों को पास के अस्पताल में ले जाया।’