1 अप्रैल से ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में हुए महत्वपूर्ण बदलाव, जैसे कारों कीमतों से लेकर टोल टैक्स तक, उनका विवरण जानें

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ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री 2024

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री: एक अप्रैल 2024 से ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हो गए हैं। कई कंपनियों ने अपनी गाड़ियों की कीमतों में वृद्धि की है, और नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे पर अब टोल टैक्स में भी वृद्धि के बाद सफर करना महंगा हो गया है। नए वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल) की शुरुआत के साथ-साथ, और भी क्या महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, इसके बारे में जानिए।

भारत में एक अप्रैल से नए वित्त वर्ष की शुरुआत होती है। इस समय कई नियमों में परिवर्तन किए जाते हैं, जो नए वित्त वर्ष से लागू होते हैं। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी 1 अप्रैल 2024 से कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। इन परिवर्तनों का क्या अर्थ है और इससे आम जनता पर कैसा प्रभाव पड़ेगा, इसके बारे में हम इस खबर में आपको विस्तार से बताएंगे।

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ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री: Toyota और Kia की कारों की कीमत ज्यादा

भारतीय बाजार में, टोयोटा और किआ ने कई सेगमेंटों में कारें, एमपीवी और एसयूवी की पेशकश की है। कंपनी ने पहले ही घोषणा की थी कि 1 अप्रैल 2024 से सभी कारों कीमतों में वृद्धि की जाएगी। इस परिस्थिति में, इन दोनों कंपनियों की कारें अब महंगी हो गई हैं। टोयोटा और किआ के अतिरिक्त, होंडा की कारों को भी खरीदना महंगा हो गया है, हालांकि कंपनी द्वारा इस बारे में आधिकारिक जानकारी प्रदान नहीं की गई थी। टाटा के वाणिज्यिक वाहनों को भी खरीदना आज से महंगा हो गया है।

फेम-2 सब्सिडी बंद हो गई है

देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा Fame-2 सब्सिडी की प्रस्तावना की गई थी। लेकिन 31 मार्च 2024 को यह सब्सिडी समाप्त हो गई। इसकी जगह, भारी उद्योग मंत्रालय ने एक अप्रैल 2024 से 500 करोड़ रुपये की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्‍कीम (EMPS) की शुरुआत की। इस योजना के तहत, इलेक्ट्रिक दोपहिया और तीन पहिया वाहनों की खरीद पर बढ़ावा दिया जाएगा। अब एक अप्रैल 2024 से, इलेक्ट्रिक दोपहिया पर प्रति kWh 10,000 रुपये की बजाय प्रति kWh 5,000 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, यह छूट अधिकतम 10,000 रुपये तक होगी। इस योजना का लक्ष्य 372215 इलेक्ट्रिक वाहनों का समर्थन करना है।

टोल टैक्स महंगा हो गया है

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देश में नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे की बड़ी संख्या में शुरू हुई है। इससे एक शहर से दूसरे शहर तक की यात्रा में काफी कम समय लगता है। इन राजमार्गों पर टोल टैक्स लिया जाता है। लेकिन एक अप्रैल से देश के कई स्थानों पर टोल टैक्स में वृद्धि हो गई है। इसके पश्चात, अब अपनी गाड़ी से नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे पर यात्रा करना महंगा हो गया है।

फास्टैग की KYC

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नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे पर सफर करते समय Fastag से टोल टैक्स वसूल किया जाता है। 1 अप्रैल 2024 से Fastag के नियमों में परिवर्तन हो गया है। 31 मार्च 2024 तक Fastag की बैंक केवाईसी अनिवार्य थी। जिन व्यक्तियों ने अभी तक केवाईसी नहीं की है, उन्हें टोल टैक्स भुगतान में कठिनाई हो सकती है। कई मामलों में Fastag ब्लैकलिस्ट हो सकता है।

 

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