कांग्रेस कार्यसमिति में राहुल गाँधी की जय जयकार, कांग्रेस में आयी नयी जान

0
0

कांग्रेस कार्यसमिति की शनिवार को हुई बैठक में प्रस्ताव पारित करके राहुल गांधी से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाने का अनुरोध किया गया है। प्रस्ताव में राहुल गांधी की जमकर तारीफ की गई है और लोकसभा चुनाव में पार्टी की सीटों को लगभग दोगुनी करने का श्रेय उन्हें ही दिया गया है।

नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्लूसी) ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाने की गुजारिश की है। जानकारी के मुताबिक, गांधी ने इस अनुरोध पर सोचने के लिए समय मांगा है। नेता प्रतिपक्ष का पद विपक्ष के सबसे बड़े दल को मिलता है, लेकिन उसके पास सदन के कुल सदस्यों के कम से कम 10 प्रतिशत होने चाहिए। अभी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए कम से कम 55 सांसद जरूरी हैं और इस बार कांग्रेस के खाते में 99 सीटें आई हैं। सीडब्लूसी की मीटिंग में यह भी तय हुआ कि जिन राज्यों में उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं आए हैं, वहां कांग्रेस आलाकमान एक कमिटी बनाकर रिव्यू करेगा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।

कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति ने एक प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाने का अनुरोध किया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने का अनुरोध किया…राहुल जी संसद के अंदर इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या राहुल गांधी इस भूमिका को स्वीकार करने के लिए तैया हैं तब कांग्रेस नेता ने कहा कि वह इस पर बहुत जल्द फैसला लेंगे। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने भी कहा, ‘निश्चित रूप से उन्हें (राहुल गांधी) बनना (लोकसभा में विपक्ष का नेता) चाहिए। यह हमारी कार्यसमिति का अनुरोध था। वह निडर और साहसी हैं।’

लोकसभा चुनाव के नतीजों से प्रेरित वेणुगोपाल ने कहा कि हमारे नेता और कार्यकर्ताओं में उत्साह भर गया है। कांग्रेस का पुनर्जीवित होना शुरू हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि सीडब्ल्यूसी में माहौल चार महीने पहले के माहौल से पूरी तरह अलग है।

सीडब्लूसी के प्रस्ताव में राहुल गांधी की जमकर तारीफ की गई है। कांग्रेस के सीटों में उछाल का श्रेय उनकी यात्राओं और उनकी प्रयासों को दिया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है, ‘कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को मुख्य रूप से भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए चुना जाना चाहिए, जिसे उन्होंने डिजाइन किया और जिसका नेतृत्व किया। उनके सोच और व्यक्तित्व को दर्शाने वाली ये दोनों यात्राएं हमारे देश की राजनीति में ऐतिहासिक मोड़ थीं और इसने हमारे लाखों कार्यकर्ताओं और करोड़ों मतदाताओं में आशा और विश्वास जगाया।’

इसमें कहा गया है, ‘राहुल गांधी का चुनाव अभियान सिंगल-माइंडेड, तेज और सटीक था और किसी भी अन्य व्यक्ति की तुलना में यही वह शख्स थे जिन्होंने 2024 के चुनावों में हमारे गणतंत्र के संविधान की सुरक्षा को केंद्रीय मुद्दा बनाया। 5 न्याय- 25 गारंटी कार्यक्रम की चुनाव अभियान में बहुत शक्तिशाली रूप से गूंज हुई। वह राहुल जी की यात्राओं का परिणाम था, जिसमें उन्होंने सभी लोगों, विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं, किसानों, श्रमिकों, दलितों, आदिवासियों, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की आशंकाओं, चिंताओं और आकांक्षाओं को सुना।’

“कांग्रेस कार्यसमिति में सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, मनीष तिवारी, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के डेप्युटी सीएम डीके शिवकुमार समेत तमाम महत्वपूर्ण नेता शामिल हुए। कार्यसमिति बैठक में यह नेता समूह एकत्रित हुआ, जिसमें उपस्थित नेताओं के बीच महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई, जो पार्टी की रणनीति और भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण निर्णयों को लेकर हो। इस बैठक में नेताओं ने अपने विचार और दृष्टिकोण साझा किए और पार्टी के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here
Captcha verification failed!
CAPTCHA user score failed. Please contact us!