कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना: पश्चिम बंगाल के रंगापानी स्टेशन के पास सोमवार को सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच भीषण टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और करीब 60 अन्य लोग घायल हो गए। (रिपोर्ट- सुरोजित डे/अनिर्बान रॉय)
दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया गया, जिसमें स्थानीय प्रशासन, रेलवे के अधिकारी और एनडीआरएफ की टीमें शामिल थीं। घायलों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। रेलवे ने इस दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
दुर्घटना के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है और कई ट्रेनों को रद्द या परिवर्तित किया गया है। स्थानीय लोगों और यात्रियों में इस घटना को लेकर गहरा शोक और आक्रोश है। रेलवे ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
यह हादसा उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग सात किलोमीटर दूर हुआ। फिलहाल, घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। घायल यात्रियों को निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है, जहां उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है।
स्थानीय प्रशासन, रेलवे के अधिकारी और एनडीआरएफ की टीमें मिलकर बचाव कार्यों को अंजाम दे रही हैं। दुर्घटना के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है, और कई ट्रेनों को रद्द या उनके मार्ग में परिवर्तन किया गया है। रेलवे ने इस दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों के बीच शोक और आक्रोश का माहौल है। रेलवे ने पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से संयम बनाए रखने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “इस दुर्घटना में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 60 लोग घायल हुए हैं।” अधिकारी ने यह भी कहा कि घायलों को तत्काल निकटवर्ती अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं ताकि और भी लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के डिवीजनल रेलवे प्रबंधक (डीआरएम) ने बताया कि यह दुर्घटना तब हुई जब 13174 कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह की ओर जा रही थी। डीआरएम ने कहा कि ट्रेन अपनी नियमित गति से यात्रा कर रही थी और रंगापानी स्टेशन के पास यह हादसा हो गया। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार, मालगाड़ी के साथ टकराने से यह हादसा हुआ। रेलवे प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है और घायलों के इलाज के लिए विशेष मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है। दुर्घटना के कारण रेलवे यातायात प्रभावित हुआ है, और यात्री सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस दुर्घटना पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पैनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा टीमों की मौजूदगी में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है।
पश्चिम बंगाल में हुई रेल दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इस कदम का उद्देश्य पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत और समर्थन प्रदान करना है। प्रधानमंत्री ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। रेलवे प्रशासन भी घायलों के इलाज और पुनर्वास के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।