पटना Accident 2024:
ऑटो में 8 यात्री थे, और इस दुर्घटना में 7 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद क्रेन ड्राइवर मौके से भाग गया|
पटना, बिहार की राजधानी में, क्रेन और ऑटो के बीच टक्कर मारने से सात लोगों की मौत हो गई। ऑटो में कुल आठ लोग सवार थे। एक यात्री की हालत गंभीर है, और उन्हें पटना के पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती किया गया है। हादसा मंगलवार को तड़के चार बजे के आसपास हुआ। इस दुर्घटना के बाद, मेट्रो की लापरवाही का आरोप लगा। क्रेन रात में काम कर रही थी, लेकिन मौके पर कोई गार्ड मौजूद नहीं था। हादसे के बाद, क्रेन ड्राइवर मौके से फरार हो गया। मृतकों में एक नेपाली नागरिक भी था।
पटना न्यू बाईपास के कंकड़बाग थाना क्षेत्र में एक घटना हुई। इसमें मंगलवार (16 अप्रैल) को सुबह करीब 3:44 बजे मेट्रो बाईपास पर काम कर रही क्रेन से एक ऑटो टकरा गया। यह ऑटो पुरानी बस स्टैंड की तरफ से आ रहा था, जिसमें 8 लोग सवार थे। ऑटो में सवार 3 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि इलाज के दौरान चार अन्य लोगों ने दम तोड़ दिया। एक व्यक्ति की हालत गंभीर है।
इस हादसे के संदर्भ में, स्थानीय प्राधिकरण ने घटना की जांच की शुरुआत की है। आपातकालीन सेवाओं को तत्काल हादसे स्थल पर पहुंचाया गया था और मृतकों के परिजनों को सहायता प्रदान की जा रही है। इस संदर्भ में, जनता को सड़क सुरक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
पटना मेट्रो की लापरवाही
पटना मेट्रो के काम कर रही क्रेन के पास कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था, और हादसे के बाद क्रेन ड्राइवर अपनी मशीन लेकर फरार हो गया। ड्राइवर ने घटना की सूचना किसी को नहीं दी। हादसे के बाद, जब घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज देखा गया, तो पता चला कि ऑटो क्रेन से टकराया था, जो मेट्रो के काम कर रही थी। इस दुर्घटना में पिंकी सारण, लक्ष्मण दास (नेपाल के जलेसर धाम निवासी), और उपेंद्र कुमार बैठा प्रेमपुर पतारी गांव के निवासी शामिल थे। तीन अन्य मृतकों के बारे में अभी तक जानकारी उपलब्ध नहीं है।
यह हादसा सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर करता है और सुरक्षा के नियमों का पालन करने की महत्वपूर्णता को बढ़ावा देता है। इससे भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा को महत्व देने की जरूरत है।
घटना के समय ट्रैफिक एसपी अशोक कुमार चौधरी और ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार घटना स्थल पर पहुंचे और छानबीन की शुरूआत की। मेट्रो के काम में लगे क्रेन और ड्राइवर की खोज शुरू हो गई है। सभी सात शव पटना मेडिकल कॉलेज भेजे गए हैं, जहां उनकी पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
यह हादसा सुरक्षा के नियमों की उपायुक्तता को उजागर करता है और सड़क सुरक्षा के महत्व को सामाजिक रूप से स्थायी बनाने की आवश्यकता को दर्शाता है। इस दुर्घटना से व्यापक रूप से बोध होना चाहिए कि सड़क सुरक्षा को महत्व देना आवश्यक है ताकि ऐसी दुर्घटनाएँ रोकी जा सकें।

More Stories
लियोनेल मेसी का कोलकाता आगमन: भारतीय फुटबॉल प्रेमियों के लिए ऐतिहासिक पल
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: शूटर शिवा ने STF से किया खुलासा बताया कि ……..लॉरेंस बिश्नोई के भाई ने…….
कोलकाता डॉक्टर रेप मिस्ट्री: CBI द्वारा आरोपी संजय राय का साइकोलॉजी टेस्ट शुरू, पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ जारी